केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल है. तस्वीर में उन्हें बेली डांस के कपड़े पहने हुए दिखाया गया है और एक आदमी उनके कपड़ों पर कुछ ठीक करता दिख रहा है.

ट्विटर हैन्डल @LautanRamNish ने ये तस्वीर शेयर करते हुए लिखा,” इस पिक्चर में जो अप्सरा हैं, उनका नाम बता सकते हैं?” डिलीट होने से पहले ट्वीट को 67,900 से ज़्यादा बार देखा गया था. (आर्काइव)

कांग्रेस नेता डॉ. अरुणेश कुमार यादव (@YadavArunesh) ने भी इस तस्वीर को शेयर किया था जिसे बाद में डिलीट कर दिया गया.

@Mikhan55 और @MonubhaiAhir1 जैसे यूज़र्स ने भी अपमानजनक कैप्शन के साथ ये तस्वीर शेयर की.

This slideshow requires JavaScript.

यूज़र @SHABAN14334970 ने 2022 में ये तस्वीर शेयर की थी.

फ़ैक्ट-चेक

हमने वायरल तस्वीर को गूगल पर रिवर्स सर्च किया. इससे हमें यात्रा और पर्यटन वेबसाइट tripadvisor.com पर पोस्ट की गई असली तस्वीर मिली.

असली तस्वीर 2012 में एक यूज़र, एंजीबस्टोकर ने पोस्ट थी. इसमें दिख रही महिला कोई और है और इसे तुर्की क्लब एक्सेलसियर में आयोजित एक बीबीक्यू नाइट कार्यक्रम में क्लिक किया गया था.

वायरल तस्वीर की तुलना असली तस्वीर से करने पर पता चलता है कि दोनों के बैकग्राउंड में वही लोग दिख रहे हैं. वायरल तस्वीर में एक फ़िल्टर जोड़ा गया है और डांसर के चेहरे को डिजिटली बदल दिया गया है और उस पर स्मृति ईरानी का चेहरा लगाया गया है.

This slideshow requires JavaScript.

जागरण न्यूज़ के मुताबिक, वायरल तस्वीर शेयर करने पर कांग्रेस नेता अरुणेश यादव के खिलाफ़ उत्तर प्रदेश के लखनऊ में FIR दर्ज की गई है. अरुणेश यादव ने ट्वीट डिलीट कर दिया और माफी मांगते हुए कहा, ‘मेरी ट्विटर आईडी से 2 दिन पहले त्रुटि वस एक Morphed फोटो पोस्ट की गई थी, जो कि इंटरनेट पे पड़ी थी, जिसकी जानकारी मुझे मिलते ही मैंने उस ट्वीट को डिलीट कर दिया था. यदि मेरे उस ट्वीट से किसी की भावनाएं आहत हुई है तो उसके लिए मुझे खेद है.”

कुल मिलाकर, बेली डांस के कपड़ों में दिख रही स्मृति ईरानी की एडिटेड तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. हमारे फ़ैक्ट चेक से पता चला कि असली तस्वीर 2012 की है और इसे तुर्की के एक कार्यक्रम में क्लिक किया गया था. असली तस्वीर में एक अलग महिला है, जिसका चेहरा डिजिटली बदल दिया गया था और उस पर स्मृति ईरानी का चेहरा लगाया गया था.

अबीरा दास ऑल्ट न्यूज़ में इंटर्न हैं.

पुरानी तस्वीर, अखिलेश यादव और डिम्पल यादव के अतीक अहमद और अशरफ की कब्र पर जाने का दावा ग़लत

डोनेट करें!
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.

बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.