इन दिनों सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल है जिसमें ABP लाइव का लोगो दिख रहा है. इस तस्वीर में मुस्लिम धर्म से जुड़ी टोपी पहने एक आदमी को साड़ी पहनी कुछ महिलाओं से घिरा दिखाया गया है. जिसमें हेडलाइन लिखा है: “आखिर क्यों मरती हैं? मुस्लिम लड़कों पर हिंदू लड़कियां”

अली सोहराब नाम के पैरोडी अकाउंट ने ये तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा, “ABP न्यूज वालों से मेरी हाथ जोड़कर विनती है ऐसी पोस्ट ना डाले ये सब बाते गुप्त होती है कृपया सबको ना बताए.” (आर्काइव लिंक)

अक्सर सांप्रदायिक नफ़रती पोस्ट करने वाले राइट विंग वेरिफ़ाइड X-यूज़र भूमिहार सागर ने एक एक्स यूज़र को पिक्चर क्रेडिट देकर ABP न्यूज़ को गाली देते हुए पोस्ट-कार्ड पोस्ट कर लिखा, “आखिर क्यों मरती है मुस्लिम लड़को पर हिन्दू लडकिया ये हैडलाइन है ABP न्यूज़ जैसे  भ*वा*री करने वाले न्यूज चैनल की कुछ सालों से न्यूज़ द्वारा सदैव सनातम धर्म को हिन्दुओ को टारगेट करने का सिलसिला चलते आ रहा, वक़्त रहते इनपर लगाम लगाना अति आवश्यक हो गया है.” (आर्काइव लिंक)

X-यूज़र मीनल सुल्तान ने भी ऐसे ही दावों के साथ ये तस्वीर पोस्ट की. (आर्काइव लिंक)

फ़ैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ ने इस तस्वीर में लिखे हेडलाइन को की-वर्डस सर्च किया, हमें ABP न्यूज़ के आधारिक वेबसाइट व सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म [फेसबुक इंस्टाग्राम, X (पूर्व ट्विटर)] पर इस तरह की कोई ख़बर नहीं मिली.

की-वर्डस सर्च के दौरान, हमें 13 नवम्बर 2024 की ABP न्यूज़ की एक फैक्ट चेक रिपोर्ट ज़रूर मिली. इस रिपोर्ट में बताया गया है एबीपी न्यूज़ ने ऐसी कोई भी खबर नहीं छापी है और ना ही एबीपी न्यूज़ के किसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से इसे शेयर किया गया है. चैनल ने इसे फ़र्ज़ी करार दिया. (आर्काइव लिंक)

आगे जांच जारी रखते हुए, वायरल तस्वीर में दिख रह फॉन्ट और ABP न्यूज़ के आधिकारिक X हैंडल पर पोस्ट के फॉन्ट से तुलना करने पर हमने पाया कि वायरल पोस्टकार्ड का फॉन्ट, ABP न्यूज़ के एक मूल पोस्ट के फॉन्ट से बिल्कुल अलग है. 

आगे हमने एआई डिटेक्टर टूल TrueMedia.org पर वायरल पोस्टकार्ड को चेक किया, जिसके परिणाम में तस्वीर को एआई निर्मित बताया गया.

कुल मिलाकर, ABP लाइव का पोस्ट बताकर एआई निर्मित फ़र्ज़ी तस्वीर को सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के प्रयास से शेयर किया जा रहा है.

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