कांग्रेस नेता अशोक गहलोत का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। फेसबुक पर एक सोशल मीडिया यूजर ने इस संदेश के साथ वीडियो को शेयर किया है, “सामने पाकिस्तान का झंडा लहराया जा रहा हैं और मंच पर गहलोत हरा झंडा फ़हरा रहें हैं”। यह पोस्ट 1600 से अधिक बार शेयर किया जा चुका है और 17000 से अधिक बार इस वीडियो को देखा जा चुका है।
फर्जी समाचार वेबसाइट पोस्टकार्ड न्यूज के संस्थापक महेश विक्रम हेगड़े ने भी यह वीडियो ट्वीट किया है।
वो पहले भी इस तरह की अफवाह फ़ैलाने की कोशिश कर चुके है और ट्विटर पर मोदी जी द्वारा फॉलो किये जाते हैं ।
कई सोशल मीडिया यूजर्स ने भी इस वीडियो को लगभग इसी संदेश के साथ शेयर किया है। एक और पोस्ट में अनिल शर्मा द्वारा दावा किया गया है कि जिस मंच पर गहलोत मौजूद थे उसी सभा में पाकिस्तान का राष्ट्रीय ध्वज भी दिख रहा है। ऐसा दावा मंच के पीछे एक हरे रंग के झंडे के साथ अशोक गेहलोत के भाषण देते हुए एक स्क्रीनशॉट के आधार पर किया जा रहा है। इस फेसबुक पोस्ट को लगभग 2900 बार शेयर किया जा चुका है।
सच क्या है ?
यदि आप ध्यान से देखे तो पाएंगे की दोनों दावे हरे झंडे पर आधारित हैं जो असल में पाकिस्तानी राष्ट्रीय ध्वज नहीं है। इस तस्वीर में, हरे रंग के साथ चाँद-तारा एक सामान्य झंडा है। इस झंडे का प्रयोग उपमहाद्वीप में मुस्लिम समुदाय द्वारा धार्मिक प्रतीक के रूप में किया जाता है। नीचे दी गई तुलना में, बाईं ओर एक सफेद पट्टी के साथ पाकिस्तान का राष्ट्रीय झंडा देखा जा सकता है। इसके अलावा, दोनों झंडे के रंग में भी अंतर है और इन झंडे में दिखाई देने वाला चाँद-तारा के स्थान में भी अंतर होता है।
उपर्युक्त फेसबुक पोस्ट में झंडे की तस्वीर धार्मिक बैनर के प्रतीक के रूप में है, पाकिस्तान के राष्ट्रीय ध्वज के रूप में नहीं।
इसी तरह का दावा पहले भी कई बार किया जा चुका है
एक फेसबुक यूजर नीरज कुमार ने भी ऐसा ही दावा किया था कि कांग्रेस रैली में पाकिस्तानी झंडे को लहराया गया। इनके पोस्ट को 7500 से अधिक लोगो ने शेयर किया है। नीरज कुमार खुद को फेसबुक पर भारतीय जनता पार्टी से सम्बंधित बताते हैं और इन्हें 5000 से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं।
पहले भी कई बार सोशल मीडिया पर इस हरे रंग के झंडे को राजनीतिक एजेंडे के तहत पाकिस्तान के राष्ट्रीय झंडे होने का दावा किया गया है। इन झंडों में हरे रंग की समानता के कारण अक्सर भ्रम हो जाता है और इसी का इस्तेमाल गैर-भाजपा राजनितिक दलों को फर्जी ख़बरों के जरिये निशाना बनाने के लिए किया जाता है। ऑल्ट न्यूज ने पहले भी एक लेख में बताया था कि किस तरह न्यूज़ 18 ने उत्तर प्रदेश में इस्लामी झंडे को पाकिस्तानी झंडा बताकर गलत रिपोर्टिंग की थी। जो लोग इस अंतर से अनजान है उन्हें इस्लामिक झंडा दिखाकर भ्रमित किया जाता है।
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