एक ट्विटर यूज़र अंकित श्रीवास्तव ने 15 मार्च को एक ट्वीट किया कि पंजाब के भाजपा विधायकों ने इस्तीफ़ा दे दिया है. यूज़र ने लिखा, “आज पंजाब में भाजपा के सभी विधायकों ने कांग्रेस जॉइन कर लिया है. लेकिन मीडिया ने चूं तक नहीं किया. अगर उनकी जगह कोई और होता तो अबतक पूरे दिन न्यूज़ में यही दिखाया जा रहा होता. इससे पता चलता है कि INC के लोग क्यों भारतीय मीडिया से बात नहीं करते. बहुत हो गया.” ये आर्टिकल लिखे जाने तक इस ट्वीट को 1,000 से ज़्यादा लोग रीट्वीट कर चुके हैं.
एक फ़ेसबुक पेज ‘हमारा हिंदुस्तान प्यारा सा हिन्दुस्तान‘ ने ऐसा ही दावा करते हुए लिखा, “पंजाब BJP के तीनों विधायक कांग्रेस में शामिल BJP विधायक संख्या 00000000 भाजपा मुक्त पंजाब बधाई हो.” इसे आर्टिकल लिखे जाने तक 200 से ज़्यादा लोग शेयर कर चुके हैं.
हमने देखा कि ये दावा फ़ेसबुक पर वायरल है.
ग़लत दावा
सबसे पहले तो फ़ेसबुक पोस्ट में तीन भाजपा विधायक होने का वाला ग़लत है. भाजपा के पंजाब में दो ही विधायक हैं. 2017 विधानसभा में 3 भाजपा प्रत्याशी, अरुण नारंग, दिनेश सिंह और सोम प्रकाश ने सीटें जीती थीं. लेकिन 2019 लोकसभा चुनाव से पहले फगवाड़ा से विधायक सोम प्रकाश इस्तीफ़ा देते हुए लोकसभा चुनाव में खड़े हुए थे. सोम प्रकाश फ़िलहाल केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री हैं. फगवाड़ा विधानसभा सीट के लिए अक्टूबर 2019 में उपचुनाव हुए और कांग्रेस प्रत्याशी बलविंदर सिंह धलिवाल ने सीट जीती.
नीचे चार्ट में पंजाब विधानसभा में सभी पार्टियों की हिस्सेदारी देखी जा सकती है.
ऑल्ट न्यूज़ ने बाकी दो विधायकों से संपर्क किया और दोनों ने कांग्रेस में शामिल होने की बात ख़ारिज करते हुए इसे फ़ेक न्यूज़ बताया. सुजानपुर से विधायक दिनेश सिंह ने कहा, “ये सब फ़ेक न्यूज़ है. मैंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है. मैंने सुना है कि अरुंग नारंग और सोम प्रकाश जी के बारे में भी ऐसा कहा गया है. पहली बात तो सोम प्रकाश अब विधायक नहीं केन्द्रीय मंत्री हैं. अरुण नारंग से भी मेरी बात हुई. हम दोनों में से कोई भी पार्टी नहीं छोड़ रहा है.”
हमने अरुण नारंग से संपर्क किया और उन्होंने भी इस पोस्ट को फ़ेक बताया.
ये दावा कि पंजाब के भाजपा विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए हैं, फ़र्ज़ी है.
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