26 जनवरी को, सोशल मीडिया यूज़र्स ने तलवार पकड़े खड़ी कुछ महिलाओं की 10 सेकंड की एक वीडियो क्लिप इस दावे से शेयर की है कि राजपूत महिलाएं क्लॉक टॉवर और शाहीन बाग़ में मुस्लिम महिलाओं के सामने खड़ी हुई हैं।
यह ध्यान देने लायक है कि पिछले कुछ हफ़्तों से शाहीन बाग़, दिल्ली और क्लॉक टॉवर, लखनऊ दोनों जगह नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन का केंद्र बना हुआ है।
ट्विटर उपयोगकर्ता @TheUnitedHindu ने इस वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा है, “शाहीन बाग और घंटाघर की मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ खड़ी हुई कट्टर हिंदू राजपूताना महिलाएं । जय भवानी, भारत माता की जय।”
शाहीन बाग और घंटाघर की मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ खड़ी हुई कट्टर हिंदू राजपूताना महिलाएं ।
जय भवानी
भारत माता की जय🚩🚩 pic.twitter.com/TuKiCXAv57— हिन्दू एकता संघ (@TheUnitedHindu) January 26, 2020
एक अन्य उपयोगकर्ताओं ने @gulab_dharkar इस वीडियो को समान दावे से ट्वीट किया है, जिसे अब तक 1,800 बार रिट्वीट किया गया है।
शाहीन बाग और घंटाघर की मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ खड़ी हुई कट्टर हिंदू राजपूताना महिलाएं ।
🔶जय भवानी 🔶 भारत माता की जय🚩🚩 pic.twitter.com/k8PDQyQKB2
— राष्ट्रभाषा…✍हिंदी में नाम लिखिए🙏 (@gulab_dharkar) January 26, 2020
इस वीडियो को ट्विटर और फेसबुक पर समान दावे से सोशल मीडिया यूज़र्स साझा कर रहे हैं।
ऑल्ट न्यूज़ के अधिकृत एप और अधिकारिक व्हाट्सएप नंबर (+91 76000 11160) पर इस वीडियो की जांच करने के लिए कुछ अनुरोध भी प्राप्त हुए हैं।
झूठे दावे से वीडियो वायरल
ऑल्ट न्यूज़ ने गूगल पर की-वर्ड्स सर्च किया और हमें 24 अगस्त, 2019 के टाइम्स ऑफ़ इंडिया के प्रसारण का एक वीडियो मिला, जिसमें बताया गया है कि गुजरात के जामनगर में करीब 2,000 राजपूत महिलाओं ने अपनी तलवार कला का प्रदर्शन कर नया विश्व रिकार्ड बनाया था।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के आधार पर ऑल्ट न्यूज़ ने फेसबुक पर की-वर्ड्स से सर्च किया और हुमनें पाया कि इस वायरल वीडियो को फेसबुक उपयोगकर्ता कुलदीप तोमर ने 23 अगस्त, 2019 को अपलोड किया था। पोस्ट साझा करते हुए उन्होंने लिखा है, “#गुजरात मे 2000 से ज्यादा #क्षत्राणियों ने एक साथ तलवार बाजी करके #विश्व_रिकॉर्ड बनाया गुजरात #राजपूत_समाज।”
#गुजरात मे 2000 से ज्यादा #क्षत्राणियों ने एक साथ तलवार बाजी करके #विश्व_रिकॉर्ड बनाया गुजरात #राजपूत_समाज
Posted by Kuldeep Tomar on Friday, 23 August 2019
इस तरह, सोशल मीडिया का दावा कि शाहीन बाग़ और क्लॉक टॉवर में राजपूत महिलाएं मुस्लिम महिलाओं के सामने खड़ी हुई है, गलत साबित होता है। यह वायरल वीडियो, CAA के खिलाफ चल रहे विरोध-प्रदर्शन के बारे में झूठा प्रचार फ़ैलाने का एक अन्य उदाहरण है।
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.