संजीव कश्यप नाम के नाम के एक यूज़र ने 13 सितम्बर को तीन तस्वीरें शेयर की और लिखा, “बेरोजगार छात्रों को आज लखनऊ में नौकरी देते हुवे …योगी जी जियो महाराज आप शेर हो शेर.” इन तस्वीरों में घायल छात्र दिख रहे हैं और कुछ पुलिसकर्मियों को लाठीचार्ज करते हुए देखा जा सकता है. इस पोस्ट को 8 हज़ार से अधिक बार शेयर किया गया है.
ये तस्वीरें देश में बढ़ती बेरोज़गारी के ख़िलाफ़ प्रदर्शन से जोड़कर शेयर की जा रही हैं. अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) और एशियाई विकास बैंक (ADB) की संयुक्त रिपोर्ट के मुताबिक़ COVID-19 के कारण 41 लाख युवा बेरोज़गार हो गए हैं. पिछले महीने ग्रामीण बेरोज़गारी दर 9 सप्ताह के शीर्ष पर पहुंच गई. 5 सितम्बर को देश भर में बढ़ती कीमतों और बेरोज़गारी के खिलाफ शाम 5 बजे 5 मिनट तक ‘थाली बजाओ’ प्रदर्शन किया गया. ये प्रदर्शन उत्तर प्रदेश में भी हुआ था. 9 सितम्बर को बेरोज़गारी के ख़िलाफ़ ‘9 बजे 9 मिनट’ कैंपेन चलाया गया था.
ट्विटर पर भी कई लोगों ने ये तस्वीरें इसी दावे से शेयर की हैं कि लखनऊ में बेरोज़गार छात्रों की प्रदर्शन की तस्वीरें हैं.
पुरानी तस्वीरें
हमने पाया कि सोशल मीडिया में वायरल ये तस्वीरें 2018 की हैं. पहली तस्वीर का गूगल पर रिवर्स सर्च करने पर हमें अमर उजाला की 2 नवंबर, 2018 की एक रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट के अनुसार, ये तस्वीरें नवंबर, 2018 में उत्तर प्रदेश विधानसभा के बाहर आयोजित रोज़गार मांगने वाले युवा अभ्यर्थियों के प्रदर्शन की हैं. 2 नवंबर, 2018 को द वीक में प्रकाशित एक रिपोर्ट में बताया गया है, “12,000 से ज़्यादा सरकारी शिक्षकों का चयन ख़ारिज करने तथा 68,500 भर्तियां और करने की प्रक्रिया की CBI जांच कराने के आदेश संबंधी दो अदालती फैसलों के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे लोगों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया”
दूसरी तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च करने से 3 नवंबर, 2018 का एक ट्वीट मिलता है. इस तस्वीर को शेयर करते हुए ये जानकारी दी गयी है कि लखनऊ में शिक्षक भर्ती मामले में BTC विद्यार्थियों ने जमकर प्रदर्शन किया. पुलिस ने इसमें लाठियां चलायी थी.
तीसरी तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च रिज़ल्ट हमें उत्तर प्रदेश न्यूज़ के 2 नवम्बर, 2018 के एक ट्वीट तक ले जाता है. इस ट्वीट में और भी कुछ तस्वीरों के साथ ये तस्वीर भी है.
उत्तर प्रदेश में सरकारी शिक्षकों की नियुक्ति रद्द किए जाने का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था. इस घटना की दो साल पुरानी तस्वीरें हाल की बताकर शेयर की जा रही हैं.
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