इन्वेस्टीगेटिव पत्रकार राणा अयूब पर हाल ही में एक राईटविंग ट्विटर (X) हैंडल, @HPhobiaWatch ने भयानक डॉक्सिंग हमला किया गया था. 8 नवंबर को सुबह 1 बजकर 15 मिनट पर इस हैन्डल ने एक ट्वीट में राणा का मोबाईल नंबर सार्वजनिक कर दिया, जिसके बाद उन्हें पूरी रात लगातार फ़ोन कॉल, वीडियो कॉल और भद्दे मैसेज का सामना करना पड़ा.
I have lived a nightmare. At around 1 am tonight, this right wing handle posted my number on twitter, asked his followers to text me. My phone did not stop ringing through the night. Video calls, obscene Whats app msgs. Hello @MumbaiPolice @NCWIndia, this was targeted harassment pic.twitter.com/3LOc1BaO1Z
— Rana Ayyub (@RanaAyyub) November 8, 2024
ऑल्ट न्यूज़ से बात करते हुए राणा अयूब ने दुख और निराशा व्यक्त की. उन्होंने हमें बताया, “क्या देश की महिलाओं को इसी तरह सुरक्षित महसूस करना चाहिए? जब भारत में महिलाओं पर यौन उत्पीड़न होता है तो हम कैंडललाइट मार्च निकालते हैं. ये जघन्य कार्य इसलिए होते हैं क्योंकि जब महिलाओं को सार्वजनिक रूप से परेशान किया जाता है, तो अधिकारी दूसरी तरफ देखने लगते हैं.” उन्होंने ये भी ज़िक्र किया कि उन्हें परेशान किए जाने वाले ट्वीट के नीचे @HPhobiaWatch नामक हैंडल के फ़ॉलोअर्स ने देर रात के मैसेज के स्क्रीनशॉट पोस्ट किए थे जो राणा अय्यूब को भेजे गए थे.
फ़रवरी 2024 में ऑल्ट न्यूज़ ने @TheSquind नामक राईटविंग हैंडल द्वारा संचालित ऑनलाइन उत्पीड़न की एक निश्चित प्रवृत्ति पर एक डिटेल रिपोर्ट पब्लिश की थी. अपनी रिपोर्ट में हमने जांच की कि कैसे इस हैंडल ने अन्य लोगों के साथ, नाबालिगों सहित करीब सौ हिंदू महिलाओं को परेशान किया जो मुस्लिम पुरुषों के साथ रह रहीं थीं.
ये रिपोर्ट इन दो एकाउंट्स (@HPhobiaWatch और @TheSquind) के बीच के लिंक को उजागर करती है और दिखाती है कि कैसे राणा अयूब को परेशान करने वाले का महिलाओं को ऑनलाइन निशाना बनाने और परेशान करने का इतिहास रहा है.
@TheSquind और @HPhobiaWatch के बीच की कड़ी
28 दिसंबर, 2023 को @TheSquind ने अपने फ़ॉलोअर्स को सूचित किया कि हैंडल, @HPhobiaWatch, (जिसने राणा अयूब को डॉक्स किया था), एडमिन के बैकअप अकाउंट के रूप में काम करेगा.
इसके अलावा, 12 मार्च, 2024 को @HPhobiaWatch के एक ट्वीट में बताया गया कि ये कुछ समय के लिए एडमिन के प्राइमरी अकाउंट के रूप में काम करेगा.
इन एकाउंट्स के पीछे कौन है?
@TheSquind के एडमिन को जनवरी 2024 में थानथाई पेरियार की मूर्ति के ऊपर एक अश्लील छेड़छाड़ करने की वजह से आलोचना का सामना करना पड़ा था. असली तस्वीर में DMK राजनेता उदयनिधि स्टालिन ऑल्ट न्यूज़ के सह-संस्थापक मोहम्मद ज़ुबैर को मूर्ति सौंपते हुए दिखाई दे रहे हैं. इस ट्वीट के बाद @TheSquind के एडमिन के खिलाफ FIR दर्ज की गई.
