सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है. इसमें दिख रहा है कि एक शख्स दूसरे व्यक्ति को कुल्हाड़ी से मार रहा है. दावा है कि ये घटना एक इस्लामिक देश में हुई थी और पीड़ित व्यक्ति एक गैर-मुस्लिम समुदाय से है.
इस वीडियो में हिंसा होने की वज़ह से हम इसे आर्टिकल में शामिल नहीं कर रहे हैं.
वायरल टेक्स्ट है, “इस्लामिक मुल्कों में गैर-मुस्लिमों के साथ किया जाने वाला खौफ़नाक मंजर देखकर आप विचलित हो सकते हैं लेकिन सच्चाई दिखाना भी हमारा फर्ज़ बनता है. यह जो जेहादी होते है यह सब किसी जाहिल जंगली जानवरों से भी खतरनाक होते है क्योंकि जानवरों को तो पहचाना जा सकता है, किंतु यह सब हम मानव समाज के बीच में ही रहते हैं इनके अंदर शैतानी कीड़ा होता है, ऐसे जेहादी मानसिकता वालों की पहचान कर पूरी दुनिया से समाप्त करना ज़रूरी है पूरी दुनिया को एक साथ खड़े होने की आवश्यकता है वर्ना यह सब पूरी दुनिया पूरी मानव समाज के लिए मानवता के लिए भयानक खतरा है, जागो हिन्दू जागो जाहिल जेहादियों से सावधान हो जाओ.”
ऑल्ट न्यूज़ के व्हाट्सऐप नंबर (+91 76000 11160) पर भी इस वीडियो की सच्चाई जानने के लिए कई रिक्वेस्ट मिलीं.
फ़ैक्ट-चेक
वीडियो के फ़्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें एक अरेबिक वेबसाइट मिली. इसमें बताया गया कि ये घटना मिस्र के इस्माइलिया में हुई थी.
इस घटना को लेकर रिपोर्टस ढूंढने के लिए हमने की-वर्ड्स सर्च किया. हमें दिसंबर 2021 की कुछ रिपोर्ट्स मिलीं.
‘Archyde.com’ नाम की वेबसाइट के मुताबिक, 30 साल के अब्दुल रहमान डाबर ने 42 साल के मुहम्मद अल-सादिक की हत्या कर दी. वेबसाइट Middleeast.in-24.com ने भी बताया कि पीड़ित व्यक्ति का नाम सादिक था. कथित तौर पर हत्या के पीछे का मकसद पीड़ित और आरोपी की मां के बीच ‘अवैध’ संबंध बताया गया.
इस घटना की रिपोर्ट और भी कई दूसरी वेबसाइटों ने की थी.
गल्फ़ न्यूज़ ने एक स्थानीय मीडिया आउटलेट का हवाला देते हुए बताया कि आरोपी, “सड़क पर एक शख्स को मारने या उसका सिर काटने से पहले इस्माइलिया के स्वेज नहर शहर में आपराधिक गतिविधियों को लेकर चर्चित था.” आर्टिकल में ये भी लिखा है कि हत्या करने के दौरान, अब्दुल रहमान डाबर ने दो राहगीरों को भी घायल किया था.
इजिप्ट टुडे के अनुसार, आरोपी के वकील ने तर्क दिया था कि घटना के समय उसने ड्रग्स लिया था. लेकिन प्रॉसिक्यूशन ने कहा, “एक फ़ोरेंसिक रिपोर्ट से पता चला है कि आरोपी में मानसिक या मनोवैज्ञान रूप से बीमार होने के कोई लक्षण नहीं थे जिससे अपराध के दौरान, उसकी जाग़रूकता और इच्छा पर कोई असर हो.”
इस तरह, मिस्र के इस्माइलिया में एक शख्स ने सड़क पर दूसरे व्यक्ति की हत्या कर दी. इसका वीडियो भारतीय सोशल मीडिया पर ग़लत दावे के साथ शेयर किया गया कि पीड़ित, एक गैर-मुस्लिम व्यक्ति था.
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.