सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें शेयर की जा रही हैं जिसमें मुसलमानों के धार्मिक स्थल या मज़ार को JCB मशीन से तोड़ा जा रहा है. दावा किया जा रहा है कि ये मज़ार अवैध थी इसलिए इसे तोड़ दिया गया. साथ में ये भी बताया जा रहा है कि ये तस्वीरें उत्तर प्रदेश के गोवर्धन परिक्रमा मार्ग की हैं. BJYM यूपी की सोशल मीडिया प्रमुख ऋचा राजपूत ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ़ करते हुए ये तस्वीरें ट्वीट कीं.
गोवर्धन परिक्रिमा मार्ग में अवैध रूप से अतिक्रमण कर बनी मजारो पर J C B चला कर साफ किया जा रहा है, यह काम करने की क्षमता केवल योगी बाबा में ही है !! pic.twitter.com/NLO1FmD3lM
— Dr. Richa Rajpoot (@doctorrichabjp) April 4, 2022
गौरतलब है कि इन तस्वीरों को कई राज्यों में हुई रामनवमी की हिंसा के संदर्भ में शेयर किया जा रहा हैं. हरियाणा में एक मज़ार को तोड़ने और, मध्य प्रदेश और गुजरात में राज्य सरकार द्वारा हिंसा में शामिल लोगों के घर गिराने के कई वीडियोज़ सामने आये थे.
इन तस्वीरों को बीजेपी समर्थकों ने ट्विटर पर भी शेयर किया है.
गोवर्धन परिक्रिमा मार्ग में अवैध रूप से अतिक्रमण कर बनी मजारो पर बुलडोजर चला कर साफ किया जा रहा है, यह काम करने की क्षमता केवल योगी बाबा में ही है!!#योगी बाबा जिंदाबाद!! 🙏🏾
ये है आपके एक वोट की ताकत 🙏🏾 pic.twitter.com/SIzOeuasVF
— Eagle Eye (@SortedEagle) April 6, 2022
मथुरा के #गोवर्धन परिक्रिमा मार्ग में अवैध रूप से अतिक्रमण कर बनी मजारो पर J C B चला कर साफ किया जा रहा है, यह काम करने की क्षमता केवल योगी बाबा में ही है💪 pic.twitter.com/1swvG1HrYT
— Sintu Tiwari🇮🇳 💯🚩% FB (@Tiwari_Sintu999) November 16, 2020
ये तस्वीरें फ़ेसबुक पर भी इसी दावे के साथ वायरल हैं कि गोवर्धन परिक्रमा मार्ग में सीएम आदित्यनाथ ने अवैध रूप से बनी मज़ार को गिराया.
फ़ैक्ट-चेक
ऑल्ट न्यूज़ ने सबसे पहले गूगल और यांडेक्स पर इस तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें 2020 के कई ट्वीट्स में ये तस्वीरें मिलीं जहां वायरल दावे से मिलता-जुलता दावा किया गया था.
@myogiadityanath @ptshrikant
गोवर्धन परिक्रिमा मार्ग में अवैध रूप से अतिक्रमण कर बनी मजारो पर JCB चला कर साफ किया जा रहा है, यह काम करने की क्षमता केवल योगी बाबा में ही है.
वरना खुद को यदुवंशी @yadavakhilesh ने तो हर जगह मजार ही मजार बना डाली।
🤩🤩 pic.twitter.com/NJpdjO4U3M— विनीत भारतीय (@Vinit_singhal) November 17, 2020
गूगल पर की-वर्ड्स सर्च करने पर हमें द टाइम्स ऑफ़ इंडिया की अक्टूबर 2018 की एक रिपोर्ट मिली. आर्टिकल में बताया गया था कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के एक आदेश के अनुसार, मथुरा ज़िले के गिरिराज पर्वत और गोवर्धन परिक्रमा क्षेत्र के मंदिरों से “अतिक्रमण” हटाया जा रहा है. दिलचस्प बात TOI के आर्टिकल में लिखा है, “आदेश में आगे कहा गया है कि मौजूदा ज़मीन में पड़ने वाली किसी भी “समाधि” (कब्र) को नहीं हटाना है.”
ऑल्ट न्यूज़ को नियो न्यूज़ की एक वीडियो रिपोर्ट भी मिली जिसमें गोवर्धन परिक्रमा क्षेत्र में मज़ारों को गिराए जाने की बात बताई गई है.
यहां ये बताना भी ज़रूरी है कि वीडियो रिपोर्ट के मुताबिक, NGT के आदेश से PWD ने एक ही क्षेत्र में अलग-अलग आकार के लगभग पांच मंदिरों को तोड़ा था.
इन रिपोर्ट्स की समय सीमा को ध्यान में रखते हुए हमने एडवांस्ड सर्च फ़िल्टर का इस्तेमाल करके ट्विटर पर एक की-वर्ड्स सर्च किया. इससे हमें इन तस्वीरों वाले नवंबर 2018 के ट्वीट्स मिले.
गोवर्धन परिक्रमा मार्ग में बनी सभी मज़ारों को आज ध्वस्त कर दिया है कहीं कोई ढोंग ढकोसला नहीं हुआ !(न कोई पीर निकला कोई न फकीर) pic.twitter.com/9Bpfp4nZfe
— Harshit Tripathi (@Harsh7tripathi) November 16, 2018
कुल मिलाकर, ये तस्वीरें चार साल पुरानी हैं. यानी इसका हाल की घटनाओं से कोई संबंध नहीं है.
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