इस साल फ़रवरी और मार्च के बीच, कई प्रमुख राईटविंग एकाउंट्स ने ट्वीट किया कि तमिलनाडु पुलिस स्क्विंट नियॉन के एडमिन को गिरफ़्तार करने के लिए दिल्ली पहुंची थी और बाद में एडमिन के भाई को बिहार से गिरफ़्तार किया था. राईटविंग इन्फ्लुएंसर अंकित जैन या @Indiantweeter ने दावा किया कि @TheSquind के एडमिन और उसके भाई दोनों को भाजपा लीडरशिप ने ‘बचाया’ था.
ऑल्ट न्यूज़ ने तमिलनाडु के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी से बात की, जिन्होंने ट्विटर हैंडल @TheSquind के पीछे के व्यक्ति के रूप में चंदन कुमार की पहचान की. जैसा कि पहले बताया किया गया था यानी, चंदन ही @HPhobiaWatch अकाउंट चलाता है और राणा को परेशान किये जाने के लिए भी यही शख्स ज़िम्मेदार है.
ऑल्ट न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन
ऑल्ट न्यूज़ ने चंदन कुमार का प्रोफ़ेशनल बायोडाटा देखा, जहां हमें उसका ईमेल आईडी और फ़ोन नंबर मिला.
CV में दिए गए डिटेल्स का इस्तेमाल करके, हमने ये वेरिफ़ाई किया कि चंदन कुमार ही @HPhobiaWatch और @TheSquind दोनों अकाउंट का इस्तेमाल करता है. चंदन कुमार की ईमेल आईडी ‘C’ से शुरू होती है और ‘8’ पर खत्म होती है और उसका फ़ोन नंबर ’03’ पर खत्म होता है. हमने देखा कि उसके ट्विटर बायो में एक इंस्टाग्राम अकाउंट का ज़िक्र किया गया था जिसका यूज़रनेम hindutva_knight_ था. फ़ोन के माध्यम से “फॉरगॉट पासवर्ड” विकल्प का इस्तेमाल करने और यूज़रनेम hindutva_knight_ दर्ज करने पर, हमें पता चला कि ’03’ से खत्म होने वाले नंबर पर एक कोड भेजा जाएगा. ये नंबर चंदन कुमार के बायोडाटा पर लिस्टेड फ़ोन नंबर से मेल खाता है. नीचे इस प्रक्रिया की एक स्क्रीन रिकॉर्डिंग दी गई है.
हमने इसी प्रक्रिया को कंप्यूटर पर आज़माया, मालूम चला कि जब यूज़रनेम hindutva_knight_ को ‘फॉरगॉटन पासवर्ड’ विकल्प का इस्तेमाल करके दर्ज किया गया तो ‘c’ से शुरू होने वाली और ‘8’ पर खत्म होने वाली आईडी पर एक ईमेल भेजा गया था. ये चंदन कुमार के बायोडाटा पर लिस्टेड ईमेल आईडी से भी मेल खाता है. नीचे इस प्रक्रिया की एक स्क्रीन-रिकॉर्डिंग दी गई है.
@HPhobiaWatch के इंस्टाग्राम अकाउंट से जुड़े फ़ोन नंबर और ईमेल आईडी दोनों का पता चंदन कुमार से लगाया जा सकता है.
हमें @saffronstriker हैंडल से चंदन की निजी इंस्टाग्राम प्रोफ़ाइल भी मिली. हमने फ़ोन पर इस अकाउंट के साथ यही प्रक्रिया अपनाई और हमें उसी फ़ोन नंबर पर ले जाया गया जिसके अंत में 03′ आता है.
हमने कंप्यूटर पर भी यही प्रक्रिया अपनाई, मालूम चला कि अकाउंट ‘C’ से शुरू होने और ‘8’ पर खत्म होने वाले ईमेल से लिंक होता है. नीचे एक स्क्रीन रिकॉर्डिंग दी गई है.
