सोशल मीडिया पर एक वीडियो क्लिप वायरल है जिसमें दावा किया जा रहा है कि मणिपुर में हिंदुत्व कार्यकर्ता या कथित गौरक्षक एक मुस्लिम महिला को पीट रहे हैं. वायरल क्लिप में एक महिला पर करीब चार लोग घेरकर लाठियां बरसा रहे हैं. वीडियो में कई बार ये दिख रहा है कि लोग बार-बार महिला को ज़मीन पर गिरा रहे हैं और एक अन्य शख्स उसे लाठी से पीट रहा है.
एक वेरिफ़ाईड एक्स अकाउंट ‘@Afcq1954‘ ने 21 जुलाई, 2024 को ये वायरल क्लिप इस अरबी कैप्शन के साथ पोस्ट की जिसका हिन्दी अनुवाद कुछ यूं है: “एक वीडियो जिसे पूरी दुनिया को देखना चाहिए. भारत के मणिपुर राज्य में एक मुस्लिम महिला को बदमाश गौरक्षकों द्वारा बेरहमी से पीटा गया.” इस आर्टिकल के लिखे जाने तक इस पोस्ट को लगभग 20 लाख बार देखा गया है और इसे 15 हज़ार से ज़्यादा बार रिशेयर किया गया है. (आर्काइव)
एक और एक्स यूज़र ‘@BabaG512‘ ने इस वायरल क्लिप को इस अरबी कैप्शन के साथ पोस्ट किया कि भारत के मणिपुर राज्य में कथित तौर पर एक मुस्लिम महिला को उसकी जाति की वजह से मार दिया गया था. (आर्काइव)
ایک ایسی ویڈیو جسے دنیا کو ضرور دکھانا چاہیے
بھارت کی ریاست منی پور میں ایک با پردہ مسلمان خاتون کو غلیظ گائے پرست بے دردی سے پیٹ رہے ہیں ۔۔۔ pic.twitter.com/fGHefl8O5v— Baboo G (@BabaG512) July 21, 2024
एक्स यूज़र (@Chandnya__) ने भी इसी दावे के साथ वायरल वीडियो शेयर किया जिसे फ़ैक्ट-चेक रिपोर्ट लिखे जाने तक 2 लाख से ज़्यादा बार देखा गया है और करीब 6,000 से ज़्यादा बार रिशेयर किया गया है. (आर्काइव)
ये वीडियो फ़ेसबुक पर भी वायरल है जिसमें कई यूज़र्स दावा कर रहे हैं कि मणिपुर में गौरक्षकों ने एक मुस्लिम महिला की हत्या कर दी.
ऑल्ट न्यूज़ को इस वीडियो के फ़ैक्ट-चेक के लिए व्हाट्सऐप हेल्पलाइन (7600011160) पर कई रिक्वेस्ट मिलीं.
फ़ैक्ट-चेक
ऑल्ट न्यूज़ ने देखा कि वायरल क्लिप में एक वॉटरमार्क के साथ एक कैप्शन का स्क्रीनशॉट भी था. इसका क्रेडिट ‘@shariaflix.v2‘ नामक एक इंस्टाग्राम अकाउंट को दिया गया था. हमने वीडियो के बारे में पता लगाने के लिए इस अकाउंट को चेक किया. 15 जुलाई को ये क्लिप पोस्ट की गई थी. इसका कैप्शन था, “मणिपुर में हिंदुत्ववादियों ने एक मुस्लिम महिला को बेरहमी से पीट-पीटकर मार डाला…”
ज़्यादा संदर्भ की तलाश में हमने एक्स पर वायरल क्लिप के कमेंट सेक्शन को देखा. @YamnaPendray नामक यूज़र के एक कमेंट में कहा गया था कि वीडियो में दिखाई गई मुस्लिम महिला को यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (UNLF) के सदस्यों ने पीटा था. ये पूर्वोत्तर में सक्रिय एक अलगाववादी ग्रुप है. इसमें बताए गए आरोप के मुताबिक, महिला को ड्रग्स बेचने के आरोप में पीटा जा रहा था.
ऑल्ट न्यूज़ ने जब वायरल वीडियो में दिख रहे लोगों के कपड़ों को लेकर क्रॉस-चेक किया तो हमें मालूम हुआ कि वायरल वीडियो में हमलावरों ने जो कपड़े पहने थे वो UNLF के सदस्यों के ड्रेस से मिलते-जुलते हैं.
इसे ध्यान में रखते हुए की-वर्ड्स सर्च करने पर हमें 10 जुलाई का यूट्यूब वीडियो मिला. वीडियो के कैप्शन में लिखा है, ”मेइतेइलैंड में कई ड्रग डीलर, कारोबार हैं.”
