फिलिस्तीन, ओमान और संयुक्त अरब अमीरात में प्रधानमंत्री मोदी की तीन राष्ट्रों की यात्रा का मुख्य आकर्षण ओमान में भारतीय लोगों को संबोधित करने का कार्यक्रम था. सुल्तान कबूस स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में भारतीय दूतावास द्वारा आयोजित विशालकाय सामुदायिक प्रोग्राम में भारी भीड़ आने की उम्मीद थी. भारतीय मीडिया की हेडलाइन ने हमें पहले ही बता दिया था, ‘’11 फरवरी को मस्कट में एनआरआई की रिकॉर्ड भीड़ को प्रधानमंत्री संबोधित करेंगे.’’

जबकि भारतीय लोग ओमान की जनसंख्या का लगभग 20% है, किसी को भी इस आयोजन में उपस्थिति को लेकर कोई समस्या होने की उम्मीद नहीं थी. लेकिन ऐसा लगता है कि भारतीय दूतावास कोई कमी नहीं छोड़ना चाहता था. इस इवेंट के लिए इसकी वेबसाइट द्वारा खुले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के अलावा, दूतावास ने भारतीय कर्मचा‍रियों को काम पर रखने वाली बड़ी कंपनियों से अपील की कि वे इस आयोजन में भाग लेने के लिए अपनी भारतीय कर्मचारियों को इस आयोजन में उपस्थित होने के लिए आधे दिन की छुट्टी देकर ”कर्मचारियों को अवसर दें”.

अधिक संख्या में भारतीय कर्मचारियों को नियुक्‍त करने वाली कंपनियों को संबोधित एक पत्र में भारतीय दूतावास ने लोगों की वह संख्या भी बताई थी, जो वे कंपनी द्वारा भेजे जाने की उम्मीद करते थे. सिर्फ इतना ही नहीं एक और अनुरोध भी था कि 80 प्रतिशत लोग औद्योगिक कर्मचारी होने चाहिए. दृश्य महत्वपूर्ण होते हैं और ऐसा लगता है कि श्रोताओं के बारे में सावधानीपूर्वक योजना बनाई गई.

कंपनियों से यह भी अनुरोध किया गया कि इस आयोजन में उनके कर्मचारियों की उपस्थिति के लिए वे सामूहिक परिवहन की व्यवस्था कराएं. नहीं तो औद्योगिक कर्मचारी कार्यक्रम स्थल तक कैसे पहुंचेंगे? उन्हें बस द्वारा पहुंचाने की व्यवस्था की गई थी. उन्हें आधे दिन की छुट्टी मिली थी और प्रधानमंत्री को ध्यान से सुनने वाली भीड़ एकत्र करने का दूतावास का लक्ष्य हासिल हो गया था. यह सभी के लिए अच्छे नतीजे आने जैसा था.

ओमान में भारतीय राजदूत के पत्र में लिखा गया था, ‘’मस्कट में भारतीय दूतावास सदैव आपकी कंपनी को पूर्ण सहयोग प्रदान करता रहा है और मैं अनुरोध व उम्मीद करता हूं कि उपरोक्त सामुदायिक आयोजन में आपके कर्मचारियों की भागीदारी की व्यवस्था करने में आपका पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा.’’ हमें उम्मीद है कि ‘’सहयोग’’ कि इस छोटे से अनुरोध को पूरा करने के लिए कितने प्रयास करने पड़ेंगे कि प्रधानमंत्री को सुनने के लिए रिकॉर्ड भीड़ इकट्ठा हो.

letter of invitation

ओमान में किसी कंपनी के एक कर्मचारी द्वारा ऑल्‍ट न्यूज को इस पत्र की प्रति भेजी गई थी. ऑल्‍ट न्यूज ने इस खबर को मस्कट में रहने वाले दूसरे भारतीय से सत्‍यापित कराया जिन्होंने पुष्टि की कि उनकी कंपनियों में भी ऐसे ही पत्र मिले थे.

इसके अलावा मस्कट में भारतीय स्कूलों ने कक्षा 6 से 12 के छात्रों को आयोजन स्थल तक लाने के लिए परिवहन इंतजाम किए थे.

अभिभावकों को इस आयोजन की सूचना देते हुए व्‍हाट्सऐप पर भी संदेश भेजे गए थे.

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