एक व्यक्ति की बल्ले से पिटाई करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. इसे शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि एक मंदिर के पुजारी को मुस्लिम व्यक्ति पीट रहा है.
भारतीय जनता युवा मोर्चा दिल्ली की सोशल मीडिया सह संयोजक आकांक्षा ने भी वीडियो शेयर करते हुए दावा किया कि वीडियो में पुजारी की पिटाई करने वाले युवक मुस्लिम समुदाय के हैं. (आर्काइव लिंक)
हिन्दू मंदिर के पुजारी की पिटाई करने वाले एक कट्टर मुस्लिम का वीडियो इसे सभी समूहों में साझा करें कृपया अपराधी की पहचान करने और उसे गिरफ्तार करने के लिए इस वीडियो को साझा करें pic.twitter.com/c72brNMjdn
— akanksha 🇮🇳 (@akanksha29bjp) March 3, 2023
सौरभ श्रीवास्तव नाम के यूज़र ने वीडियो ट्वीट करते हुए दावा किया कि मंदिर के पुजारी का पिटाई करने वाला व्यक्ति कट्टर मुस्लिम है. इसके साथ ही यूज़र ने ट्विटर पर इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करने की अपील की. (आर्काइव लिंक)
हिन्दू मंदिर के पुजारी की पिटाई करने वाले एक कट्टर मुस्लिम का वीडियो इसे सभी समूहों में साझा करें कृपया अपराधी की पहचान करने और उसे गिरफ्तार करने के लिए इस वीडियो को साझा करें प्रिय हिंदुओं 🙏🏻🙏🏻🙏🏻😡😡😡 pic.twitter.com/7rtM9TCjFW
— 100rabh SRIVASTAV🚩 🙏 ( एक सनातनी)🚩🙏 (@Chitransh57) March 2, 2023
सियाराम अखंड हिन्दू राष्ट्र नाम के यूज़र ने भी इसी दावे के साथ वीडियो ट्वीट किया. (आर्काइव लिंक)
कई और यूज़र्स ने भी वायरल वीडियो इसी दावे के साथ ट्वीट किया.
फ़ैक्ट-चेक
वायरल वीडियो से जुड़े की-वर्ड्स को गूगल पर सर्च करने पर ऑल्ट न्यूज़ को 6 नवंबर 2020 की दैनिक भास्कर की रिपोर्ट मिली. इस आर्टिकल के मुताबिक, हरियाणा के फतेहाबाद ज़िले के गांव ढाबी कलां में एक मंदिर में क्रिकेट बैट रखने से मना करने पर युवकों ने मंदिर के पुजारी के साथ मारपीट की थी जिसके बाद पुलिस ने चार युवकों को गिरफ्तार किया था. गौर करें कि इस मामले में किसी प्रकार का सांप्रदायिक ऐंगल का ज़िक्र नहीं किया गया है.
हमें इससे जुड़ी 6 नवंबर 2020 की दैनिक जागरण की रिपोर्ट भी मिली. रिपोर्ट के मुताबिक, हमलावर युवकों ने पुजारी पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया था. शोर सुनकर आसपास के लोगों ने पुजारी को बचाया. इस मामले किसी के द्वारा शिकायत्र दर्ज नहीं कराने पर भट्टु कालां थाने के सुरक्षा अभिकर्ता निहाल सिंह की शिकायत पर पुलिस ने तीन नामजद और एक अज्ञात हमलावर युवकों के खिलाफ मामला दर्ज कर चार युवक (अमित, कृष्ण, प्रदीप, राकेश) को गिरफ्तार किया था. यानी कि हमलावर मुस्लिम समुदाय के नहीं है.
हमें हरियाणा पुलिस द्वारा मामले में 3 नवंबर 2020 को दर्ज की गई FIR की कॉपी भी मिली जिसमें तीन नामजद (अमित, कृष्ण, प्रदीप) के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.
इस मामले में ऑल्ट न्यूज़ ने भट्टु कलां थाने के वर्तमान ASI निहाल सिंह से बात की जिन्होंने शिकायत दर्ज कराई थी. उन्होंने बताया कि ये मारपीट की घटना थी. इसमें लड़की के साथ छेड़छाड़ का कोई मामला नहीं है. आगे उन्होंने बताया कि इस केस की जांच तत्कालीन सब-इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह कर रहे थे जिनका अब दूसरे थाने में तबादला कर दिया गया है. हमने महेंद्र सिंह से संपर्क किया तो उन्होंने हमें बताया कि मांदिर में बैट रखने से मना करने पर हमलावर युवकों ने पुजारी की पिटाई की थी. इसमें किसी के घर में पूजा कराने गए पुजारी द्वारा लड़की के साथ छेड़छाड़ करने का कोई मामला नहीं है. चूंकि पीड़ित या आरोपी पक्ष की ओर से कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई और FIR में घटना के कारणों का ज़िक्र नहीं है, इसलिए ऑल्ट न्यूज़ इस घटना के कारणों की पुष्टि नहीं करता है. लेकिन इतना तो तय है कि इसमें आरोपी मुस्लिम समुदाय के नहीं हैं और इसमें कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है.
हमें इस वीडियो से जुड़ी कुछ पुरानी रिपोर्ट्स भी मिलीं जिसके मुताबिक पुजारी द्वारा गांव की एक लड़की से मोबाइल पर अश्लील बात करने के आरोप में लोगों ने पुजारी की जमकर पिटाई की थी. न्यूज़18 पर 3 नवंबर 2020 को पब्लिश्ड एक रिपोर्ट में भी ऐसा ही बताया गया था.
4 नवंबर 2020 को Khabrain Abhi Tak नाम के यूट्यूब चैनल पर इस मामले से जुड़ी एक रिपोर्ट मौजूद है. इसमें पुजारी द्वारा एक लड़की के साथ फोन पर अश्लील बातें करने का आरोप है. इस रिपोर्ट में डीएसपी शुभाष चंद्र ने भी इस मामले का ज़िक्र करते हुए एक ऑडियो वायरल होने के बारे में बताया जिसमें एक व्यक्ति और एक महिला की फोन पर आपत्तिजनक बातें हो रही है. हालांकि ऑल्ट न्यूज़ वायरल ऑडियो की पुष्टि नहीं करता. लेकिन इतना तो तय है कि इस मामले में आरोपी मुस्लिम समुदाय से नहीं हैं और इस घटना में किसी प्रकार का सांप्रदायिक एंगल नहीं है.
कुल मिलाकर, कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने हरियाणा के फतेहाबाद ज़िले के गांव ढाबी कलां के युवकों द्वारा मंदिर के पुजारी की पिटाई का पुराना वीडियो सांप्रदायिक ऐंगल के साथ शेयर किया.
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.