फर्जी खबर फ़ैलाने और सांप्रदायिक तनाव पैदा करने वाले शंखनाद ने एक बार फिर सांप्रदायिक नफरत और पूर्वाग्रह को फैलाने के लिए बदनामी का सहारा लिया है. उसने ट्वीट किया कि कोई भी सवाल नहीं उठाता जब वर्दी में एक पुलिस अधिकारी खुलेआम एक कार्यक्रम में इस्लामी संगठन द्वारा शुरू की गई कुरान को बढ़ावा देता है.
Prabhat Ranjan, @Navimumpolice Police Commissioner, promoted #Quran in uniform in an event organised by Karnataka based jihadi org Salaam Centre which converts Hindus to #Islam. All remained silent.
DG Surya Kumar Shukla takes pledge for Ram Temple at #Ayodhya, media goes crazy! pic.twitter.com/ZyUi7N1iDE
— ShankhNaad (@ShankhNaad) February 2, 2018
अयोध्या में राम मंदिर के लिए एक पुलिस अधिकारी द्वारा ली गई प्रतिज्ञा को इस घटना से जोड़कर, शंखनाद ने पूर्वाग्रह चित्रित करने की कोशिश की.
Correction : The name of the person promoting #Quran (above) is Suresh Mengade , DCP Crime in @Navimumpolice .
While commissioner of @MumbaiPolice Mr. Prabhat Ranjan (below, left) was also present in the same event as a chief guest to promote #Islam.https://t.co/5iBvcFzuGD pic.twitter.com/F1oH1EOD0l
— ShankhNaad (@ShankhNaad) February 2, 2018
सुरेश मेंगडे ने इस कार्यक्रम में भाग लिया था, जिसमें कुरान के मराठी संस्करण को लॉन्च किया गया था.
Navi Mumbai DCP Crime, Suresh Mengade released the Marathi version of Holy Quran at a function pic.twitter.com/oGyqQjccZ7
— MUMBAI NEWS (@Mumbaikhabar9) June 30, 2015
शंखनाद के इस घटना को चित्रित करने की कोशिश के विपरीत, इसमें धार्मिक सद्भाव, एकता और भाईचारे पर बल दिया था. इस कार्यक्रम में हिंदू आध्यात्मिक नेता स्वामी लक्ष्मी शंकराचार्य ने भी भाग लिया था.
इस कार्यक्रम में मेंगडे ने कहा था, “मुझे ख़ुशी हो रही है कि जो कार्यक्रम आप कर रहे हैं, वो हमारा ही कार्यक्रम है. हम जो चाहते हैं की सारे देश में दुनिया में एकवाक्यता रहे. सारे रिलिजन मिल-जुल के रहे, क्यूंकि हम सब एक ही ऊपरवाले की देन हैं.” नीचे पोस्ट किया गया विडियो उसी कार्यक्रम का है.
अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए डीजी होम गार्ड, यू.पी द्वारा हाल की प्रतिज्ञा को बुक लॉन्च की घटना से तुलना करके शंखनाद ने एक झूठी खबर को फ़ैलाने की कोशिश की और बाद में भी माफ़ी मांगने के बजाय अपनी बातों पर डटा रहा. सूर्य शुक्ला के मंदिर के प्रति निष्ठा की पूरी तरह से आलोचना की गई क्योंकि यह मामला न्यायालय के अधीन और संवेदनशील है. इसे इस तथ्य के लिए भी निंदा की गई कि अपनी पेशेवर क्षमता में एक वरिष्ठ रैंकिंग पुलिस अधिकारी को एक राजनीतिक कारण माना जाने वाला मुद्दा उठाया.
https://www.youtube.com/watch?v=mzL9E4Xk8WI&feature=youtu.be
भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) एसोसिएशन ने शुक्ला के इस कार्य से खुद को दूर कर दिया और इसे तटस्थता और निष्पक्षता का उल्लंघन बताया जो कि पुलिस अधिकारी से अपेक्षित है.
We disassociate ourselves from the act of a senior #IPS officer as shown in the video & reiterate that it is against the ethos of neutrality, fairness and uprightness that Indian Police Service stands for. pic.twitter.com/PoAxmlFBfL
— IPS Association (@IPS_Association) February 2, 2018
शंखनाद ने ‘सलाम सेंटर’ के जिहादी सेंटर होने का भी दावा किया. जैसा कि यह पता चला है, इस संगठन में कई राजनेताओं और मशहूर हस्ति आते रहते हैं. निम्नलिखित स्क्रीनशॉट में देखा जा सकता है कि भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा और पूर्व भारतीय क्रिकेटर और कप्तान राहुल द्रविड़ दोनों ने सलाम सेंटर का दौरा किया था.
हालांकि इस अवसर को अंतर-विश्वास सद्भावना को आगे बढ़ाने के लिए चिह्नित किया गया था, लेकिन शंखनाद जैसे सांप्रदायिक तत्त्व नफरत बढ़ाने के काम में कुछ ज्यादा ही लगे हैं. इनका काम है किसी पुराने वीडियो को निकालकर उसका संदर्भ बदल देना, फिर उन्हें उत्तेजक कैप्शन के साथ सोशल मीडिया पर प्रसारित करना. ऑल्ट न्यूज़ ने पहले भी सांप्रदायिक नफरत फैलाने के लिए शंखनाद पर विस्तृत खुलासा किया था. यहां एक तस्वीर को किसी कार्यक्रम से निकाला गया और सांप्रदायिक पूर्वाग्रहों को मजबूत करने के इरादे से एक उत्तेजक शीर्षक देकर इसे प्रसारित किया गया.
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.