सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है जिसमें नीली टी-शर्ट पहने और हाथ में छड़ी लिए एक व्यक्ति बांग्लादेश में सड़कों पर दो महिलाओं का पीछा करते हुए और उन पर हमला करते हुए नज़र आ रहा है. वीडियो को हमलावर के पीछे चल रहे दूसरे अनजान व्यक्ति ने रिकॉर्ड किया है. सोशल मीडिया पर कई यूज़र्स द्वारा ये दावा किया जा रहा है कि ये शख्स बुर्का न पहनने पर हिंदू महिलाओं की पिटाई कर रहा था. बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों के खिलाफ सांप्रदायिक हिंसा की कई ख़बरों के बीच ये वीडियो वायरल हो गया है.
X-वेरीफ़ाइड हैन्डल ‘@rajasolank71070‘ ने वीडियो को इस कैप्शन के साथ पोस्ट किया: “बांग्लादेश में लड़कियों की हालत देखिए, जो हिंदू लड़कियां बिना बुर्के के सड़क पर चल रही हैं, उन्हें कैसे एक कट्टर जिहादी मुस्लिम युवक बीच सड़क पर उनकी पिटाई कर रहा है. इससे पहले ये सब भारत में हो जग जाओ आलसियों.” (आर्काइव)
बांग्लादेश में लड़कियों की हालत देखिए, जो हिंदू लड़कियां बिना बुर्के के सड़क पर चल रही हैं, उन्हें कैसे एक कट्टर जिहादी मुस्लिम युवक बीच सड़क पर उनकी पिटाई कर रहा है
इससे पहले ये सब भारत में हो जग जाओ आलसियों pic.twitter.com/8kUqVhPUGI— बकरी वाले मौलाना (बकरी न्यूज़) (@rajasolank71070) September 11, 2024
रिटायर्ड भारतीय नौसेना अधिकारी संदीप धवन (@InsightGL) ने भी इसी दावे के साथ वीडियो को X पर पोस्ट किया. अपने ट्वीट में उन्होंने बांग्लादेश में लोकतांत्रिक गिरावट की तुलना अफ़ग़ानिस्तान के पितृसत्तात्मक माहौल से की और दावा किया कि बांग्लादेश में हिंदू खतरे और भय की स्थिति में रह रहे हैं. इस आर्टिकल के लिखे जाने तक, पोस्ट को 7.8 लाख बार देखा गया है और इसे लगभग 8,500 बार रिशेयर किया गया है. (आर्काइव)
-Welcome to #Bangladesh a new Afghanistan
-Women are beaten if not wearing burka
-Durga Puja to stop 5 times a day to give way for Namaz
–#Hindus are living under threat & fear
-But we have #Indian leaders going to the West & giving baseless fake statements just to grab power pic.twitter.com/bG6xm3xtd5— Insightful Geopolitics (@InsightGL) September 12, 2024
X-वेरिफ़ाइड यूज़र @jpsin1 (जो नियमित तौर पर ग़लत सूचनाएं पोस्ट करता है) ने भी वायरल दावे के साथ वीडियो शेयर किया कि एक ‘जिहादी इस्लामी युवक’ सड़कों पर गश्त कर रहा है और बुर्का न पहनने पर हिंदू महिलाओं की पिटाई कर रहा है. (आर्काइव)
Look at the condition of Hindu girls and women in Bangladesh,
Jihadi Islamist youth patrolling the streets And the Hindu girls or Hindu women who are walking on the streets without burqa are being beaten badly.
See how a radical Jihadi Muslim youth is beating Hindu women in… pic.twitter.com/1JXRaK50Yj
— 🇮🇳Jitendra pratap singh🇮🇳 (@jpsin1) September 12, 2024
X पर कई और यूज़र्स ने भी इस वीडियो को इसी दावे के साथ शेयर किया है.
फ़ैक्ट-चेक
ऑल्ट न्यूज़ ने वायरल वीडियो के फ़्रेम पर रिवर्स इमेज सर्च किया. 30 अगस्त का ये फ़ेसबुक वीडियो सामने आया. ये पोस्ट बंगाली में है, इसमें दर्शकों से अनुरोध किया गया है कि पूरी क्लिप देखने से पहले किसी निष्कर्ष पर न पहुंचें. साथ ही लोगों से ‘विरोध प्रदर्शन’ में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया गया है. इसके अलावा, ये उल्लेख किया गया है कि वीडियो बांग्लादेश के ‘श्यामली स्क्वायर’ नामक क्षेत्र का है.
