24 फ़रवरी को गुजरात के अहमदाबाद में सरदार पटेल स्टेडियम का नाम अब नरेंद्र मोदी स्टेडियम कर दिया गया है. 1 लाख 30 हज़ार दर्शकों की कैपेसिटी के साथ ये अब दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम बन गया है. इसके बाद से फ़ेसबुक और ट्विटर पर एक तस्वीर वायरल हुई जिसमें एक चौक पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मूर्ति लगी हुई है. इसके साथ कैप्शन है, “निंदनीय ये हो क्या रहा है…जीते जी किसी के नाम के चौक-चौराहे, स्टेडियम-अस्पताल की परंपरा हमारे देश में नही रही.”
यूज़र लखन कश्यप ने फ़ेसबुक ग्रुप अंधभक्त धुलाई केंद्र में ये तस्वीर शेयर की जिसे आर्टिकल लिखे जाने तक 600 से ज़्यादा लोग शेयर कर चुके हैं.
कई और फ़ेसबुक यूज़र्स ने भी यही दावा किया.
नरेंद्र मोदी की मूर्ति वाली ये तस्वीर ट्विटर पर भी खूब वायरल है. (आर्काइव लिंक)
निंदनीय ये हो क्या रहा है,
जीते जी किसी के नाम के चौक-चौराहे,स्टेडियम-अस्पताल की परंपरा हमारे देश में नही रही !!! @INCIndia pic.twitter.com/RyMneQcIB7— Lokesh Sharma (@Lokeshtiloliinc) February 27, 2021
एडिटेड तस्वीर वायरल
नरेंद्र मोदी की मूर्ति
ऑल्ट न्यूज़ ने वायरल तस्वीर का यांडेक्स पर रिवर्स इमेज सर्च किया और हमें वेबसाइट pakistanpoint.com पर इस फ़ाउंटेन की तस्वीर मिली. लेकिन इसमें नरेंद्र मोदी की मूर्ति नहीं बल्कि केतली और कप वाला फ़ाउंटेन नज़र आ रहा है. तस्वीर के कैप्शन में लिखा है कि ये पाकिस्तान के फ़ैसलाबाद के स्टेशन चौक पर बना हुआ है.
वायरल तस्वीर में इसी फ़व्वारे की तस्वीर को एडिट किया गया है. इसके केतली वाले हिस्से के नीचे, जहां कप मौजूद है, वहां नरेंद्र मोदी के पुतले की तस्वीर को जोड़ा गया है.
इस पुतले की असलियत जानने के लिए हमने गूगल पर ‘narendra modi wax statue’ सर्च किया. इमेज रिज़ल्ट में हमें यही तस्वीर मिली जो वायरल हो रही तस्वीर में दिखती है. ये ई-कॉमर्स वेबसाइट इंडिया मार्ट पर बिकने वाली मूर्ति की तस्वीर है.
‘नरेंद्र मोदी चौक’ बोर्ड
वायरल तस्वीर में फ़ाउंटेन के पीछे एक बोर्ड भी नज़र आ रहा है जिसपर ‘नरेंद्र मोदी चौक’ लिखा है. ऑल्ट न्यूज़ ने जब बोर्ड से जुड़े कीवर्ड सर्च किये तो हमें NDTV का एक आर्टिकल मिला. ये आर्टिकल बिहार के दरभंगा में हुई एक घटना के बारे में है जहां एक भाजपा कार्यकर्ता के पिता की हत्या कर दी गयी थी. रिपोर्ट के अनुसार पीड़ित परिवार का आरोप था कि उन्होंने एक चौक का नाम नरेंद्र मोदी चौक रखा था लेकिन उन्हें इसके बाद विरोध का सामना करना पड़ा और परिवार पर इसी मामले को लेकर हमला किया गया. वहीं पुलिस का कहना था कि ये मामला ज़मीनी विवाद का था और चौक का नाम बदलने से इसका कोई लेना-देना नहीं था.
ये तस्वीर भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने भी ट्वीट की थी. बोर्ड पर लिखा दिखता है – ‘नरेंद्र मोदी चौक बाबू भादवा, दरभंगा’.
नीचे ओरिजिनल तस्वीर और वायरल तस्वीर की तुलना की जा रही है जिसे देखकर पता चलता है कि नरेंद्र मोदी की मूर्ति, पीछे लगा ‘नरेंद्र मोदी चौक’ वाला बोर्ड और मूर्ति के नीचे लिखा ‘नरेंद्र मोदी चौक’ एडिट करके डाले गए हैं.
यानी, वायरल तस्वीर में पाकिस्तान के फ़ैसलाबाद में स्थित स्टेशन चौक पर बने फ़ाउंटेन की तस्वीर में नरेंद्र मोदी की मूर्ति और ‘नरेंद्र मोदी चौक’ का बोर्ड एडिट करके जोड़े गए हैं.
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