22 दिसंबर को, अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने संविधान बचाओ संघर्ष समिति के तहत आयोजित एक कार्यक्रम के पोस्टर की दो तस्वीरें ट्वीट की। पोस्टर के अनुसार, कार्यक्रम के वक्ता अरुंधति रॉय, ज़ीशान आयूब और स्वरा भास्कर है। हालांकि, अभिनेत्री ने अपने एक अन्य ट्वीट में बताया है कि उनका नाम लिस्ट में गलती से डाल दिया गया था।

बुरहान वानी, अफ़ज़ल गुरु और देश विरोधी नारे वाले दायीं तरफ के पोस्टर को स्वरा भास्कर ने “फ़र्ज़ी” बताया है। उनके ट्वीट के मुताबिक, “कैसे फ़र्ज़ी ख़बरों की फैक्ट्री काम करती है…देखिये कैसे बाबा साहब आंबेडकर, भगत सिंह और संविधानिक नारे को बुरहान वानी, अफ़ज़ल गुरु और देश विरोधी नारे से बदल दिया गया। #FAKE” (अनुवाद)

क्या भास्कर का दावा सही है?

अधिनेत्री द्वारा ट्वीट की गई दोनों तस्वीरें कुछ भिन्नताओं के अलावा समान है, इन भिनत्ताओं को नीचे दिया गया है। बाएं पोस्टर में बाबा साहब अंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीरों को दाई तरफ के पोस्टर में बुरहान वानी और अफ़ज़ल गुरु की तस्वीरों से बदल दिया गया है। वैसे ही, नारा “Constitution Long Live Secularism Long Live” (संविधान आबाद रहे धर्मनिरपेक्षता आबाद रहे) को “भारत तेरे टुकड़े होंगे इंशाअल्लाह इन्शाअल्लाह” से बदल लिया गया है।

ऑल्ट न्यूज़ ने पोस्टर में शामिल किये गए पहले नंबर पर कॉल किया और संविधान बचाओं संघर्ष समिति के दिल्ली युनिवर्सिटी के लॉ छात्र मयंक यादव से बात की। 23 दिसंबर को यादव द्वारा शेयर की गई एक फेसबुक पोस्ट के अनुसार, “दिल्ली विश्वविद्यालय में हम असंवैधानिक नागरिकता कानून के खिलाफ एक सभा आयोजित करा रहे हैं. अरुंधति रॉय, फिल्म अभिनेता जीशान अयूब, और अभिनेत्री स्वरा भास्कर डीयू में बोलेंगे ! इसके साथ ही देश की तमाम यूनिवर्सिटीज से छात्र नेता भी अपनी बात रखेंगे ! 25 दिसम्बर को 12:30 पर आप सभी आर्ट्स फैकल्टी गेट आएं !”

अगली सुबह यादव को पता चला कि एक फ़र्ज़ी पोस्टर सोशल मीडिया में प्रसारित किया जा रहा है। 24 दिसंबर को उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट करते हुए लिखा, “साथियों अभी पुलिस से सूचना मिली है कि नीचे दिया हुआ पोस्टर सोशल मीडिया पर सर्कुलेट किया जा रहा है, जो कि पूरी तरह से फर्जी है ! हमारे कल होने वाले कार्यक्रम को बदनाम करने के लिए आरएसएस और उसके बगलबच्चे द्वारा इस तरह का घटिया कृत्य किये जाने की मैं पुरजोर निंदा करता हूँ। सही पोस्टर कमेंट बॉक्स में है.”

यादव ने ऑल्ट न्यूज़ से बातचीत में कहा कि उन्हें इस बारे में मौरिस नगर पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने आगाह किया था। उन्होंने आगे बताया, “मैं आपको स्पष्ट करना चाहता हूं कि किसी भ्रम या ग़लतफहमी के कारण कार्यक्रम की सूची में स्वरा का नाम जोड़ दिया गया था। वह इस कार्यक्रम में सम्मिलित नहीं होगी।” (अनुवाद)

हमने स्वरा भास्कर से भी संपर्क किया जिन्होंने हमें बताया कि आयोजकों ने पहले से ही मेरा नाम लिस्ट में शामिल कर दिया था। उन्होंने आगे बताया, “दुर्भाग्य से 25 दिसंबर को मेरा शूट है। किसी ग़लतफ़हमी के कारण आयोजकों ने मेरा नाम सूची में शामिल कर दिया था” (अनुवाद) 24 दिसंबर को, भास्कर ने दो ट्वीट करके इस गलतखबर पर स्पष्टीकरण साझा किया था। (ट्वीट 1, ट्वीट 2) उन्होंने हमें बताया, “इस तरह की गलत जानकारियों को आसानी से झूठा बताया जा सकता है। लेकिन वैसी गलत सूचनाओं का क्या जो सार्वजनिक हित में आयोजित होने वाले कार्यक्रम को बदनाम करती हैं। इसका इरादा काफी भयानक होता है और इससे स्पष्ट रूप से अधिक नुकसान होता है।” (अनुवाद)

यादव ने हमें कार्यक्रम का नया पोस्टर और उसके लिए प्रसारित हो रहे संदेश भी भेजे। कार्यक्रम के तीसरे वक्ता अर्थशास्त्री अरुण कुमार हैं।

इस प्रकार, स्वरा भास्कर का दावा कि संविधान बचाओ संघर्ष समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम का एक फ़र्ज़ी पोस्टर सोशल मीडिया में प्रसारित है, सही है। मूल पोस्टर में बी आर अंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीर है।

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🙏 Blessed to have worked as a fact-checking journalist from November 2019 to February 2023.