“मंत्री एस. पी. वेलुमणि के गोदाम में अगलगी की दुर्घटना। एक छोटी दुर्घटना। केवल थोड़ा सा नुकसान। लेकिन बड़ी रकम पाई गई सुरक्षित”-(अनुवाद), -यह संदेश, एक वीडियो के साथ है जिसमें एक साथ रखे करेंसी नोटों का ढेर दिखता है। इनमें कुछ कथित रूप से जले हुए नोट भी थे। वेलुमणि तमिलनाडु से AIADMK के विधायक हैं।

 

A small fire accident in Minister S. P. Velumani’s Godown. A small loss only. But huge amount was found safe.

Posted by Ambrose Jegan on Tuesday, 19 March 2019

यही वीडियो तमिल में लिखे इस संदेश के साथ वायरल है — “நேற்று காலை தமிழக அமைச்சர் வேலுமணி அவர்கள் குடவுனில் தீ விபத்து! சேதாரம் சிறுசுதான்!! இவனுகளால் தமிழ்நாடு கெட்டுகுட்டிச்சுவரா போவதற்கு நீங்களும் ஒரு காரணம்…..கவனமாக தேர்தலில் வாக்களிக்கவும்…… (अनुवाद – कल सुबह तमिलनाडु के मंत्री वेलुमणि के गोदाम में अगलगी की दुर्घटना हुई थी, लेकिन नुकसान छोटा था। इन लोगों के कारण आप  और तमिलनाडु इतना बर्बाद हुआ है इसके पीछे एक कारण हैं। कृपया ध्यान से वोट दें…..”)

क्या है सच्चाई?

अगर कोई इस वीडियो को ध्यान से देखे, तो यह एकदम स्पष्ट है कि करेंसी नोट, भारतीय रुपये नहीं हैं। इस विडियो फुटेज के स्पष्ट नहीं होने के कारण, करेंसी के चिह्न और देश का नाम नहीं दिखता हैं। फिर भी, नोटों के रंग और उन पर छपी कीमत संबंधी संख्या पहचानी जा सकती है। उदाहरण के लिए, 20 की कीमत वाले नोटों का रंग नीला है, नारंगी रंग वाले पर 50 का निशान है और हरे रंग वाले पर 100 की कीमत छपी है।

उपरोक्त रंग विवरणों के साथ जब हमने करेंसी नोटों की तलाश की तो पता चला है कि ये यूरो के नोट हैं।

भारत के किसी राज्य के मंत्री का यूरो में इतना धन जमा करके रखना संभव नहीं लगता है। इसके अलावा, ऐसा कोई मामला होता तो इस घटना की खबर मीडिया में हुई होती। इन कारणों से प्रारंभिक संकेत मिले, जिन्होंने सुझाया कि सोशल मीडिया के दावे झूठे थे।

और आगे जांच करने पर हमने पाया कि यही वीडियो इस संदेश के साथ भी वायरल था कि पाकिस्तानी नेता आग़ा सिराज दुर्रानी के घर से नकदी का ढेर बरामद हुआ था।

سندھ اسمبلی آغا سراج درانی کے گھر کی بیسمنٹ سے برآمد ہونے والی کرنسی کے ہیں 👇👇👇

‏یہ مناظر کسی بنک کے والٹ کے نہیں بلکہ پیپلزپارٹی راہنما اور اسپیکر سندھ اسمبلی آغا سراج درانی کے گھر کی بیسمنٹ سے برآمد ہونے والی کرنسی کے ہیں 👇👇👇

Posted by 72News on Monday, 11 March 2019

AFP ने यह दावा 19 मार्च की रिपोर्ट में खारिज किया है। इस मीडिया संगठन ने पाया कि यह क्लिप, स्पेन में 2018 की एक कला स्थापना का प्रतिनिधित्व करती है। ये नोट स्पेनिश कलाकार, अलेजैंड्रो मोंजे Alejandro Monge के हाथों चित्रित किए गए थे। उन्होंने, अपनी कलाकृति को लेकर किए गए झूठे दावों की निंदा करते हुए, यह वीडियो अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपलोड किया था।

AFP के अनुसार, स्पैनिश में लिखे उनके पोस्ट के कैप्शन में कहा गया है, “इंटरनेट के बारे में कई चीजों में से एक यह है कि कोई भी चीज बिना यह जाने कि यह क्या है, वायरल हो सकती है… और तब कोई नहीं जानता कि यह क्या है या यह किससे है। अगर लोग जान पाते कि मूर्तिकला क्या है और जान पाते कि ये टिकट हाथ से चित्रित किए गए हैं। @monge-art share !!” -(अनुवादित)

AFP के पास मोंगे से हुआ ईमेल संवाद भी था, जिसमें इस कलाकार ने कहा था, “यह वीडियो 2018 के आर्टमैड्रिड कला मेले के एक आगंतुक द्वारा लिया गया था, और एक डच वेबसाइट ने बिना कुछ भी ज़िक्र किए, इसे प्रकाशित किया था। इसलिए, बिना किसी संदर्भ का यह वीडियो दुनियाभर के नकली समाचार वेबसाइटों के लिए सही था। हम जानते हैं कि हैती, रूस, कैमरून, स्पेन और पाकिस्तान में, इसका इस्तेमाल स्थानीय नेताओं से इसे जोड़ते हुए, विभिन्न खबरों के साथ किया गया। यह मूर्तिकला मेरे इंस्टाग्राम पेज पर एक वर्ष पूर्व, पूरी रचना प्रक्रिया के दस्तावेज़ीकरण समेत, प्रकाशित की गई। यह मूर्तिकला राल (resin) और लकड़ी से बनी है और नोटों को रंगीन पेंसिलों से हाथ से रंगा गया है।” -(अनुवादित)

पहले भी, नेताओं पर अवैध धन जमा करने के आरोप लगाते हुए असंबद्ध वीडियो सोशल मीडिया में फैलाए हैं। 2018 में कर्नाटक के एक भाजपा कार्यकर्ता को ऐसी ही गलत सूचना से निशाना बनाया गया था। नकली करेंसी नोटों के वीडियो भी ऐसे ही झूठे संदेशों के साथ सोशल मीडिया में शेयर किए गए हैं।

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Pooja Chaudhuri is a senior editor at Alt News.