कुछ तस्वीरें हर कुछ दिन में सोशल मीडिया पर इस दावे’ के साथ वायरल हो रही हैं, “जब से पीएम मोदी UAE गए हैं, शेखों ने मंदिरों में जाना, केले के पत्तों पर खाना खाना और हिंदू प्रार्थना करना शुरू कर दिया है”.

ये दावा फ़ेसबुक और ट्विटर दोनों पर वायरल है. इनमें से कुछ दावे इस हैशटैग के साथ पोस्ट किये गए हैं-
#घरवापसी_कीओर (#Towards_Homecoming) और #जय_श्रीराम (#जय_श्रीराम)

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ये तस्वीरें करीब 2015 से इस दावे के साथ वायरल हो रही हैं कि ये अबू धाबी में एक हिंदू मंदिर के उद्घाटन के दौरान ली गई थीं जिसमें स्थानीय “अरब नेता” शामिल हुए थे और उन्होंने केले के पत्तों पर दोपहर का भोजन किया था.

फ़ैक्ट-चेक

पहली तस्वीर

पहली तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए हमने रिवर्स इमेज सर्च किया. मालूम पड़ा कि ये 2018 की तस्वीर है, जब नरेंद्र मोदी फ़िलिस्तीन, UAE और ओमान की चार दिन की यात्रा पर थे. इसी दौरे के दौरान वो अबू धाबी पहुंचे थे और यहीं ये तस्वीर ली गयी थी. अबू धाबी में BAPS हिंदू मंदिर के लिए भूमि दान करने पर क्राउन प्रिंस का आभार व्यक्त करने के लिए BAPS साधु और मंदिर समिति का एक प्रतिनिधिमंडल उनसे मिला था.

दूसरी तस्वीर

दूसरी तस्वीर के लिए हमने फिर से रिवर्स इमेज सर्च किया और पाया कि ये तस्वीर 2013 की है जब BAPS के साधु UAE ओमान और बहरीन के सत्संग दौरे पर थे.

इस तस्वीर में पीछे दिख रही बिल्डिंग पर अरबी में लिखा है ‘مجلس النواب’ (मजलिस अल-नुवाब)’ यानी, प्रतिनिधि परिषद (Council of Representatives). ये बहरीन का संसद भवन है.

नीचे हमने बहरीन की संसद की इन्टरनेट पर मौजूद तस्वीर के साथ दौरे पर BAPS प्रतिनिधिमंडल की तस्वीरों को दिखाया है. आप इनमें समानता देख सकते हैं.

दौरे के दौरान दुबई में BAPS सांस्कृतिक केंद्र का उद्घाटन किया गया था लेकिन मंदिर के उद्घाटन का कोई उल्लेख नहीं है. इसके अलावा, ये तस्वीर 2013 की है और तब नरेंद्र मोदी देश के प्रधान मंत्री नहीं बने थे.

तीसरी तस्वीर

हमने पाया कि केले के पत्ते पर खाते हुए शेखों की तस्वीर सबसे पहले 2015 में imgur के माध्यम से रेडिट पर अपलोड की गई थी.

तस्वीर के साथ दावा किया गया है, “दुबई में अमीरात के स्थानीय लोग ओणम मना रहे हैं”.

यहां कुछ बातें ध्यान देने लायक हैं:

  • अधिकतर वायरल पोस्ट का दावा है कि ये तस्वीर “अबू धाबी में मंदिर के उद्घाटन” की है. जबकि अबू धाबी में पहले मंदिर बनाने की घोषणा अगस्त 2015 में पीएम मोदी की पहली UAE यात्रा के दौरान की गई थी.
  • 2015 के मार्च में मंदिर की आधारशिला रखी गई थी और मंदिर के पूरी तरह बन जाने की उम्मीद 2023 तक है. इसलिए शेखों ने संभवत: बन रहे मंदिर के अंदर भोजन नहीं किया होगा.
  • केले के पत्तों पर भोजन करने वाले शेखों की तस्वीर का सबसे पुराना दावा ये है कि वे “ओणम साध्य” कर रहे हैं. ये केरल में और केरल के बाहर रहने वाले मलयाली द्वारा मनाए जाने वाले ओणम त्योहार के अवसर पर परोसा जाने वाला पारंपरिक शाकाहारी भोजन है. UAE में केरल की एक बड़ी आबादी है और ‘साध्य’ खाने की प्रथा 2015 में पीएम मोदी की यात्रा से पहले की है. नीचे दी गई तस्वीर 2014 की है.

इस तरह, बगैर किसी संबंध के, ये तस्वीरें इन मनगढ़ंत दावों के साथ शेयर की जा रही हैं कि पीएम मोदी की UAE यात्रा के बाद अरब ने हिंदू संस्कृति को अपनाना शुरू कर दिया है.

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Kalim is a journalist with a keen interest in tech, misinformation, culture, etc