12 दिसंबर को झारखण्ड में एक चुनावी रैली के दौरान, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों की वजह से निशाना साधा है। मीडिया संगठनों ने इस हैडलाइन के साथ खबर चलाई –“मेक इन इंडिया से रेप इन इंडिया” (अनुवाद) भाजपा ने संसद में गांधी की टिप्पणी की आलोचना की, जिसमें केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी राहुल पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने दावा किया कि, “एक पार्टी का नेता सार्वजनिक तौर पर क्लैरियन कॉल देता हो कि हिंदुस्तान की महिलाओ का बलात्कार होना चाहिए, ये राष्ट्र के इतिहास में पहली बार हुआ है। क्या राहुल गांधी का यही सन्देश है देश की जनता को?” (अनुवाद)

उनके भाषण को नीचे सुना जा सकता है।

उनके पूर्ण भाषण के अनुसार, “एक पार्टी का नेता सार्वजनिक तौर पर क्लैरियन कॉल देता हो कि हिंदुस्तान में महिलाओं का बलात्कार होना चाहिए, ये राज्य के इतिहास में पहली बार हुआ है। जो कांग्रेस पार्टी का नेता रैप जैसे संगीन जुर्म को पोलिटिकल मोकरी का हिस्सा बनाता हो। ये राज्य के इतिहास में पहली बार हुआ है कि गांधी खानदान का एक बेटा सरेआम कहता हो कि आओ हिंदुस्तान में बलात्कार करो। आज मैं अध्यक्ष जी आपसे पूछना चाहती हूं कि इस सदन के नेता है राहुल गांधी इस सदन के सांसद है। क्या राहुल गांधी का यह वक्तव्य है कि हिंदुस्तान में हर पुरुष महिला का बलात्कार करना चाहता है? क्या राहुल गांधी का यह वक्तव्य है सन्देश है देश की जनता को कि वह सार्वजनिक आह्वाहन कर सकते है कि देश की महिलाओं का बलात्कार होना चाहिए। अध्यक्ष जी आज यह मात्र इस सदन की महिला पुरुष सांसदों की गरिमा की बात नहीं है। इस सदन का एक सदस्य पहली बार यह हिमाकत कर रहा है कि हिंदुस्तान की औरतों के बारे में उनका बलात्कार होना चाहिए। ऐसे शब्द उसके मुंह से निकल रहे है। हिंदुस्तान की किसी महिला से पूछ लीजिये अध्यक्ष जी, अगर आह्वान किया जाए उसके बलात्कार का तो उसे मुहतोड़ जवाब देना आता है।”

ईरानी का भाषण भाजपा सदस्यों के साथ राहुल गांधी से माफ़ी मंगवाने का एक हिस्सा था। आगे केंद्रीय मंत्री को यह कहते हुए सुना जा सकता है, “मैं अध्यक्ष जी आपका संरक्षण चाहती हूं, देश की महिलाओं के लिए। एक गांधी खानदान के सांसद ने आह्वान किया है महिलाओं का बलात्कार होना चाहिए। क्या आप उसे दण्डित करेंगे? आज मैं आपसे देश के परिवारों की और से अपील करती हूं। देश का हर पुरुष, हर भाई, हर पिता बलात्कारी नहीं है। जो है बलात्कारी उसे कानून कड़ी से कड़ी सज़ा देता है। वह हमारी क़ानूनी प्रतिबद्धता है लेकिन हर महिला को कलंकित करने का उसको बलात्कार करने का आह्वाहन करने का यह पाप अध्यक्ष जी, इसको दंड निश्चित मिलना चाहिए।”

केंद्रीय मंत्री अपने भाषण का अंत यह कहते हुए सुनाई देती है कि, “भारत में रेप का आह्वाहन करने जैसा जघन्य अपराध करने इस राजनितिक नेता को अवश्य दंड मिलना चाहिए।

ईरानी के इस भाषण के बारे में तक़रीबन सभी मीडिया संगठन ने खबर प्रकाशित की है।

हालांकि, केंद्रीय मंत्री का दावा कि गांधी ने भारत में महिलाओं से बलात्कार करने आह्वाहन किया है, गलत है।

राहुल गांधी ने वास्तव में क्या कहा?

गोड्डा में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए, कांग्रेस नेता ने महिलाओं के खिलाफ हो रहे व्यापक अपराधों के लिए मोदी सरकार पर कटाक्ष कर कहा, “नरेंद्र मोदी ने कहा था ‘मेक इन इंडिया’ कहा था ना, अब आप जहां भी देखो ‘मेक इन इंडिया’ नहीं भैया, अब है ‘रेप इन इंडिया’, जहां भी देखो अख़बार खोलो, झारखण्ड में महिला पर बलात्कार। उत्तर प्रदेश में देखो। नरेंद्र मोदी के एमएलए ने महिला का रेप किया। उसके बाद गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया नरेंद्र मोदी एक शब्द नहीं बोलते। हर प्रदेश में हर रोज़, ‘रेप इन इंडिया’ नरेंद्र मोदीजी कहते है बेटी पढ़ाओं बेटी बचाओं। मोदी जी आपने यह नहीं बताया कि किससे बचाना है, बिजेपी के एमएलए से बचाना है।”

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने देश की महिलाओं का बलात्कार करने का आह्वाहन नहीं किया है, जैसा कि केंद्रीय मंत्री ने दावा किया था। यह टिप्पणी कि ‘मेक इन इंडिया-रैप इन इंडिया’, उन्होंने देश भर में बलात्कार की कई घटनाओं के लिए मोदी सरकार पर कटाक्ष करने के लिए कहा था।

गांधी ने अपनी टिप्पणी पर माफ़ी मांगने से इनकार करते हुए उसका मतलब समझाया, लेख के अनुसार, उन्होंने कहा, “मैं इनसे कभी माफी नहीं मांगूंगा. ‘मेक इन इंडिया’ की बात प्रधानमंत्री ने की थी तो मैंने सोचा… अखबार में रोज रेप की खबर छप रही है, उन्‍नाव में बीजेपी विधायक ने महिला का रेप किया, अखबार में पढ़ रहे हैं… इसलिए मैंने ‘रेप इन इंडिया’ कहा है।”

राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री के एक वीडियो को ट्वीट भी किया था, जहां उन्हें दिल्ली को ‘बलात्कार का कैपिटल’ कहते हुए सुना जा सकता है।

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About the Author

Pooja Chaudhuri is a researcher and trainer at Bellingcat with a focus on human rights and conflict. She has a Master's in Data Journalism from Columbia University and previously worked at Alt News.