10 अक्टूबर को सोशल मीडिया पर एक दावा वायरल हुआ कि नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन का निधन हो गया है. X (जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था) पर, अर्थशास्त्र 2023 में नोबेल पुरस्कार की विजेता क्लाउडिया गोल्डिन के नाम पर बने एक हैंडल ने सबसे पहले ये ख़बर शेयर की. ट्वीट में लिखा है, “एक भयानक खबर. मेरे सबसे प्रिय प्रोफ़ेसर अमर्त्य सेन का कुछ मिनट पहले देहांत हो गया है. कोई शब्द नहीं हैं.” (आर्काइव लिंक)

इसके बाद, प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया, टाइम्स ऑफ़ इंडिया, डेक्कन हेराल्ड, ज़ी न्यूज़, फ्री प्रेस जर्नल, डेक्कन क्रॉनिकल, फ़र्स्टपोस्ट, मनीकंट्रोल हिंदी और ETV भारत सहित कई न्यूज़ मीडिया आउटलेट्स ने ये ख़बर पब्लिश कीं.

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फ़ैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ ने देखा कि सोशल मीडिया पर किए गए ये दावे निराधार थे. हमने डॉ. सेन की बेटी अंतरा देव सेन से संपर्क किया जिन्होंने हमें बताया कि अमर्त्य सेन ठीक हैं.

इसके अलावा, डॉ. सेन की दूसरी बेटी, नंदना सेन ने वायरल दावों का खंडन करने के लिए ट्विटर पर लिखा, “दोस्तों, आपकी चिंता के लिए धन्यवाद लेकिन ये फ़र्जी ख़बर है: बाबा बिल्कुल ठीक हैं…”, उन्होंने लिखा.

जिस ट्विटर अकाउंट @profCGoldin ने सबसे पहले ये ख़बर ट्वीट की थी, वो डॉ. क्लाउडिया गोल्डिन का नहीं है. हमने पाया कि डॉ. गोल्डिन का @PikaGoldin यूज़र नाम से एक और ट्विटर अकाउंट है जिसे द रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ़ साइंसेज और द नोबेल प्राइज के ऑफ़शियल हैंडल द्वारा टैग किया गया है.

कुल मिलाकर, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा ये दावा झूठा था कि अमर्त्य सेन की मौत हो गई है.

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About the Author

Student of Economics at Presidency University. Interested in misinformation.