ट्रिगर वार्निंग: यौन हिंसा

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है. वीडियो के साथ किए गए दावे के मुताबिक, ये कथित घटना मणिपुर में हुई थी जिसमें एक लड़की को अपने कपड़े उतारने के लिए मजबूर किया जा रहा है. मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच जातिय संघर्ष शुरू होने के बाद इस साल 3 मई से मणिपुर में काफी हिंसा और तनाव देखा गया है.

X (ट्विटर) यूज़र तनवीर (@T_A_backup) ने इस वीडियो को 8 अक्टूबर को पोस्ट करते हुए लिखा, “ट्रिगर वार्निंग: मोलेस्टेशन. कथित तौर पर #मणिपुर का एक वीडियो जहां एक ईसाई लड़की को अगवा कर लिया गया था. कुछ हिंदूओं को उसके कपड़े फाड़ते देखा जा सकता है जब वो मदद के लिए चिल्ला रही थी. हिंदूओं ने इसे सोशल मीडिया पर प्रसारित किया जहां वो उसके साथ गैंग रेप कर रहे थे. मणिपुर में हिंदुओं को शासन का समर्थन प्राप्त है.” प्लेटफ़ॉर्म के नियमों का उल्लंघन करने की वजह से इस ट्वीट को अब X द्वारा हटा दिया गया है. (आर्काइव)

फ़ेसबुक यूज़र अब्दुल कादर ने भी ये वीडियो 5 अक्टूबर को तमिल कैप्शन के साथ शेयर किया जिसका अनुवाद है: “मणिपुर में गैंग रेप.”

फ़ैक्ट-चेक

हमने वीडियो से कई की-फ़्रेम्स लिए और उनमें से कुछ पर रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें जून 2021 में ढाका, बांग्लादेश के एक न्यूज़ आउटलेट, न्यूज़ बांग्ला 24 की एक न्यूज़ रिपोर्ट मिली. बंगाली में लिखी इस रिपोर्ट के टाइटल का अनुवाद है: “भारत में युवा महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार: तस्करी के सरगनाओं ने कबूल किया.” रिपोर्ट में कहा गया है कि पीड़ित और अपराधी दोनों बांग्लादेशी नागरिक थे और ये घटना केरल में हुई थी.

इसे ध्यान में रखते हुए हमने सबंधित की-वर्डस सर्च किया जिससे हमें डेक्कन हेराल्ड की एक रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट में कहा गया है कि मामले में पांच अवैध बांग्लादेशी अप्रवासियों को गिरफ़्तार किया गया. पीड़िता उन अपराधियों के साथ रह रही थी जो उसे नौकरी का वादा करके बांग्लादेश से भारत लाए थे और बाद में उसे वेश्यावृत्ति में धकेल दिया.

वायरल वीडियो में महिला से गैंग रेप और उसे प्रताड़ित करने के मामले में बेंगलुरु पुलिस ने तीन महिलाओं समेत 12 लोगों को गिरफ़्तार किया.

हमें 8 जुलाई, 2021 का बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर का एक ट्वीट मिला. इसमें कहा गया था कि गिरफ़्तार किए गए 12 लोगों में से पीड़िता सहित 11 अपराधी बांग्लादेशी नागरिक हैं.

कुल मिलाकर, ये दावा ग़लत है कि वीडियो मणिपुर की एक हालिया घटना का है. ये वीडियो 2021 का है और ये घटना बेंगलुरु में हुई थी. इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इसमें शामिल लोगों को गिरफ़्तार कर लिया था.

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