इसी यूट्यूब चैनल के एक और वीडियो में वो महिला भी दिख रही है जो लाठियों से पीटे जाने से पहले वर्दीधारी पुरुषों से विनती कर रही है. वीडियो में उससे पूछताछ करने वाला उससे पूछता है कि उसने “इसे कहां से खरीदा” जिस पर वो कहती है कि उसने “इसे नहीं लिया.”
इसके अलावा, हमने पहले बताए गए ट्वीट से प्राप्त महिला की तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च किया और हमें फ़ेसबुक पर एक पोस्ट मिली. इसमें UNLF-MPA निंगोल माचा द्वारा ड्रग तस्करों की गिरफ़्तारी पर रिपोर्ट की गई थी. गिरफ़्तार किए गए लोगों में वायरल वीडियो वाली महिला भी है. (आर्काइव)
UNLF-MPA Ningol macha singna Drug karbarwala sing Chabasing koithi thiduna warakpa hourakle fjana totkhre. UNLF Ningol mchasingna Yaifare💪💪
Posted by Moirang 360 on Wednesday 10 July 2024
ज़्यादा जानकारी के लिए, ऑल्ट न्यूज़ ने इंफ़ाल स्थित एक स्वायत्त गैर-लाभकारी संगठन, मणिपुरी मैतेई-पंगल सामाजिक एकीकरण और उत्थान संगठन से कॉन्टेक्ट किया. हमसे बात करते हुए एक अधिकारी ने कंफ़र्म किया कि वायरल वीडियो में दिख रही महिला मुमताज एबेम नाम की एक ड्रग पेडलर है. प्रतिनिधि ने हमें आगे बताया कि उसे पूर्वी इंफ़ाल के हट्टा गोलापति में नशीली दवाओं की तस्करी के आरोप में UNLF की महिला शाखा द्वारा गिरफ़्तार किया गया था. उन्होंने कहा कि घटना में चलाया गया सांप्रदायिक पहलू मनगढ़ंत है.
हमें एक फ़ेसबुक पोस्ट भी मिली जिसमें मणिपुर मेइतेई पंगन रिवोल्यूशनरी आर्मी नामक संगठन द्वारा मेइतेई भाषा में जारी एक प्रेस रिलीज थी. दिनांक 17 जुलाई, को इसमें मणिपुर में नशीली दवाओं की तस्करी को रोकने के उपायों के बारे में बात की गई है. (आर्काइव)
‘पांगन‘ ‘बंगाल’ से लिया गया एक मैतेई शब्द ह, जो मणिपुरी मुसलमानों को संदर्भित करता है.
MMPRA Manipur pangan gi Revolutionary thokhare atopa lup amatana pangan jattida pangan drug yonba drug chaba thingba yaroi faba yaroi haikhare source:WhatsApp group
Posted by Gugu King on Friday 19 July 2024
हमने इस डॉक्यूमेंट को अंग्रेजी में ट्रांसलेट किया. इस प्रेस रिलीज़ में नशीली दवाओं की तस्करी और अन्य अवैध गतिविधियों को खत्म करने का आह्वान किया गया है. ये दावा किया गया है कि मणिपुर मैतेई पंगन क्रांतिकारी सेना अपने समुदाय की समस्याओं को संभालेगी और अन्य समुदायों, चाहे उग्रवादी हों या नहीं को उनके मामलों से दूरी बनाए रखनी चाहिए.
प्रेस रिलीज़ का निरीक्षण करने पर हमें नशीली दवाओं की तस्करी में शामिल आरोपियों में से एक के रूप में मुमताज एबेम का नाम मिला.
इसके अलावा, मणिपुर पुलिस के ऑफ़िशियल X हैंडल ने वायरल क्लिप के बारे में पोस्ट किया जिसमें साफ किया गया कि महिला को नशीली दवाओं की तस्करी के कथित आरोप में पीटा गया था और इस घटना का कोई सांप्रदायिक ऐंगल नहीं था. (आर्काइव)
Miscreants beat up a woman alleging to be involved in drug peddling.
Police have taken up a case in this regard.
There is no communal angle in it. https://t.co/8OxbqVeF6f pic.twitter.com/IgFXA8wnxi— Manipur Police (@manipur_police) July 24, 2024
कुल मिलाकर, वायरल वीडियो में गौरक्षकों द्वारा एक मुस्लिम महिला को मारते हुए नहीं दिखाया गया है. महिला (जो मुस्लिम समुदाय थी) को नशीली दवाओं की तस्करी के आरोप में UNLF सदस्यों द्वारा गिरफ़्तार किया गया और पीटा गया. महिला की पीट-पीट कर हत्या नहीं की गयी है. वहीं इस घटना का कोई सांप्रदायिक ऐंगल नहीं था.
प्रांतिक अली ऑल्ट न्यूज़ में इंटर्न हैं.
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