सोशल मीडिया यूज़र्स एक न्यूज़ चैनल का ग्राफ़िक शेयर कर रहे हैं जिसके मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 मई से 20 मई तक पूरे देश में लॉकडाउन लगाये जाने की बात कही है.
नीचे ऐसा ही एक पोस्ट देख सकते हैं.
ये दावा फ़ेसबुक पर काफ़ी शेयर किया जा रहा है.
ऑल्ट न्यूज़ को कई यूज़र्स ने मोबाइल ऐप और व्हाट्सऐप पर इसके फ़ैक्ट-चेक की रिक्वेस्ट भेजी.
ग़लत दावा
हमने इस बारे में मीडिया रिपोर्ट्स ढूंढी और पाया कि ऐसी कोई ख़बर नहीं आई है कि 3 मई से 20 मई तक पूरे भारत में लॉकडाउन लगने वाला है. इसके उलट, पीएम मोदी ने 20 अप्रैल को अपने संबोधन में कहा था कि लॉकडाउन सबसे आखिरी उपाय है लेकिन उसकी नौबत नहीं आएगी. उन्होंने कहा, “मेरा युवा साथियों से अनुरोध है कि वो अपनी सोसाइटी में, मोहल्ले में, अपार्टमेंट में छोटी-छोटी कमिटियां बनाकर कोविड अनुशासन पालन करवाने में मदद करें. हम ऐसा करें तो सरकारों को न कभी कन्टेनमेंट लगाने की ज़रूरत पड़ेगी, न कर्फ़्यू लगाने की ज़रूरत पड़ेगी और लॉकडाउन का तो सवाल नहीं उठता. आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी” उनकी पूरी बात आप नीचे NDTV के इस वीडियो में सुन सकते हैं.
इसके अलावा, हमने पाया कि इस ग्राफ़िक में कई गड़बड़ियां हैं. ग्राफ़िक के कोने में चैनल का नाम लिखा है TV9 भारतवर्ष. पीएम मोदी की तस्वीर में कोने में एक लोगो बना है जो टीवी TV9 के ग्राफ़िक्स में देखने को नहीं मिलता है. और न ही फ़ॉन्ट चैनल से मेल खाता है. ध्यान से देखने पर हमें पता चलता है कि ओरिजिनल टेक्स्ट को ढककर फ़र्ज़ी टेक्स्ट लगाया गया है, और वो भी जैसे-तैसे.
पीएम मोदी की तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की की 28 दिसम्बर, 2020 रिपोर्ट मिली जिसमें दिल्ली में पहली ड्राइवर-रहित ट्रेन के उद्घाटन की ख़बर बताई गयी है. हमने TV9 पर इसके बारे में ढूंढा और पाया कि चैनल ने इस मौके पर पीएम का संबोधन प्रसारित किया था. TV9 के इस वीडियो का स्क्रीनशॉट देखने पर ऊपर बताये सभी अंतर साफ़ देख सकते हैं.
कुछ दिनों पहले भी ऐसा ही फ़र्ज़ी दावा वायरल था जब 15 अप्रैल से 30 अप्रैल तक लॉकडाउन लगने की बात की जा रही थी. इस दावे का PIB ने भी खंडन किया था.
एक #Morphed तस्वीर में दावा किया जा रहा है कि भारत सरकार द्वारा 15 से 30 अप्रैल तक देश भर में लॉकडाउन लगाया जाएगा। #PIBFactCheck: यह दावा #फर्जी है। भारत सरकार द्वारा #लॉकडाउन के संबंध में ऐसी कोई घोषणा नहीं की गई है। कृपया ऐसी भ्रामक तस्वीरों या संदेशों को साझा न करें। pic.twitter.com/gnRpyDcMRf
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) April 15, 2021
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