तृणमूल कांग्रेस द्वारा कोलकाता में आयोजित महागठबंधन रैली के बाद, सोशल मीडिया यूजर गौरव प्रधान ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नाम से एक कथन — “ईमान का नाम है मुसलमान” — का समाचार प्रसारण का स्क्रीनशॉट ट्वीट किया। प्रधान, जिन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ट्विटर पर फॉलो करते हैं, भ्रामक सूचना फ़ैलाने के लिए जाने जाते हैं। ऐसे उदाहरणों का एक संग्रह यहां पढ़ा जा सकता है।
सभी धर्मों के बारे में बोली ममता बनर्जी
गौरव प्रधान द्वारा ट्वीट किया गया स्क्रीनशॉट भ्रामक है, क्योंकि ममता बनर्जी के नाम से दिया गया कथन अधूरा है। हमने बनर्जी के फेसबुक पेज द्वारा शेयर किया गया ‘यूनाइटेड इंडिया’ रैली का लाइव वीडियो देखा।
United India Rally | ইউনাইটেড ইন্ডিয়া র্যালি | युनाइटेड इंडिया रैली
United India Rally | ইউনাইটেড ইন্ডিয়া র্যালি | युनाइटेड इंडिया रैली
Posted by Mamata Banerjee on Friday, 18 January 2019
इस वीडियो में, 3:55:24वें घंटे से बनर्जी ने हिंदी में बोलते हुए कहा, “त्याग का नाम है हिन्दू, ईमान का नाम है मुसलमान, प्यार का नाम है ईसाई, सिखो का नाम है बलिदान, यह है हमारा प्यारा हिन्दुस्तान”। इसके अलावा, यह स्क्रीनग्रैब यूनाइटेड इंडिया रैली के एनडीटीवी के लाइव प्रसारण का है। इस दावे को इंडिया टुडे ने पहले खारिज किया था।
रैली में सिर्फ उर्दू नहीं
ट्विटर हैंडल @mirchagalib ने इस रैली की दो तस्वीरें ट्वीट कीं। एक में सभी विपक्षी नेता एक-दूसरे का हाथ थामे एक पंक्ति में खड़े हैं। दूसरी तस्वीर में ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस (AITC) का उर्दू में लिखा लोगो फोकस में है। इस ट्वीट में दावा किया गया है कि पीएम मोदी सत्ता में वापस नहीं चुने जाते हैं, तो उर्दू लिपि आस-पड़ोस की दुकानों के बोर्डों पर कब्जा कर लेगी।
ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि एकता दिखलाने के लिए एक-दूसरे का हाथ थामे विपक्षी नेताओं की तस्वीर शरारतपूर्ण तरीके से क्रॉप(crop) की गई थी। मंच पर तृणमूल का लोगो अंग्रेजी और हिंदी जैसी दूसरी भाषाओं में भी था। इस दावे को एक ट्विटर यूजर @Pun_Starr ने भी खारिज किया था।
#UnitedIndiaAtBrigade pic.twitter.com/2qIPhL1GVz
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) January 19, 2019
निष्कर्ष में सोशल मीडिया यूजर्स को भ्रमित करने के लिए, ममता बनर्जी के बयान का स्क्रीनशॉट, एक लंबे प्रसारण में से लिए गए अलग संदर्भ के स्क्रीन ग्रैब पर आधारित था। उसके बाद यूनाइटेड इंडिया रैली के मंच की तस्वीर यह बताने के लिए इस्तेमाल की गई कि विपक्षी नेताओं को अगर सत्ता में लाया गया तो वे देशभर में उर्दू को बढ़ावा देंगे। इससे पहले, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का छेड़छाड़ किया हुआ वीडियो इस दावे के साथ, कि मोदी और अमित शाह अगर सत्ता में वापस आए तो पाकिस्तान को बर्बाद कर देंगे, सोशल मीडिया में प्रसारित किया गया था।
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