सोशल मीडिया पर 1 मिनट 50 सेकंड का एक वीडियो वायरल है. वीडियो में लड़ाकू विमान एक बांध पर उतरता दिखता है. दावा किया जा रहा है कि ये प्लेन मिग विमान है.

ट्विटते यूज़र ‘@shaktichauhan’ ने ये वीडियो ट्वीट करते हुए RPG एंटरप्राइज़ के चेयरमैन हर्ष गोयनका को टैग किया. हर्ष गोयनका ने भी ये वीडियो “आश्चर्यजनक” लिखते हुए रीट्वीट किया है.

ट्विटर पर हिन्दी मेसेज के साथ भी ये वीडियो ट्वीट किया गया है. कहा गया है कि ये वीडियो मिग विमान की खूबसूरत लैंडिंग का है और इसे ज़रूर देखा जाना चाहिये.

फ़ेसबुक और ट्विटर पर ये वीडियो वायरल है. ऑल्ट न्यूज़ के व्हाट्सऐप हेल्पलाइन नंबर (+91 76000 11160) पर इस वीडियो की जांच के लिए कुछ रीक्वेस्ट भी आयी हैं.

This slideshow requires JavaScript.

फ़ैक्ट-चेक

वीडियो को गौर से देखने पर कुछ ऐसी चीजें दिखती हैं जिससे हमें वीडियो के असली होने पर संदेह हुआ. नीचे ऐसी ही कुछ बातें दी गयी हैं:

1. वीडियो में जेट के करीब आने पर पेड़ और घास में कोई हलचल नहीं दिखती है. जबकि प्लेन के करीब आने पर नज़दीकी हिस्से में हलचल दिखना आम बात है.

2. प्लेन के लैंड होने पर, अचानक से पैराशूट दिखता है. इसके अलावा, जब प्लेन लैंड करता है तो एक ढाल दिखती है जिसे नीचे तस्वीरों में हरे रंग से दिखाया गया है. ये ढाल असली तो नहीं दिखती.

3. लैंडिंग के खत्म होते ही आप देख सकते हैं पैराशूट ज़मीन पर तेज़ी से गिर जाता है जो भौतिकी के नियमों के ख़िलाफ़ जाता दिखता है.

4. वीडियो के आखिर में जब ये जेट फिर उड़ान भरता है तो पैराशूट अचानक से फिर से आ जाता है.

की-वर्ड्स सर्च करने से ऑल्ट न्यूज़ को यूट्यूब पर अपलोड किया गया एक वीडियो मिला. इसका टाइटल है – “MiG 29 landing on the dam 😉 DCS”. हमने पाया कि ये वीडियो अक्टूबर 2020 से शेयर किया जा रहा है.

DCS का मतलब है ‘Digital Combat Simulator ‘. ये एक फाइटिंग डिजिटल गेम है जिसे फ़्री में खेला जाता है. इसमें मिलिट्री के एयरक्राफ़्ट, टैंक और जहाज़ के गेम वर्ज़न होते हैं.

की-वर्ड्स करने पर हमें मालूम हुआ कि ये डैम जॉर्जिया के “Inguri डैम” के जैसा बनाया गया है. यूट्यूब पर और भी कई ऐसे वीडियोज़ मिल जाएंगे जिसमें अलग-अलग एयरक्राफ़्ट्स को ऐसे बैकग्राउंड में लैंड करवाया गया है.

कुल मिलाकर, Digital Combat Simulator वर्ल्ड का वीडियो असली MiG एयरक्राफ़्ट का मानकर शेयर किया.


दिलीप कुमार की मौत के बाद शेयर किये गए ग़लत दावे, वक़्फ़ बोर्ड को नहीं दान किये 98 करोड़ रुपये :

डोनेट करें!
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.

बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.

Tagged:
About the Author

Kalim is a journalist with a keen interest in tech, misinformation, culture, etc