शंकराचार्य गुरुकुल ट्रस्ट की राष्ट्रीय अध्यक्ष कल्पना श्रीवास्तव ने एक तस्वीर ट्वीट की. तस्वीर कथित रूप से शॉपिंग वेबसाइट Myntra से लिया गया स्क्रीनशॉट है. इसमें भारतीय महाकाव्य महाभारत की एक किरदार द्रौपदी का चीरहरण दिखाया गया है. तस्वीर में कृष्ण को Myntra के प्लेटफ़ॉर्म पर लम्बी साड़ी ढूंढते हुए दिखाया गया है. कहा जा रहा है कि Myntra ने ये तस्वीर अपने प्लेटफ़ॉर्म पर लगाकर हिन्दू धर्म का मज़ाक उड़ाया है. इस कथित स्क्रीनशॉट को शेयर करते हुए Myntra को बायकॉट करने की मांग की जा रही है. (ट्वीट का आर्काइव लिंक)
..@myntra क्या आपमें अन्य धर्मों के पूज्य देवताओं की छवियों का गलत उपयोग करके एक समान अभियान करने की हिम्मत है? यदि नहीं तो माफी मांगें और इसे अपने सभी प्लेटफॉर्म से हटा दें अन्यथा हम #BoycottMyntra और जिस कर्मचारी ने यह बनाया है उसके ख़िलाफ़ FIR के लिए तैयार हो जाएं। pic.twitter.com/xuDtJyK80B
— कल्पना श्रीवास्तव 🇮🇳 (@Lawyer_Kalpana) August 23, 2021
@Chopdasaab के इस ट्वीट को 4 हज़ार से ज़्यादा लाइक्स मिले हैं. यूज़र ने लिखा है कि उसने अपने फ़ोन से Myntra का ऐप हटा दिया है और भविष्य में अब कभी इस वेबसाइट से खरीददारी नहीं करने की बात की है. (आर्काइव लिंक)
और भी कई यूज़र्स ने ये तस्वीर शेयर करते हुए Myntra का बहिष्कार करने की मांग की है. @Nimki_911, @VaaNi0094, @HinduTreasure कुछ प्रमुख नाम हैं. #BoycottMyntra के साथ ये तस्वीर खूब शेयर की जा रही है. खुद को BJP कार्यकर्ता बताने वाली सेजल जोशी ने भी ये तस्वीर और फ़ोन से Myntra को डिलीट किए जाने की तस्वीर शेयर की. (आर्काइव लिंक)
फ़ैक्ट-चेक
इस बारे में गूगल पर एक कीवर्ड्स सर्च करने से मामला साफ़ हो जाता है. 26 अगस्त 2016 को टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, ये मामला है 2015 का लेकिन Myntra का इस तस्वीर से कोई लेना-देना नहीं है. दरअसल एक विज्ञापन वेबसाइट ‘स्क्रॉल ड्रोल’ (ScrollDroll) ने ये ग्राफ़िक बनाया था. इसपर विवाद होने के तुरंत बाद स्क्रॉल ड्रोल ने माफ़ी मांगते हुए इसे हटा भी दिया था.
स्क्रॉल ड्रोल ने अगस्त 2016 में एक ट्वीट में ये जानकारी दी थी कि इस आर्टवर्क का Myntra से कोई लेना-देना नहीं है. ट्वीट में लिखा था, “हम इस आर्टवर्क की ज़िम्मेदारी लेते हैं. Myntra का इससे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर कोई सम्बन्ध नहीं है.” मिन्त्रा ने भी इस ट्वीट को कोट ट्वीट करते हुए कहा था कि उन्होंने ऐसा कोई आर्टवर्क नहीं बनाया न ही इसे बढ़ावा दिया.
We did not create this artwork nor do we endorse this. https://t.co/EWyWUEsky5
— Myntra (@myntra) August 26, 2016
Myntra ने एक ट्विटर थ्रेड में बताया था कि ये ग्राफ़िक बिना कंपनी की जानकारी और अप्रूवल के एक थर्ड पार्टी ने बनाया. इसके लिए लीगल ऐक्शन लिये जाने की भी बात भी कही गयी थी.
इसके बाद स्क्रॉल ड्रोल ने माफ़ी मांगते हुए एक ट्वीट किया. ट्वीट में उन्होंने किसी की धार्मिक भावना को आहत करने के लिए माफ़ी मांगी थी.
We apologize and deeply regret if any of our artwork has hurt the sentiments of anyone.
— ScrollDroll (@ScrollDroll) August 25, 2016
यानी, 2016 में विवाद के बाद जिस आर्टवर्क को स्पष्टीकरण के बाद हटा दिया गया था, उसे Myntra के बहिष्कार की मुहीम के साथ फिर शेयर किया जा रहा है.
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