कोर्ट में ज्ञानवापी मस्जिद पर चल रहे विवादों के बीच हिन्दू देवता शिव के वाहन नंदी के मूर्ति की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल है. इस तस्वीर के साथ एक ग्राफ़िक्स भी वायरल है जिसमें लिखा है कि नंदी का मुख हमेशा शिवलिंग की ओर होता है. साथ ही ये भी दावा किया गया है कि काशी विश्वनाथ के नंदी का मुख ज्ञानवापी मस्जिद की ओर है. वायरल ग्राफ़िक्स में लिखा है कि मुस्लिम जिस मस्जिद में नमाज़ अदा करते हैं, नंदी उसके दरवाजे की तरफ देख रहे हैं. नंदी अपने मालिक के आने का इंतज़ार करते हैं कि हमारे प्रभु वहां हैं और हमारी प्रतीक्षा कर रहे हैं.
फ़ेसबुक पेज हिन्दुत्व, नमो दोबारा, फ़ेसबुक ग्रुप वी सपोर्ट अमित शाह, ट्विटर यूज़र द सनातन उदय, तुलसी आहूजा समेत कई अन्य यूज़र्स ने इसे ट्विटर व फ़ेसबुक पर शेयर किया है.
ये पहली बार नहीं है जब इस तस्वीर के साथ ऐसा दावा किया गया है, 2019, 2020, और 2021 में भी सोशल मीडिया पर ये तस्वीर इसी दावे के साथ शेयर की गई थी.
फ़ैक्ट-चेक
जब हमने वायरल तस्वीर को स्टॉक इमेज वेबसाइट शटरस्टॉक पर रीवर्स इमेज सर्च किया तो हमें ये तस्वीर वहां पर मौजूद मिली. वेबसाइट पर जानकारी दी गई है कि ये महाराष्ट्र के वाई ज़िले में मौजूद काशी विश्वेश्वर मंदिर के प्रांगण की तस्वीर है.
यहां से मिली जानकारी के आधार पर हमने यूट्यूब पर कुछ की-वर्ड्स सर्च किया तो हमें महाराष्ट्र के काशी विश्वेश्वर मंदिर का एक वीडियो मिला. इस वीडियो में 52 सेकेंड पर नंदी की मूर्ति दिख रही है जो वायरल ग्राफ़िक्स में दिख रही तस्वीर से मेल खाती है.
यानी, वायरल तस्वीर में दिख रही नंदी की मूर्ति महाराष्ट्र के वाई ज़िले में स्थित काशी विश्वेश्वर मंदिर के प्रांगण की है. सोशल मीडिया पर इसे वाराणसी में स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद से जोड़कर शेयर किया गया. जबकि असल में इसका वाराणसी में स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर या ज्ञानवापी मस्जिद से कोई संबंध नहीं है.
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