सोशल मीडिया पर रोते हुए एक व्यक्ति की तस्वीर हिन्दी, मराठी और अंग्रेज़ी मेसेज के साथ वायरल हो रही है. वायरल दावे के मुताबिक़ ये व्यक्ति इटली के प्रधानमंत्री जूसेप्पे कोंते हैं जो कि देश में कोरोना की वजह से हो रही मौतों के कारण काफ़ी चिंतित और निराश हैं. वायरल मेसेज में उन लोगों को सलाह दी जा रही है जो कोरोना वायरस को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं.

22 मार्च को एक यूज़र ने ये तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा, “जिन लोगों को कोरोना वायरस (कोविड-19) मज़ाक़ लग रहा है, वो इसके तस्वीर को बार बार गौर से देखें और सीख लें.. इटली के प्रधानमंत्री Giuseppe Conte अपने देश में मरती हुई जनता को देखकर रो पड़ें। एक देश का प्रधानमंत्री पॉवर में होने के बावजूद अपनी मरती हुई जनता को देखकर कुछ नहीं कर पा रहा.”

फ़ेसबुक यूज़र ने ये तस्वीर शेयर करते हुए मराठी में लिखा – “हे आहेत इटलीचे प्रधानमंत्री GIUSEPPE CONTE आपल्या देशात कोरोना वायरसमुळे रोज 500-800 सर्वसामान्य लोक मरत आहेत हे बघून त्यांना आज आपले अश्रू आवरता आले नाहीत इतकी प्रचंड हतबलता ही एका प्रगतशील देशाच्या प्रधानमंत्रीवर यावी ही फार मोठी शोकांतिका आहे. एका प्रगतीशील देशाच्या प्रधानमंत्रीचे दुःख, हतबलता व रडणे बघून भारतातील प्रत्येकांनी एक धडा शिकला पहिजे ही वेळ आपल्यावर किंबहुना आपल्या देशावर न येण्यासाठी एका जागरूक नागरिकाप्रमाणे घरात बसून सरकारला सहकार्य केले पहिजे, ज्या लोकांना कोरोना वायरस हा चेष्टाचा विषय वाटत असेल त्यांनी हा फोटो वारंवार बघून एक धडा शिकला पहिजे ही वेळ गंमतीची नव्हे तर एका भयंकर आजाराशी लढण्याची आहे.!”

एक फ़ेसबुक यूज़र ने अंग्रेज़ी मेसेज के साथ ये तस्वीर शेयर की है – “Tears Just came out of My Eyes watching the Italian Prime Minister Giuseppe Conte shading tears of how they have failed and lost Control over COVID-19 which has claimed thousands of Italians. May the Almighty God strengthen them.”

फ़ैक्ट-चेक

वायरल मेसेज में दिखाई दे रहे व्यक्ति इटली के प्रधानमंत्री जूसेप्पे कोंते नहीं है बल्कि ब्राज़ीलियन राष्ट्रपति जाइर बोल्सनारो हैं. ऑल्ट न्यूज़ ने ‘Jair Bolsonaro chorou (जिसका पोर्च्युगीज़ में मतलब है – जाइर बोल्सोनारो रो रहा है )’ को गूगल पर सर्च किया और हमें दिसम्बर 2019 का ‘Poder 360’ का एक आर्टिकल मिला. इस आर्टिकल में वायरल तस्वीर भी शेयर की गई है.

रिपोर्ट के मुताबिक, ते तस्वीर प्लानाल्टो पैलेस में ईसाई धर्मगुरु द्वारा दिए गए प्रवचन के बाद की है. बोल्सनारो की आंखे उस बात को याद करते हुए भर आयी जब 2018 के चुनाव अभियान के दौरान जुइज़ डे फ़ोरा में उन पर चाकू से हमला हुआ था.

7 सितंबर, 2018 के ‘द गार्डियन’ के आर्टिकल में बताया गया कि ब्राज़ील राष्ट्रपति चुनाव में सबसे आगे रहने वाले जायर बोल्सनारो अस्पताल में गंभीर स्थिति में थे. बोल्सनारो पर चुनाव अभियान के दौरान चाकू से हमला हुआ था. बोल्सनारो को जुइज़ डे फोरा के एक अस्पताल में ले जाया गया जो कि रियो डि जेनेरियो से लगभग 200 किलोमीटर की दूरी पर था. ये घटना उस वक़्त हुई जब बोल्सनारो को उनके चाहनेवाले अपने कंधों पर उठाकर ले जा रहे थे.

इस तरह, ये साफ़ हो जाता है कि जायर बोल्सनारो की तस्वीर फ़र्ज़ी रूप से जूसेप्पे कोंते की बातकर शेयर की जा रही है. नीचे कोंते की तस्वीर दी गई है.

इटली एक ऐसा देश है जो कोरोना वायरस से सबसे ज़्यादा पीड़ित है. जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के सेंटर फ़ॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग के इंटरैक्टिव डैशबोर्ड से मालूम हुआ कि इटली में 5,400 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. ये आंकड़ा अन्य देशों की तुलना में काफ़ी ज़्यादा है. 23 मार्च तक 59,000 से ज़्यादा लोग वायरस से संक्रमित बताए गए है और 7,000 से ज़्यादा लोग बीमारी के बाद स्वस्थ हुए हैं.

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🙏 Blessed to have worked as a fact-checking journalist from November 2019 to February 2023.