3 अप्रैल को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड में यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) के नेताओं के साथ एक रैली की. रैली के बाद राहुल गांधी ने 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. कथित तौर पर इस रैली में खींची गई एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल है और यूज़र्स का दावा है कि रैली में ‘बहुत सारे हरे झंडे’ देखे गए. ट्विटर पर वेरिफ़ाइड राईट विंग इंफ्लुएंसर रौशन सिन्हा (@MrSinha_) ने ऐसे दावे को बढ़ाया. (आर्काइव)

दुष्प्रचार, नफरती मेसेज और ग़लत सूचनाएं शेयर करने वाले भाजपा नेता कपिल मिश्रा द्वारा प्रचारित पोर्टल क्रिएटली के वेरिफ़ाइड ट्विटर हैंडल ने वायरल तस्वीर के साथ कुछ वीडियो भी ट्वीट किए. दावा किया गया कि ये वीडियोज हाल ही में कांग्रेस के रोड शो में लिया गया था. (आर्काइव)

वेरिफ़ाईड यूज़र @AjiHaaan ने भी इस तस्वीर को ट्वीट करते हुए व्यंग्यात्मक टिप्पणी की, “और फिर कहते हैं कि देखो भाजपा वाले हमें मुस्लिम लीगी कह रहे हैं…झंडे देखिये.” (आर्काइव)

कई अन्य यूज़र्स ने भी वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए दावा किया कि इसे वायनाड में 3 अप्रैल के रोड शो में क्लिक किया गया था. (आर्काइव- 1, 2, 3, 4)

This slideshow requires JavaScript.

2019 की तस्वीर

वायरल तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की अप्रैल 2019 की एक रिपोर्ट मिली. इसमें यही तस्वीर थी. तस्वीर के डिस्क्रिप्शन से पता चलता है कि ये 2019 में इसी तरह के एक रोड शो के दौरान क्लिक की गई थी. उस साल राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव के लिए वायनाड में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था. तस्वीर में राहुल गांधी को उनकी बहन और AICC महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ कलपेट्टा में रोड शो के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं का अभिवादन करते देखा जा सकता है.

गौरतलब है कि उस समय भी इस रैली के दौरान लहराए हरे झंडों को लेकर विवाद हो गया था. सोशल मीडिया यूज़र्स का दावा था कि रोड शो में ‘पाकिस्तानी झंडे’ और ‘इस्लामिक झंडे’ लहराए गए थे. ऑल्ट न्यूज़ के फ़ैक्ट-चेक ने इन दावों की पड़ताल की थी और पाया था कि तस्वीर में देखे गए झंडे इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के हैं, जो UDF गठबंधन में 6 पार्टियों में से एक है. इनमें कांग्रेस भी शामिल है.

उदाहरण के लिए, IUML बैनर पर, आधा चांद सितारा और चंद्रमा को ऊपरी-बाएं कोने पर रखा गया है, जबकि उपमहाद्वीप में अक्सर इस्तेमाल किए जाने वाले सामान्य धार्मिक बैनर के साथ-साथ पाकिस्तानी झंडे में भी इसे बीच में रखा गया है. इसके अलावा, पाकिस्तानी झंडे में बाईं ओर एक सफेद पट्टी होती है. नीचे तीनों के बीच तुलना दी गई है.

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के ऑफ़िशियल हैंडल ने भी 3 अप्रैल, 2024 को वायनाड में रोड शो की तस्वीरें ट्वीट कीं. 2019 की तस्वीर की तुलना 2024 की तस्वीर से करने पर साफ अंतर देखा जा सकता है.

2019 के रोड शो और 2024 के रोड शो के बीच एक अंतर ये है कि इसमें IUML झंडे नहीं है. दरअसल, ये राज्य और उससे बाहर यहां के राजनीतिक माहौल पर चर्चा का विषय बना हुआ है. केरल के CM पिनाराई विजयन ने पूछा कि क्या कांग्रेस 2019 में हरे झंडों को लेकर हुए विवाद के बाद बीजेपी से ‘डरने’ लगी है. दूसरी ओर, बीजेपी नेता स्मृति ईरानी ने कहा कि रोड शो में मुस्लिम लीग के झंडे की कमी का मतलब है कि या तो राहुल गांधी को शर्म आ रही है मुस्लिम लीग से समर्थन मिलने पर या जब वो उत्तर भारत में मंदिरों का दौरा करेंगे तो वो संगठन के साथ अपने जुड़ाव को छिपा नहीं पाएंगे. केंद्रीय मंत्री भाजपा उम्मीदवार के सुरेंद्रन के नामांकन के लिए वायनाड गईं थीं.

क्रिएटली के ग़लत दावे

इसके अलावा, ये ध्यान दिया जाना चाहिए कि 2024 के वायनाड रोड शो के संदर्भ में क्रिएटली द्वारा शेयर की गई सारी तस्वीरें और वीडियोज़ पुराने है.

ट्वीट में पहला वीडियो 10 जून, 2019 के एक यूट्यूब वीडियो से लिया गया है. यहां भी, IUML के झंडे लहराए जा रहे हैं, जिसमें ऊपरी बाएं कोने पर आधा चांद और सितारा है.

दूसरा वीडियो भी 2019 का है और इस वीडियो के एक कीफ्रेम का इस्तेमाल 2019 में ऑल्ट न्यूज़ के फ़ैक्ट-चेक में ये वेरिफ़ाई करने के लिए किया गया था कि झंडे असल में IUML के थे. बैकग्राउंड में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को गाड़ियों में बैठकर जाते हुए भी देखा जा सकता है.

तीसरी तस्वीर वायनाड में 2019 के रोड शो के दौरान क्लिक की गई थी. तस्वीर प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया की है और इसमें IUML समर्थकों को हरे झंडे के साथ, कांग्रेस की रैली में शामिल दिखाया गया है. 2019 में राहुल गांधी के नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले ये झंडे लहराए गए थे.

कुल मिलाकर, राहुल गांधी द्वारा 2024 में लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद 2019 कांग्रेस रोड शो की एक तस्वीर वायरल है. सोशल मीडिया यूज़र्स का दावा है कि हालिया रैली में हरे झंडे देखे गए. जबकि ये तस्वीर पुरनाई है. राहुल गांधी ने इस साल नामांकन दाखिल करने के दिन वायनाड में एक रोड शो किया था, लेकिन वहां शायद ही कोई IUML झंडा दिखाई दिया था. इस बात को लेफ़्ट विंगर्स और राईट विंगर्स दोनों ने नोटिस किया था.

डोनेट करें!
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.

बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.

Tagged:
About the Author

Student of Economics at Presidency University. Interested in misinformation.