ऊपर बताए गए इंस्टाग्राम अकाउंट की तरह, चंदन के निजी अकाउंट क्रेडेंशियल का पता उसके फ़ोन नंबर और ईमेल आईडी से लगाया जा सकता है,
बीजेपी से चंदन कुमार का संबंध
ऑल्ट न्यूज़ ने चंदन कुमार के पेशेवर बायोडाटा को देखा, जिससे पता चला कि उसने पहले भी भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर काम किया था. चंदन कुमार ने वराहे एनालिटिक्स में एक सीनियर कंटेंट एनालिस्ट के रूप में काम किया, जहां उसने उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश राज्य चुनावों के दौरान भाजपा के सोशल मीडिया प्लेटफार्मों और तीसरे पक्ष के डिलिवरेबल्स के लिए कंटेंट को संभाला. वाराहे एनालिटिक्स भाजपा द्वारा नियुक्त एक राजनीतिक परामर्श कंपनी है, जो सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर प्रॉक्सी ट्रोल एकाउंट्स का एक नेटवर्क चलाती है. हमें चंदन कुमार का एक लिंक्डइन प्रोफ़ाइल मिला, जिसमें बताया गया है कि उसने वराहे एनालिटिक्स में एक वीडियो संपादक के रूप में काम किया है, जिससे हमारी जांच की पुष्टि होती है.
चंदन कुमार ने एसोसिएशन ऑफ़ बिलियन माइंड्स (ABM) में भाजपा के साथ भी काम किया जो उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव और अलग-अलग राज्य चुनावों के लिए पार्टी की कंसल्टिंग यूनिट है. चंदन कुमार ने मुंबई स्थित कंपनी जार्विस टेक्नोलॉजी एंड स्ट्रैटेजी कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड के साथ भी काम किया, जो भाजपा को तकनीकी सहायता प्रदान करती थी. उसके बायोडाटा के मुताबिक, चंदन ने जार्विस में अपने कार्यकाल के दौरान ‘असम राज्य चुनावों के लिए मीडिया कंटेंट देने में भारतीय जनता पार्टी के साथ काम किया था.’
28 मार्च, 2023 को @TheSquind ने ट्वीट कर परिवार की मदद करने के लिए राईटविंग हिंदू समुदाय का आभार व्यक्त किया. विशेष रूप से उसने @MrSinha_, विकास पांडे और अंकित जैन का नाम लिया. उसने बीजेपी तमिलनाडु, बीजेपी दिल्ली और बीजेपी बिहार को भी धन्यवाद दिया.
इंटरनेट पर महिलाओं को निशाना बनाने का इतिहास
चंदन कुमार ने कथित ‘लव जिहाद’ से लड़ने की ज़िम्मेदारी अपने ऊपर ले रखी है. ‘लव जिहाद’ के मुताबिक, ये एक ऐसा साजिश सिद्धांत है जिसमें मुस्लिम पुरुष व्यवस्थित रूप से हिंदू महिलाओं को शादी के लिए फुसलाते हैं और उन्हें जबरन इस्लाम में परिवर्तित करते हैं.
इसलिए, वो सोशल मीडिया पर अंतर-धार्मिक जोड़ों के खिलाफ ऑनलाइन सतर्कता का नेतृत्व करता है. इस सतर्कता के तौर-तरीकों में सोशल मीडिया पर अंतर-धार्मिक जोड़ों की तलाश करना और चंदन कुमार और उसके साथियों के सोशल मीडिया अकाउंट से उनकी तस्वीरों को शेयर करना शामिल है, जो अक्सर इंस्टाग्राम से ली जाती हैं, जिसके बहुत ज़्यादा फॉलोअर्स हैं. एक बार जब इस तरह का रिश्ता दर्शकों के सामने आ जाता है, तो जोड़ों को व्यक्तिगत मैसेज सहित ऑनलाइन हमलों का सामना करना पड़ता है. अगर किसी महिला के सोशल मीडिया बायो में उसके धर्म का ज़िक्र करने वाले शब्द या वाक्यांश हैं, तो उसे उजागर किया जाता है और उसका मजाक उड़ाया जाता है. महिला हिंदू पीड़ितों को अक्सर ‘होंडा शेरनी’ कहा जाता है, जो ‘हिंदू शेरनी’ का संभावित विरूपण है.
