सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है जिसमें अर्थी उठाए हुए कुछ लोग नारे लगा रहे हैं. वीडियो में लोग – “मामा नहीं कसाई है, कंस का जुड़वा भाई है” – बोल रहे हैं. वीडियो में आगे बताया गया है कि आशा कार्यकर्ताओं ने शिवराज सिंह चौहान की अर्थी निकाल कर प्रदर्शन किया. फ़ेसबुक पेज ‘मध्य-प्रदेश कांग्रेस’ ने ये वीडियो 22 अक्टूबर को पोस्ट किया. ये मध्य-प्रदेश कांग्रेस का एक फ़ैन पेज है. आर्टिकल लिखे जाने तक इस वीडियो को 2 लाख 73 हज़ार बार देखा जा चुका है. (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
बता दें कि 3 नवंबर को मध्य-प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं. सोशल मीडिया पर ये वीडियो इन्हीं से जोड़कर शेयर किया जा रहा है.
एक और फ़ेसबुक यूज़र ने ये वीडियो पोस्ट किया है. आर्टिकल लिखे जाने तक इस वीडियो को 6 हज़ार व्यूज़ मिले हैं. (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
‘मामा नहीं कसाई है, कंस का जुड़वा भाई है’
Posted by Vibha Bindoo Dangore on Thursday, 22 October 2020
पिछले कुछ दिनों से फ़ेसबुक पर कई जगहों पर ये वीडियो देखा गया है.
फ़ैक्ट-चेक
वायरल वीडियो में स्क्रीन पर ‘MP तक’ का लोगो और ‘सतना’ लिखा हुआ दिख रहा है. की-वर्ड्स सर्च करने पर हमें ‘MP तक’ का 5 अक्टूबर 2018 का यूट्यूब वीडियो मिला. ये वीडियो पोस्ट करते हुए इसके डिस्क्रिप्शन में लिखा है, “सतना में आशा कार्यकर्ताओं ने सीएम शिवराज सिंह चौहान की अर्थी निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया.” इससे ये बात तो साफ़ हो जाती है कि ये वीडियो हाल का नहीं बल्कि अक्टूबर 2018 में सतना में हुए एक विरोध प्रदर्शन का है. उस वक़्त शिवराज सिंह चौहान ही मध्य-प्रदेश के मुख्यमंत्री थे.
द टाइम्स ऑफ़ इंडिया के ‘ई टाइम्स’ की 4 अक्टूबर 2018 की एक फ़ोटो स्टोरी के मुताबिक, भोपाल में मुख्यमंत्री आवास के बाहर आशा-उषा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया था. प्रदर्शन उग्र होने पर उन्हें मुख्यमंत्री आवास से खदेड़ दिया गया. 3 अक्टूबर 2018 के नई दुनिया के आर्टिकल में भी आशा कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन की खबर दी गई है. खबर के अनुसार, आशा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया था कि वो आंगनबाड़ी व सहायिकाओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करती हैं लेकिन फिर भी उन्हें तवज्जो नहीं दी जाती है. रिपोर्ट के मुताबिक, “प्रदेश की आशा-ऊषा कार्यकर्ता मानदेय नहीं बढ़ने से नाराज हैं. नाराजगी उस दिन से और बढ़ गई जब प्रदेश सरकार ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं का वेतन बढ़ा दिया. अब ये भी मानदेय बढ़ाने व स्थाई करने की जिद पर अड़ी हैं.”
जैसा कि हमने देखा शिवराज सिंह चौहान के पिछले कार्यकाल के वक़्त सरकार के खिलाफ़ किए गए विरोध प्रदर्शन का वीडियो हाल में शेयर किया गया. 2 साल पुराना ये वीडियो उस वक़्त शेयर किया जा रहा है जब मध्यप्रदेश में विधानसभा सीटों के उपचुनाव होने वाले हैं.
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