एक ट्विटर उपयोगकर्ता अविरल शर्मा जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फॉलो करते हैं, ने एक वीडियो साझा किया, जिसमें एक मंदिर के अंदर कुछ लोगों से दुर्व्यवहार करते हुए एक पुलिसकर्मी को देखा जा सकता है। शर्मा ने दावा किया कि “ईसाई पुलिसकर्मी ने तिरुमाला मंदिर के भक्तों को परेशान किया”। उन्होंने आंध्र प्रदेश के नव-निर्वाचित मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी पर भी कटाक्ष किया है। शर्मा ने लिखा, “जगन रेड्डी एक वेटिकन कठपुतली है, जिसने दीपक जलाने से इनकार किया और तिरुपति के बस टिकटों पर यरूशलेम का विज्ञापन दिया!”- अनुवादित।
समान दावा फेसबुक पर भी प्रसारित है। ‘Resurging Dharma’ पेज से पोस्ट किए गए इस वीडियो को 11,000 से अधिक बार देखा गया है। यह इस दावे से साझा किया गया था कि — “#तिरुमाला में हिंदू श्रद्धालुओं से दुर्व्यवहार करता गैर #हिन्दू सुरक्षाकर्मी, तिरुमाला को बचाएं। हिंदू मंदिरों के अंदर काम कर रहे सभी गैर-#हिंदुओं को हटाएं!” कई अन्य उपयोगकर्ताओं ने भी इस वीडियो को साझा किया है।
Non Hindu security personal manhandling Hindu devotees at Tirumala, Save Tirumala.
Non #Hindu security personal manhandling Hindu devotees at #Tirumala, Save Tirumala.😢 remove all non-#Hindus working inside Hindu Temples! 😡
Posted by Resurging Dharma on Friday, 23 August 2019
दरअसल, यह क्लिप 2017 से ही सोशल मीडिया में ऐसे ही दावे के साथ प्रसारित है। फेसबुक पेज Amaravati – AP Capital से, इस वीडियो को 53 लाख बार देखा, 1.2 लाख से अधिक बार शेयर किया गया और इस पोस्ट को 10,000 से अधिक लाइक मिले है।
उत्तर प्रदेश का पांच साल पुराना वीडियो
ऑल्ट न्यूज़ ने वीडियो को कई फ़्रेमों में तोड़ कर गूगल पर उन तस्वीरों का रिवर्स-सर्च किया। हम यूट्यूब चैनल APN न्यूज़ द्वारा 2014 के एक प्रसारण तक पहुंचे, जिसमें समान वीडियो को प्रसारित किया गया था। चैनल के अनुसार, यह घटना उत्तर प्रदेश के बांके बिहारी मंदिर में हुई थी।
एंकर का कहना है कि मंदिर में बड़ी संख्या में भक्त जमा हो गए थे और पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए उनमें से कुछ के साथ सख्ती की। एक अधिकारी का एक महिला से विवाद हो गया था, जिसके पति को धक्का दिया गया था। कई भक्तों को प्रार्थना किए बिना ही लौटना पड़ा था।
यह दावा झूठा है कि यह वीडियो आंध्र प्रदेश के तिरुमाला मंदिर का है। ट्विटर उपयोगकर्ता अविरल शर्मा ने सीएम जगनमोहन रेड्डी को “वेटिकन कठपुतली” भी कहा, क्योंकि उन्होंने कथित रूप से “दीपक जलाने” से इनकार किया था। रेड्डी अपने राज्य के लिए निवेश की चाह में हाल ही में अमेरिकी यात्रा पर थे। भाजपा ने दावा किया था कि आंध्र के सीएम ने एक औपचारिक दीपक प्रज्ज्वलित करने से इनकार कर दिया और उन्हें ‘हिंदू विरोधी’ करार दिया था। यह बाद में पता चला कि दीपक बिजली का था। बाद में आंध्र प्रदेश भाजपा नेअपना ट्वीट डिलीट कर दिया था।
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