हमारी जांच में पाया गया कि एक मुस्लिम पुरुष के साथ ‘रिश्ता’, (जिससे किसी हिंदू महिला पर इस ग्रुप का ध्यान आकर्षित होता है) का मतलब हमेशा अंतर-धार्मिक संबंध में होना नहीं होता है. कई महिलाओं को सिर्फ एक मुस्लिम के साथ फ़ोटो खिंचवाने पर भी ट्रोल किया गया. ऑल्ट न्यूज़ ने एक पीड़िता से बात की, जिसने बताया कि कैसे उसका ऑनलाइन उत्पीडन ज़ल्द ही वास्तविक रूप में बदल गया जब राईटविंग कार्यकर्ताओं का एक ग्रुप उसके घर पहुंचा और बाहर से उसे गालियां दीं. ऑल्ट न्यूज़ ने एक 18 साल की पीड़िता से भी बात की, जिसे पिछले साल एक मुस्लिम व्यक्ति के साथ तस्वीरें पोस्ट करने के लिए परेशान किया गया था. पीड़िता (जो इस ऑनलाइन उत्पीड़न के समय नाबालिग थी) ने हमें बताया कि उसकी तस्वीरों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने के बाद लगभग 80 एकाउंट्स ने उसे अपमानजनक मैसेज भेजे थे. “उन्होंने मुझसे कहा, ‘मुस्लिम के साथ मत रहो, फ्रिज़ में डाल देगा’, ‘लव जिहाद कर देगा तेरे साथ.’ जिस ट्वीट में उन पर निशाना साधा गया था, उसे स्क्विंट नियॉन द्वारा रीट्वीट किया गया और आगे बढ़ाया गया.
@TheSquind और @HPhobiaWatch द्वारा इस्लामोफ़ोबिक कंटेंट डाला गया.
ऑल्ट न्यूज़ ने स्क्विंट नियॉन द्वारा ऑनलाइन शेयर किए गए प्रोब्ल्मैटिक कंटेंट को लगातार मार्क किया है, जिसने बार-बार सोशल मीडिया दिशानिर्देशों का उल्लंघन किया है. एडमिन के पुलिस जांच के दायरे में आने के बाद, @TheSquind के अकाउंट से लगभग 19 हज़ार ट्वीट हटा दिए गए. असल में 2017 में इसे द क्विंट की पैरोडी के रूप में बनाया गया था, स्क्विंट नियॉन को कई बार सस्पेंड किया गया है, लेकिन नए यूज़रनेम के साथ फिर से सामने आना जारी है, जिसमें @squintneon और @squintnayan और अब @thesquind शामिल हैं, जहां ये राईटविंगर्स, विशेष रूप से शहरी युवाओं के बीच लोकप्रिय बना हुआ है. फ़ोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी की मौत को ‘मीम कंटेंट’ के रूप में इस्तेमाल करने से लेकर मुसलमानों के खिलाफ हिंसा को बढ़ावा देने तक, ये हैंडल लगातार ऐसे कंटेंट पोस्ट करता है जो आम तौर पर किसी अकाउंट को सस्पेंड करने की मांग करती है. हालांकि, स्क्विंट नियॉन आज भी X पर काफ़ी एक्टिव है.
ये बताने जरूरत नहीं है, @HPhobiaWatch भी इसी तरह के प्रोब्ल्मैटिक कंटेंट डालता है; नाथूराम गोडसे जैसी शख्सियतों का महिमामंडन करने से लेकर GN साईंबाबा और बाबा सिद्दीकी जैसे लोगों की मौत को मीम कंटेंट में बदलने तक.
अंतिम उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, साइबर क्राइम सेल में राणा अयूब की शिकायत के आधार पर 9 नवंबर को मुंबई पुलिस ने एक FIR दर्ज की थी.
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