इस साल फरवरी में ट्विटर पर एक अकाउंट नफीसा अहमद (@ Dasettan1) बनाया गया था। इस हैंडल के पीछे एक व्यक्ति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भक्त और कट्टर समर्थक है।
हालांकि, इस अकाउंट से की गई ट्वीट अक्सर प्रधानममंत्री के आलोचकों पर निशाना साधने के लिए होती है – अभिनेत्री स्वरा भाष्कर पर निशाना साधने के लिए ‘वाइब्रेटर’ का मज़ाक और कांग्रेस के व्यक्ति को ‘ट्रांसजेंडर’ बताया जाता है।
महबूबा मुफ़्ती की बेटी की तस्वीर प्रोफाइल पिक्चर के तौर पर इस्तेमाल की गई
नफीसा अहमद अकाउंट की प्रोफाइल तस्वीर वास्तव में जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती की बेटी इल्तिज़ा जावेद की तस्वीर है। समान तस्वीर का प्रयोग BBCहिंदी ने अगस्त 2019 के एक प्रसारण के दौरान किया था, जिसमें चैनल ने अनुच्छेद 370 के फैसले के बाद जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती की नज़रबंदी पर उनकी बेटी से टेलीफोनिक बातचीत करने के लिए तस्वीर का इस्तेमाल किया था।
इल्तिज़ा जावेद के कई अन्य साक्षात्कार भी ऑनलाइन उपलब्ध है।
‘नफीसा अहमद’ नाम के पीछे कौन है?
हैंडल के पीछे का व्यक्ति कोई महिला नहीं बल्कि एक पुरुष है। उन्होंने अपने अकाउंट पर अपनी कई तस्वीरें भी अपलोड की है।
उन्होंने अपने कई वीडियो भी ट्विटर अकाउंट पर अपलोड किये हैं। ऐसे ही एक वीडियो में उन्होंने अपने आप को “मुंबई से प्रेम” के रूप में परिचित किया है।
We cannot dance with the enemy to entertain the masses #BoycottPakistan #WorldCup2019 pic.twitter.com/7Px29pbpKh
— Nafeesa Ahmed 🇮🇳🇮🇳 (@Dasettan1) February 22, 2019
इसके अलावा, HDFC बैंक के अधिकृत ट्विटर हैंडल ने उन्हें मार्च 2019 की एक ट्वीट में ‘प्रेम’ के रूप में संदर्भित किया था, इससे यह पता चलता है कि वह अपने ट्विटर हैंडल का प्रयोग ‘प्रेम’ के नाम से करते थे, बाद में उन्होंने अकाउंट का नाम ‘नफीसा अहमद’ कर दिया था।
Is this the new app ? Plz confirm@HDFC_Bank @HDFCBank_Cares pic.twitter.com/ElISdz3v6t
— Nafeesa Ahmed 🇮🇳🇮🇳 (@Dasettan1) March 23, 2019
मुंबई से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थक, महबूबा मुफ़्ती की बेटी की तस्वीर का प्रयोग प्रोफाइल तस्वीर के रूप में करके खुद को एक मुस्लिम महिला के रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती के ट्वीट द्वारा इस अकाउंट की जानकारी देने के बाद भी, प्रेम ने ना ही अपनी प्रोफाइल पिक्चर को हटाया और ना ही अकाउंट के नाम को बदला।
इस हैंडल को अभी निष्क्रिय कर दिया गया है।
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.