ट्रिगर वॉर्निंग: मोलेस्टेशन

सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है जिसमें कुछ लोग एक महिला के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं. महिला उन लोगों से ऐसा न करने की गुहार लगा रही है. ये वीडियो इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि छेड़खानी कर रहे लोग मुस्लिम समुदाय से हैं और इस मामले में पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई.

ट्विटर ब्लू यूज़र ‘@VirendraDubey_‘ ने 30 मई को इस कैप्शन के साथ ये वीडियो ट्वीट किया, “ये सीरिया नहीं है. ये पाकिस्तान भी नहीं है. ये है भारत का बिहार है. तुष्टीकरण अपरंपार है! बिहार में 4 जिहादियों ने मिलकर हिंदू लड़की को सरेराह छेड़ा उसे घसीटा और अश्लील हरकते करते रहे. कोई पुलिस केस नहीं, कोई कार्रवाई नहीं. पूरे बिहार में ये आम बात है. रोज कई हिंदू परिवार पलायन कर रहे हैं, पर नीतीश कुमार और लालू परिवार जालीदार टोपी और ईद की सेवईयों में मस्त है.” आर्टिकल लिखे जाने तक इस ट्वीट को 86 हज़ार से ज़्यादा बार देखा गया है और 2 हज़ार से ज़्यादा बार रीट्वीट किया गया है. (आर्काइव लिंक)

एक और ट्विटर हैन्डल ‘@ShaliniKumawat0‘ ने भी ये वीडियो को इसी कैप्शन के साथ ट्वीट किया. और तो और इस यूज़र ने वीडियो में दिख रहे लोगों के लिए ‘जिहादी’ शब्द का इस्तेमाल भी किया. आर्टिकल लिखे जाने तक इस ट्वीट को 500 से ज़्यादा बार रीट्वीट किया गया है. (आर्काइव लिंक)

कई और सोशल मीडिया यूज़र्स ने भी ये वीडियो ऐसे ही दावों के साथ ट्विटर और फ़ेसबुक पर पोस्ट किया है:

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फ़ैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ को ट्विटर हैन्डल ‘@TrueStoryUP‘ का एक ट्वीट मिला. इस अकाउंट के मुताबिक, ये ‘रजिस्टर्ड न्यूज़पेपर और न्यूज़ वेबसाइट’ है. यूज़र ने बताया कि ये घटना मगध मेडिकल कॉलेज थाना क्षेत्र के गया के गुलरिया चक गांव में हुई थी. पीड़िता अपने प्रेमी के साथ बैठकर बातें कर रही थी. तभी चार-पांच आदमी उनके पास आए और लड़की को उसके प्रेमी के सामने घसीटकर ले गए और उसके साथ छेड़छाड़ की. इस हरकत में शामिल एक लड़के ने घटना का वीडियो रिकॉर्ड कर लिया और सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया.

जब वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी और वीडियो में दिख रहे आरोपी की तलाश की. ट्वीट में ये भी ज़िक्र किया गया है कि गया पुलिस ने 5 में से 2 आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया है. (आर्काइव)

की-वर्ड्स सर्च करने पर हमें इस घटना के बारे में कई न्यूज़ रिपोर्ट्स मिलीं जिससे @TrueStoryUP द्वारा किए गए दावों की पुष्टि होती है.

हमें 30 मई को गया पुलिस के सिटी SP हिमांशु का एक प्रेस नोट और एक वीडियो स्टेटमेंट भी मिला. इसमें कहा गया था कि जैसे ही पुलिस को वायरल वीडियो के बारे में पता चला. उन्होंने तुरंत प्राथमिकी दर्ज करते हुए कार्रवाई की. वीडियो में दिख रहे पांच लोगों के खिलाफ IPC की धारा 294/509/354(B)/341/323/504 और आईटी अधिनियम की धारा 67 के तहत मामला दर्ज़ किया गया है. आगे ये जांच की जा रही है कि क्या पीड़िता नाबालिग थी. अगर ऐसा है तो आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट की धारा 8 और 12 के तहत भी मामला दर्ज़ किया जाएगा. SP ने पांच में से दो आरोपियों के नाम भी बताए. ये नाम हैं जितेंद्र कुमार और अभिषेक कुमार. अन्य तीन की भी पहचान कर ली गई है. उन्होंने कहा कि वो उस कपल के संपर्क में भी थे जो इस मामले के प्रमुख गवाह थे. (आर्काइव)

31 मई को गया पुलिस ने एक और प्रेस नोटिस जारी की जिसमें कहा गया कि तीसरे आरोपी को गिरफ़्तार कर लिया गया है. उसकी पहचान नीतीश कुमार के रूप में की गई है. प्रेस नोट में, उन्होंने घटना के संबंध में सोशल मीडिया पर किए गए सांप्रदायिक दावों का भी खंडन किया. प्रेस नोट में यूज़र शालिनी कुमावत (ऊपर एम्बेड किया गया) के ट्वीट का विशेष रूप से ज़िक्र किया गया है और उनके द्वारा किए गए दावों का खंडन किया गया है. इसमें आगे कहा गया है, “गया पुलिस के द्वारा शालिनी कुमावत (हिन्दू की नारी) के नाम से चलाए जा रहे ट्वीटर पर बनाए गए आईडी के द्वारा की गई पोस्ट को ट्वीटर से हटाने एवं अकाउंट सत्यापित डाटा उपलब्ध कराने हेतु साइबर सेल, गया द्वारा ट्वीटर से संपर्क स्थापित किया गया है. उक्त ट्वीटर का सत्यापन होने के पश्चात विधि सम्मत कानूनी कार्रवाई की जाएगी.” (आर्काइव)

मगध मेडिकल कॉलेज थाना के SHO ने ऑल्ट न्यूज़ को बताया, “अब तक गिरफ़्तार किए गए तीनों आरोपी, हिंदू हैं, यहां तक कि पीड़िता और उसका प्रेमी भी हिंदू ही हैं. इस मामले में कोई हिंदू-मुस्लिम ऐंगल नहीं है.”

मामले के बारे में ज़्यादा जानकारी जुटाने के लिए ऑल्ट न्यूज़ ने सिटी SP हिमांशु से भी संपर्क किया. उन्होंने कहा, “आज एक और व्यक्ति को गिरफ़्तार किया गया है, कुल पांच लोगों में से तीन गिरफ़्तार हुए हैं. हम उन लोगों के नामों का खुलासा नहीं कर सकते जिन्हें अभी तक गिरफ़्तार नहीं किया गया है. लेकिन इसमें कोई सांप्रदायिक ऐंगल नहीं है. ये यौन उत्पीड़न का मामला है और हम सभी आरोपियों के खिलाफ उचित धाराओं के तहत कानूनी कार्रवाई करेंगे.

कुल मिलाकर, सोशल मीडिया पोस्ट में एक महिला के साथ छेड़छाड़ करने का वीडियो झूठे सांप्रदायिक ऐंगल के साथ शेयर किया गया. मामले में पांच में से तीन आरोपियों को पहले ही गिरफ़्तार कर लिया गया है और वो सभी हिंदू हैं. महिला और उसका साथी भी हिंदू समुदाय से ही हैं.

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