16 फ़रवरी को राजस्थान के भरतपुर ज़िले के 2 निवासी जुनैद (35 साल) और नासिर (25 साल) की जली हुई लाश हरियाणा के भिवानी में एक गाड़ी के अंदर मिली थी. इनके परिवार ने आरोप लगाया कि राईट विंग संगठन बजरंग दल के सदस्यों ने इन दोनों पर हमला कर उन्हें अगवा किया था. आरोपियों में एक बजरंग दल (मानेसर) का ज़िला समन्वयक मोनू मानेसर शामिल हैं.

इस मामले में जांच जारी है और राजस्थान पुलिस ने FIR में कई लोगों का ज़िक्र किया है. अबतक रिंकू सैनी के रूप में पहचाने गए एक व्यक्ति को गिरफ़्तार किया गया है. वहीं पुलिस करीब अन्य 8 लोगों की तलाश कर रही है.

इसी सिलसिले में 23 फ़रवरी को एक खबर शेयर की जाने लगी कि राजस्थान पुलिस ने इस मामले में मोनू मानेसर को क्लीन चिट दे दी है. न्यूज़24 ने ट्विटर पर एक अपडेट शेयर किया जिसमें लिखा था, “राजस्थान पुलिस की वांटेड लिस्ट से मोनू मानेसर और लोकेश सिंगला के नाम हटे, पुलिस ने दी क्लीन चिट.”

बीजेपी समर्थक प्रोपगंडा आउटलेट ऑपइंडिया इंग्लिश और ऑपइंडिया हिंदी ने भी न्यूज़24 के ट्वीट के आधार पर ये दावा आगे बढ़ाया.

नवभारत टाइम्स ने भी इस दावे को हवा दी. इसके हेडलाइन में लिखा था, “भिवानी कांड में मोनू मानेसर को राजस्थान पुलिस की क्लीन चिट! वॉन्टेड लिस्ट से हटाया नाम.”

न्यूज़24 के ट्वीट के आधार पर न्यूज़रूम पोस्ट ने भी यही खबर शेयर की. कुछ सोशल मीडिया यूज़र्स ने भी इस दावे को बढ़ाया. (जिसे यहां और यहां देखा जा सकता है.)

फ़ैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ ने इस मामले के संबंध में राजस्थान पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी से संपर्क किया. अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर हमें बताया कि इस मामले में किसी को भी क्लीन चिट नहीं दी गई है. उन्होंने कहा, “हमने 8 नाम जारी किए जिनके लिए हमारे पास स्पष्ट सबूत हैं, इसमें कई और लोग भी शामिल हो सकते हैं. हम आगे की जांच कर रहे हैं.”

इसके अलावा, भरतपुर पुलिस ने एक ट्वीट का जवाब देते हुए ये साफ किया कि उन्होंने रिंकू सैनी से पूछताछ करते हुए 8 नाम जारी किए हैं जिनमें उनके अपराध में शामिल होने के साफ सबूत हैं. साथ ही ये भी बताया कि हरियाणा पुलिस के साथ तलाशी अभियान अभी भी जारी है. पुलिस मोनू मानेसर, लोकेश सिंगला और FIR में उल्लिखित अन्य सभी व्यक्तियों के संबंध में भी गहन जांच कर रही है.

इस ग्राफ़िक से ये काफी साफ है कि पुलिस ने 8 नाम जारी किए हैं और तस्वीरों के नीचे एक टेक्स्ट में लिखा है कि वो अभी भी मोनू मानेसर की संलिप्तता की जांच कर रहे हैं.

द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में ये भी कहा गया है, “मोहित यादव उर्फ ​​मोनू मानेसर का नाम, जिसे पहले एक आरोपी के रूप में नामित किया गया था, लिस्ट में नहीं था. लेकिन पुलिस ने कहा कि वो अभी भी एक संदिग्ध है.”

कुल मिलाकर, 23 फ़रवरी, 2023 तक नासिर और जुनैद की कथित हत्या में मोनू मानेसर और लोकेश सिंगला की भूमिका की अभी भी जांच की जा रही है और उन्हें कोई क्लीन चिट नहीं दी गई है.

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