सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है. इसमें दिख रहा है कि मुस्लिम समुदाय से जुड़ी टोपी पहना एक व्यक्ति उत्तर प्रदेश के फैजाबाद निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा को वोट न देने के लिए अयोध्या के हिंदुओं की आलोचना कर रहा है.

4 जून, 2024 को लोकसभा चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद से फैजाबाद में भाजपा के उम्मीदवार लल्लू सिंह की समाजवादी पार्टी के अवधेश प्रसाद से 50 हज़ार से ज़्यादा वोटों से हार एक प्रमुख चर्चा का विषय रही है.

वीडियो में कुर्ता और टोपी पहना व्यक्ति अयोध्या के हिंदुओं को ‘दोगला’ कहता है. साथ ही वो ये भी दावा करता है कि वे इस बार ‘राम भक्त हिंदुओं’ की वजह से बच गए हैं जिन्होंने कांग्रेस की सरकार नहीं बनने दी है. इसके बाद वो कहता है कि अगर ऐसा नहीं होता तो राहुल (गांधी) हमें आरक्षण दे देता. और ‘अयोध्या में मंदिर की जगह मस्जिद फिर से बन जाती.’

उसका ये भी दावा है कि जिस तरह से अयोध्या में राम मंदिर बना है, उसी तरह अगर कोई राजनेता मस्जिद बनवा दे तो मुसलमानों का बिना शर्त समर्थन मिलेगा और वो नेता 450-500 से ज़्यादा सीटें जीत लेगा. वीडियो के अंत में उसने अयोध्या के हिंदुओं को ‘काफ़िर’ करार दिया और मोदी द्वारा उनके लिए सब कुछ किए जाने के बावजूद भाजपा को वोट नहीं देने पर घृणा जताया.

एक X यूज़र (@R9BHau) ने 5 जून को ये वीडियो पोस्ट किया. इसे 7 लाख से ज़्यादा बार देखा गया है. साथ ही इसे लगभग 22 हज़ार लाइक्स मिले हैं.

X पर @Modified_hindu9 और @rs_rajender जैसे कई अन्य यूज़र्स ने वीडियो शेयर किया है.

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ये वीडियो फ़ेसबुक पर भी वायरल है. दावा है कि ये अनजान मुस्लिम व्यक्ति अयोध्या में भाजपा को वोट न देने के लिए हिंदुओं की आलोचना कर रहा था.

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फ़ैक्ट-चेक

हमने वायरल वीडियो पर एक इंस्टाग्राम वॉटरमार्क देखा जिस पर क्लिप का क्रेडिट @Dhirendra_Raghav_79 को दिया गया है.

इंस्टाग्राम पर इस नाम का प्रोफ़ाइल सर्च करने पर हमें पता चला कि धीरेंद्र राघव के वेरिफ़ाइड अकाउंट पर 48 हज़ार से ज़्यादा फ़ॉलोअर्स हैं. अपने प्रोफ़ाइल बायो में राघव खुद को एक ‘कलाकार’ बताते हैं. उनकी टाइमलाइन को स्क्रॉल करने पर हमने देखा कि उन्होंने बीजेपी के समर्थन में कई और वीडियो भी बनाए थे. वीडियो में वो अलग-अलग अवतार में नज़र आते हैं.

हालांकि, वायरल वीडियो को अब उनके प्रोफाइल से हटा दिया गया है जिसमें वो टोपी पहनकर एक मुस्लिम व्यक्ति की तरह दिख रहे थे.

हमें उनकी फ़ेसबुक प्रोफ़ाइल भी मिली. यहां भी वो खुद को एक कलाकार ही बताते है. साथ ही यहां ये जानकारी भी दी गई है कि वो उत्तर प्रदेश के आगरा के रहने वाले हैं.

यानी, ये साफ है कि अयोध्या के हिंदुओं पर कटाक्ष करने और भाजपा को वोट न देने पर हिंदुओं की आलोचना करने वाला व्यक्ति कोई मुस्लिम नहीं है, बल्कि धीरेंद्र राघव नाम का एक कंटेंट क्रिएटर है. वो अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपलोड किए जाने वाले वीडियो में अलग-अलग किरदार निभाता है.

हमने ये भी नोटिस किया कि वीडियो की सांप्रदायिक प्रकृति का संज्ञान लेते हुए, आगरा की एक अदालत ने धीरेंद्र राघव को सांप्रदायिक नफरत भड़काने के ग़लत इरादे का आरोप लगाते हुए न्यायिक हिरासत में भेजा गया था.

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