सोशल मीडिया पर 10 सितम्बर को हरियाणा के पिपली में विरोध के दौरान हुई हिंसा की कई तस्वीरें शेयर की जा रही हैं. हरियाणा के पिपली में कई महीनों से किसानों का सरकार के अध्यादेश के खिलाफ़ प्रदर्शन चल रहा है और 10 सितम्बर को पुलिस और किसानों के बीच टकराव में दोनों पक्षों के लोग घायल हुए. पूर्व क्रिकेटर और कांग्रेस नेता कीर्ति आज़ाद ने 4 तस्वीरें ट्वीट करते हुए लिखा, “क्या आपने इसे आज न्यूज़ चैनल पर देखा? क्या आप जानते हैं ये कौन है? नहीं? क्या आप जानते हैं कि इनको दिल्ली बॉर्डर के पास रोका गया? यह हैं हमारे अन्नदाता. अन्नदाता किसान जो दिल्ली बॉर्डर पर रोक दिए गये. इनके लिए संवेदना है तो सोशल मीडिया पर फैला दीजिये.” इस ट्वीट को ये आर्टिकल लिखे जाने तक 300 बार रीट्वीट किया गया. (आर्काइव लिंक)

एक अन्य ट्विटर यूज़र @aren_anika ने भी इन्हीं में से एक तस्वीर शेयर करते हुए इसे हरियाणा किसान रैली का बताया. (आर्काइव लिंक)

कई फ़ेसबुक यूज़र्स ने भी इन तस्वीरों को शेयर करते हुए इन्हें पिपली किसान रैली का बताया. किसान कार्यकर्ता गुरनाम सिंह चरुनी ने ये तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, “पिपली किसान बचाओ मंडी बचाओ महारैली में पहुंचने वाले सभी संगठनों किसानों और किसान पुत्रों को तहे दिल से धन्यवाद.” इस पोस्ट को 2,500 से ज़्यादा बार शेयर किया जा चुका है.

अभी तो ली अंगड़ाई है
आगे और लड़ाई है
पिपली किसान बचाओ मंडी बचाओ महारैली में पहुंचने वाले सभी संगठनों किसानों और किसान पुत्रों को तहे दिल से धन्यवाद
लड़ेंगे जीतेंगे

Posted by Gurnam Singh Charuni on Thursday, September 10, 2020

इसी तरह अन्य फ़ेसबुक यूज़र्स ने भी वायरल तस्वीर शेयर करते हुए इसे हरियाणा का बताया.

फ़ैक्ट-चेक

कीर्ति आज़ाद ने 4 तस्वीरें ट्वीट की थीं. इनमें से 3 तस्वीरें कई लोगों ने शेयर कीं. हम चारों तस्वीरों की एक-एक कर के पड़ताल करेंगे और उनकी असलियत जानने की कोशिश करेंगे.

तस्वीर 1

तस्वीर 1 का रिवर्स सर्च इमेज करने पर बहुत सारे मीम्स और वीडियो लिंक्स मिलते हैं. इस तस्वीर ने हमें कई न्यूज़ रिपोर्ट्स और वीडियो तक पहुंचाया. न्यूज़ प्लेटफ़ॉर्म एंटरटेनमेंट टुनाइट (ET) पर सितम्बर, 2014 में इसके बारे में बताया गया है कि तस्वीर में दिख रही लड़की माईकेला गोत्ज़े है. ये तस्वीर एक वीडियो का स्क्रीनशॉट है. वीडियो माईकेला की मम्मी कैथरीन गोत्ज़े ने बनाया था. ET की रिपोर्ट में कैथरीन के यूट्यूब पर अपलोड किया गया ओरिजिनल वीडियो भी शामिल किया है. इसे 28 अक्टूबर 2012 को अपलोड किया गया था.

तस्वीर 2

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तस्वीर 2 का रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें राजस्थान पत्रिका की एक रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट के मुताबिक ये तस्वीर राजस्थान में किसानों द्वारा सरकार के खिलाफ़ निकाली गयी शव यात्रा की है. 2017 में राजस्थान के सीकर में किसानों ने तत्कालीन मुख्यमंत्री के खिलाफ़ विरोध प्रदर्शन किया था जिसमें सैकड़ों महिलाएं भी शामिल थीं.

तस्वीर 3 और 4

तस्वीर 3 का रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें न्यूज़ पोर्टल गांव कनेक्शन की एक रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में हरियाणा के पिपली में 10 सितम्बर को हुई हिंसा की जानकारी दी गयी है और ये तस्वीरें पब्लिश की गयीं. हमने रिपोर्ट लिखने वाले पत्रकार मिथलेश धर से बात की और उन्होंने तस्वीर के सही होने की पुष्टि की. मौके पर मौजूद हरियाणा के एक वकील राजेश गोपी ने बताया कि तस्वीर हरियाणा किसान रैली की ही है.

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चौथी तस्वीर भी गांव कनेक्शन के आर्टिकल में मौजूद है. इसे राजेश गोपी ने खुद खींची थी. उन्होंने हमें बताया, “ये जो 10 सितम्बर को कुरुक्षेत्र में आन्दोलन हुआ था किसानों का, ये तस्वीरें उस समय की ली गयी है. ये तस्वीर बिलकुल सही है. पिपली, कुरुक्षेत्र हरियाणा की तस्वीर है वो.” उन्होंने इसे कुछ अन्य तस्वीरों के साथ ट्विटर पर भी पोस्ट किया था जहां से अन्य न्यूज़ प्लेटफ़ॉर्म्स ने इसे अपनी स्टोरी में इस्तेमाल किया था.

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यानी, सोशल मीडिया पर वायरल किसान रैली की तस्वीरों में से एक तस्वीर 2017 में राजस्थान में हुए किसान आन्दोलन की है. एक अन्य तस्वीर जिसमें एक बच्ची रो रही है, वो 2012 में अपलोड किये गये एक वीडियो से ली गयी है. और अन्य दो तस्वीरें हाल की किसान रैली की ही हैं.

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