सोशल मीडिया पर पिछले कुछ दिनों से एक दस्तावेज़ की तस्वीर शेयर की जा रही है जिसमें नीचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर लगी है. इस पेपर पर लिखे टेक्स्ट धुंधले हैं और अधिकतर शब्द पढ़ना मुश्किल है. लोग इसे शेयर करते हुए कह रहे हैं कि देश में हो रही मौतों के बीच लोगों के मृत्यु प्रमाणपत्र पर भी पीएम अपनी तस्वीर छपवा रहे हैं. ऐसा ही एक ट्विटर पोस्ट नीचे देख सकते हैं. (आर्काइव लिंक)

कई अन्य ट्विटर यूज़र्स भी इस प्रिंट आउट की तस्वीर को मृत्यु प्रमाणपत्र बताकर शेयर कर रहे हैं. (पहला, दूसरा, तीसरा पोस्ट)

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फ़ेसबुक यूज़र्स भी इसे मृत्यु प्रमाणपत्र बता रहे हैं.

हरामखोरी देखये मृत्यु प्रमाण पत्र पर भी अपनी फ़ोटो चिपकाकर क्या साबित करना चाहता है ये भस्मासुर बेशर्म कहि का डूब मरो समर्थन करने वाले

Posted by Lalit Tyagi on Monday, April 19, 2021

ये तस्वीर फे़सबुक पर काफ़ी वायरल है.

ग़लत दावा

इस तस्वीर का साधारण-सा रिवर्स इमेज सर्च इंडिया टाइम्स की 17 अप्रैल, 2021 की एक रिपोर्ट मिलती है जिसमें ये तस्वीर छपी है. ये रिपोर्ट NCP नेता नवाब मलिक के एक बयान को लेकर है. इस ख़बर में बताया गया है कि नवाब मलिक ने भाजपा और नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि जैसे पीएम मोदी की तस्वीर कोविड वैक्सीन सर्टिफ़िकेट पर लगायी जा रही है, उनकी तस्वीर मृत्यु प्रमाणपत्र पर भी छपवाई जानी चाहिए. उन्होंने ये बयान 17 अप्रैल को ANI को दिया था जिसे आप यहां पढ़ सकते हैं.

इंडिया टाइम्स की फ़ोटो में बारकोड के बगल में लिखा टेक्स्ट देख सकते हैं, “Provisional Certificate for COVID 19 Vaccination.”

अमर उजाला की रिपोर्ट में भी वैक्सीन लगने के बाद मिले सर्टिफ़िकेट की तस्वीर देखी जा सकती है.

हालांकि देश के कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव के बीच विपक्ष ने मोदी की तस्वीर वैक्सीन सर्टिफ़िकेट पर लगाने पर सवाल खड़ा ज़रूर किया था और इसे आचार संहिता का उल्लंघन बताया था. लगातार नए रिकॉर्ड को पार करती हुई मौतों के बीच देखा गया कि कुछ नेता और कार्यकर्त्ता भी ऑक्सीजन सिलिंडर पर अपना पोस्टर छपवाने और उसके साथ तस्वीर खिंचवाने में मग्न हैं.

सोशल मीडिया यूज़र्स वैक्सीन लगने के बाद मिलने वाली सर्टिफ़िकेट को मृत्यु प्रमाणपत्र बताकर शेयर कर रहें हैं जिसपर पीएम मोदी की तस्वीर लगी है.


 

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