सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें शेयर की जा रही हैं जिसमें मुसलमानों के धार्मिक स्थल या मज़ार को JCB मशीन से तोड़ा जा रहा है. दावा किया जा रहा है कि ये मज़ार अवैध थी इसलिए इसे तोड़ दिया गया. साथ में ये भी बताया जा रहा है कि ये तस्वीरें उत्तर प्रदेश के गोवर्धन परिक्रमा मार्ग की हैं. BJYM यूपी की सोशल मीडिया प्रमुख ऋचा राजपूत ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ़ करते हुए ये तस्वीरें ट्वीट कीं.

गौरतलब है कि इन तस्वीरों को कई राज्यों में हुई रामनवमी की हिंसा के संदर्भ में शेयर किया जा रहा हैं. हरियाणा में एक मज़ार को तोड़ने और, मध्य प्रदेश और गुजरात में राज्य सरकार द्वारा हिंसा में शामिल लोगों के घर गिराने के कई वीडियोज़ सामने आये थे.

इन तस्वीरों को बीजेपी समर्थकों ने ट्विटर पर भी शेयर किया है.

ये तस्वीरें फ़ेसबुक पर भी इसी दावे के साथ वायरल हैं कि गोवर्धन परिक्रमा मार्ग में सीएम आदित्यनाथ ने अवैध रूप से बनी मज़ार को गिराया.

फ़ैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ ने सबसे पहले गूगल और यांडेक्स पर इस तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें 2020 के कई ट्वीट्स में ये तस्वीरें मिलीं जहां वायरल दावे से मिलता-जुलता दावा किया गया था.

गूगल पर की-वर्ड्स सर्च करने पर हमें द टाइम्स ऑफ़ इंडिया की अक्टूबर 2018 की एक रिपोर्ट मिली. आर्टिकल में बताया गया था कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के एक आदेश के अनुसार, मथुरा ज़िले के गिरिराज पर्वत और गोवर्धन परिक्रमा क्षेत्र के मंदिरों से “अतिक्रमण” हटाया जा रहा है. दिलचस्प बात TOI के आर्टिकल में लिखा है, “आदेश में आगे कहा गया है कि मौजूदा ज़मीन में पड़ने वाली किसी भी “समाधि” (कब्र) को नहीं हटाना है.”

ऑल्ट न्यूज़ को नियो न्यूज़ की एक वीडियो रिपोर्ट भी मिली जिसमें गोवर्धन परिक्रमा क्षेत्र में मज़ारों को गिराए जाने की बात बताई गई है.

यहां ये बताना भी ज़रूरी है कि वीडियो रिपोर्ट के मुताबिक, NGT के आदेश से PWD ने एक ही क्षेत्र में अलग-अलग आकार के लगभग पांच मंदिरों को तोड़ा था.

इन रिपोर्ट्स की समय सीमा को ध्यान में रखते हुए हमने एडवांस्ड सर्च फ़िल्टर का इस्तेमाल करके ट्विटर पर एक की-वर्ड्स सर्च किया. इससे हमें इन तस्वीरों वाले नवंबर 2018 के ट्वीट्स मिले.

कुल मिलाकर, ये तस्वीरें चार साल पुरानी हैं. यानी इसका हाल की घटनाओं से कोई संबंध नहीं है.

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About the Author

Nilofar Absar is a lawyer by training and a storyteller by nature who takes a keen interest in the lives of people belonging to South Asian diasporic communities.