झारखंड के हज़ारीबाग में निकाले गए एक जुलूस का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. वीडियो में लोग एक नवनिर्वाचित पंचायत समिति सदस्य की जीत का जश्न मना रहे हैं. BJP के कई नेताओं ने आरोप लगाया कि इस रैली में पाकिस्तान समर्थक नारे लगाए गए. कई मेनस्ट्रीम मीडिया आउटलेट्स ने भी रिपोर्ट में ऐसा दावा किया. इस मामले में 62 लोगों के खिलाफ़ FIR भी दर्ज की गई है जिनमें से 12 लोगों को नामजद किया गया है.

भाजपा झारखंड के प्रवक्ता प्रतुल शाह देव ने ट्विटर पर ये वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा कि झारखंड में एक बार फिर ‘पाकिस्तान ज़िंदाबाद’ के नारे सुनाई दे रहे हैं. उन्होंने आगे लिखा कि वीडियो हज़ारीबाग का बताया जा रहा है और इस घटना की पूरी जांच होनी चाहिए.

बीजेपी झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने ये वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, “जब झारखंड के मुख्यमंत्री को ‘भारत माता की जय’ के नारे से दिक्कत होती है तो राज्य में ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगेंगे ही.” उन्होंने अपने ट्वीट में ज़ेनोफ़ोबिक कमेंट भी किया.

द टाइम्स ऑफ़ इंडिया, रिपब्लिक, द हिंदू, टाइम्स नाउ, बिजनेस स्टैंडर्ड, अमर उजाला, दैनिक जागरण, नवभारत टाइम्स, प्रभात ख़बर, ABP लाइव, ज़ी न्यूज़, DNA, एशियानेट न्यूज़, ज़ी बिहार झारखंड, द न्यू इंडियन एक्सप्रेस और स्क्रॉल जैसे मीडिया आउटलेट्स ने भी इस घटना को रिपोर्ट किया है. बीजेपी समर्थक प्रोपेगेंडा वेबसाइट ऑपइंडिया ने भी ऐसी ही खबरें चलाईं. ध्यान दें कि बिज़नेस स्टैंडर्ड और द हिंदू ने अपनी रिपोर्ट का क्रेडिट PTI को दिया है.

 

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इनमें से कई मीडिया आउटलेट्स ने ये भी लिखा कि पिछले महीने गिरिडीह में भी इसी तरह के नारे लगाए गए थे जिसके बाद पुलिस ने एक मुखिया उम्मीदवार और उसके दो समर्थकों को गिरफ़्तार किया था. ऑल्ट न्यूज़ ने इस ग़लत दावे को भी खारिज किया था. इसकी रिपोर्ट यहां पर पढ़ी जा सकती है.

फ़ैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ ने एक स्थानीय पत्रकार से संपर्क किया जिन्होंने हमारी बात शमीम अंसारी से करवाई. शमीम अंसारी पंचायत समिति की नवनिर्वाचित सदस्य अमीना बीबी के बेटे हैं.

शमीम ने हमें 19 मई को हुए विजय जुलूस के कुछ वीडियोज़ भेजे. हमने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो की तुलना शमीम अंसारी द्वारा शेयर किए गए वीडियो से की. वीडियो की शुरुआत में लगाए जा रहे नारे को “पाकिस्तान जिंदाबाद” समझा जा रहा है. लेकिन जब हम वीडियो को स्लो मोशन में चलाते हैं तो साफ होता है कि वीडियो में “छोटी चा ज़िंदाबाद” का नारा लगाया गया था.

इसके बाद “निज़ाम अंसारी ज़िंदाबाद”, “जगदीश साब ज़िंदाबाद”, “शमीम अंसारी ज़िंदाबाद” के नारे भी लगाए गए हैं.

दूसरे ऐंगल से लिए गए एक अन्य वीडियो में 17 सेकंड पर “छोटी चा ज़िंदाबाद” का नारा सुना जा सकता है. दोनों वीडियो देखने से ये स्पष्ट होता है कि इस जुलूस में कोई पाकिस्तान समर्थक नारे नहीं लगाए गए थे.

शमीम अंसारी ने एक वीडियो स्टेटमेंट भी हमें भेजा. वीडियो में छोटी राम उर्फ ​​​​“छोटी चा” का बयान भी है जिनके नाम के नारे लगाए गए थे. वीडियो में 3 मिनट 11 सेकेंड पर छोटी राम का बयान सुना जा सकता है.

ANI से बात करते हुए हज़ारीबाग के SP एम आर चोठे ने कहा कि शिलाडीह की नव निर्वाचित पंचायत समिति सदस्य अमीना खातून सहित अलग-अलग व्यक्तियों के खिलाफ़ FIR दर्ज की गई है. गौरतलब है कि SP का कहना है कि ये साफ नहीं है कि क्या नारे लगाए गए थे.

कुल मिलाकर, सोशल मीडिया पर फिर से एक वीडियो शेयर करते हुए दावा किया गया कि झारखंड के हज़ारीबाग में पाकिस्तान समर्थक नारे लगाए गए थे. जबकि असल में वहां “छोटी चा जिंदाबाद” के नारे लगाए गए थे. लेकिन कई प्रमुख मीडिया संगठनों ने इस ग़लत ख़बर को प्रमुखता से चलाया.

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