শেষ পর্যন্ত না দেখে কোন মন্তব্য করবেন না প্লিজ।
এদের মূল হোতা এই কাপড় পরা মহিলাটা। দেখলে পতিহত করুন। এটা আপনাদের ঈমানী দায়িত্ব। সেনাবাহিনী পুলিশ আমাদের সাপোর্টে আছে।
শেষ পর্যন্ত না দেখে কেউ মন্তব্য করবেন না। দয়া করে আমাকে ভুল বুঝবেন না। ভিডিওটা যত পারবেন শেয়ার করবেন। ঝড়ের গতিতে শেয়ার করুন যাতে করে সবাই সতর্ক হয়। শ্যামলী স্কয়ার। সবাই প্রতিবাদে অংশগ্রহণ করুন। উৎসাহ দিন। সুশীল সমাজ আমার পিছনে লেগেছে। তাদের মুখে চুনকালি দিন।
MD Ibrahim Khalil Islamic Media TV Eagle MediaPosted by Islamic Media TV on Thursday 29 August 2024
इसे ध्यान में रखते हुए, हमने बंगाली में की-वर्ड्स सर्च किया. हमें 1 सितंबर को ढाका स्थित दैनिक प्रोथोम अलो की रिपोर्ट मिली जिसमें अनजान युवाओं द्वारा बांग्लादेश के सेक्सवर्कर्स पर लगातार हो रहे हमलों की बात की गई है. सेक्सवर्कर्स की पिटाई का डॉक्यूमेंटेशन करने वाले इनमें से कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किए गए हैं. रिपोर्ट में बांग्लादेश के सामाजिक कल्याण मंत्रालय के सलाहकार शर्मिन एस मुर्शिद का भी हवाला दिया गया है जहां उन्होंने इस घटना की निंदा करते हुए इसे ‘मानवाधिकारों का उल्लंघन’ बताया है.
हमने देखा कि प्रोथोम एलो की रिपोर्ट में अटैच स्क्रीनशॉट में एक वॉटरमार्क है जो वीडियो में किसी ‘H M रसेल सुल्तान’ का हवाला दिया गया है.
इसे ध्यान में रखते हुए हमने उसकी फ़ेसबुक प्रोफ़ाइल ढूंढने की कोशिश की. उसकी प्रोफ़ाइल पर हमने देखा कि ऐसा ही एक वीडियो 7 सितंबर को अपलोड किया गया था, जहां उसे दो महिलाओं को डराते हुए और उनसे उनके पेशे के बारे में सवाल पूछते हुए सुना जा सकता है.
इसके अलावा, यूज़र ने 2 सितंबर को निर्वासित बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन द्वारा किए गए एक फ़ेसबुक पोस्ट का स्क्रीनशॉट पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने सेक्सवर्कर्स को परेशान किये जाने की निंदा की है. वो स्वीकार करता है कि उसने ‘विरोध’ किया था, और तस्लीमा नसरीन द्वारा नोटिस किए जाने पर अपनी खुशी व्यक्त करता है, जिसे तस्लीमा नसरीन ने अपमानजनक तरीके से संदर्भित किया था. (आर्काइव)
আলহামদুলিল্লাহ আমি সফল। ✊
অবশেষ বিখ্যাত উলঙ্গ লেখিকা আমার পোস্ট শেয়ার করেছে। তাসলিমা নাসরিন। ধন্যবাদ আমার প্রতিবাদ…Posted by HM Rasel Sultan on Sunday 1 September 2024
कुल मिलाकर, सोशल मीडिया पर एक वीडियो इस झूठे दावे के साथ वायरल है कि बांग्लादेश में ‘जिहादी’ बुर्का न पहनने पर हिंदू महिलाओं की पिटाई कर रहे हैं. जांच करने पर, ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि दावा निराधार था. दरअसल, वीडियो में रसेल सुल्तान नामक एक शख्स वेश्यावृत्ति को ख़त्म करने के लिए ढाका के श्यामली स्क्वायर इलाके में सड़क पर सेक्सवर्कर्स को धमका रहा है.
प्रांतिक अली ऑल्ट न्यूज़ में इंटर्न हैं.
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.