साजिश से भरी कहानी सबको अच्छी लगती है। दिवंगत जस्टिस बृजगोपाल हरकिशन लोया के बेटे, अनुज लोया की प्रेस कॉन्फ्रेंस ने ऐसी कई सिद्धांतों के लिए काफी अनुकूल जमीन प्रदान की। कॉन्फ्रेंस मुंबई की शीर्ष लॉ फर्म, नाइक एंड नाइक के कार्यालय में आयोजित की गई थी। अनुज लोया के साथ इस कॉन्फ्रेंस में उनके चचेरे भाई, प्रतीक भंडारी, नाइक एंड नाइक की ओर से एडवोकेट अमीत बी. नाइक और सेवानिवृत्त डिस्ट्रिक्ट जज केबी कातके मौजूद थे जो जस्टिस लोया के पारिवारिक मित्र और सहकर्मी थे। इस कॉन्फ्रेंस में, अनुज लोया ने कहा कि उनके पिता की मृत्यु संदेहजनक नहीं थी और परिवार नहीं चाहता कि कोई जांच हो। जैसे ही यह कॉन्फ्रेंस टीवी पर प्रसारित हुई, आरोप लगने लगे कि इस प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, अमित शाह ने कराया था। जस्टिस लोया की जब मृत्यु हुई थी तो वे उस सोहराबुद्दीन शेख फर्जी एनकाउंटर मामले की सुनवाई कर रहे थे जिसमें अमित शाह एक आरोपी थे।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को आयोजित कराने में अमित शाह की भूमिका के बारे में संदेह सबसे पहले न्यूज़लॉन्ड्री के स्तंभकार जस ओबेरॉय ने व्यक्त किया। उन्होंने साक्ष्य के तौर पर एबीपी न्यूज की एक वीडियो क्लिप साझा की।
So @AmitShah has exposed himself in Judge Loya murder case.
Anuj Loya, Judge’s son held a PC & said the family doesn’t suspect any foul play now & believes that his death was natural.
Please listen to this short clip in which it’s admitted that Amit Shah arranged this PC. pic.twitter.com/S4vLRWhupE
— Jas Oberoi (@iJasOberoi) January 14, 2018
यही आरोप कई अन्य लोगों ने भी लगाए जिनमें गौरव पांधी और प्रशांत भूषण शामिल थे।
Loya's former colleague accidentally reveals, the PC (of Loya's son) was organized by Amit Shah himself. If so, it needs to be investigated if Amit Shah is pressurizing Loya's son. His family raised the doubts on Loya's death earlier; high possibility of shah pressurizing them! pic.twitter.com/xVDWm2VMF3
— Gaurav Pandhi (@GauravPandhi) January 14, 2018
Just see the body language of Anuj Loya in this PC& the aggressiveness of his handlers& judge for yourself if he is under pressure now. His father & aunt who raised Qs on video about suspicious death not with him. One handler says PC arranged by Amit Shah!https://t.co/ouiVPvs1rg
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) January 14, 2018
दिलचस्प बात यह रही कि सबसे पहले ऑपइंडिया द्वारा ध्यान दिया गया, संजीव भट्ट ने प्रशांत भूषण के ट्वीट को सीधे कॉपी किया और इन्हीं आरोपों को दोहरा दिया।
Just see the body language of Anuj Loya in this PC and the aggressiveness of his handlers. You can judge for yourself whether he’s under pressure or not. Family members who had raised the questions were conspicuously absent. One handler even says the PC was arranged by Amit Shah! https://t.co/lPkhiLhmC3
— Sanjiv Bhatt (IPS) (@sanjivbhatt) January 14, 2018
हालांकि यह वीडियो सुनने पर पहली बार ऐसा लगता है कि अमित शाह का नाम लिया गया था लेकिन ऐसा नहीं है। इसके बारे में सबसे पहले @swamv39 द्वारा ध्यान दिलाया गया और इसकी पुष्टि कई पत्रकारों ने भी की। यह बात भी गौर करने लायक है कि यदि अमित शाह का नाम वाकई प्रेस कॉन्फ्रेंस में लिया जाता तो यह संभव नहीं था कि कॉन्फ्रेंस में शामिल मीडियाकर्मियों ने इस पर ध्यान नहीं दिया होता।
He refers to the Lawyer as 'Amit Sir'
Lawyer's Name – Ameet Nair. pic.twitter.com/fo0shNBqYI— Unofficial Sususwamy (@swamv39) January 14, 2018
एबीपी न्यूज के अभिसार शर्मा ने स्पष्ट किया कि उनकी क्लिप में जज केबी कातके द्वारा उल्लेखित नाम अमित शाह का नहीं बल्कि अमीत सर यानी एडवोकेट अमीत नाइक का था जिन्होंने यह कॉन्फ्रेंस आयोजित कराने में मदद की थी।
@AmitShah is NOT a minister ..I assume what Katake wanted to say was ..Mister Amit SIR….NOT Minister Amit SHAH …And even my channel does not say Amit Shah https://t.co/GjO3hmh34E
— Abhisar Sharma (@abhisar_sharma) January 15, 2018
आज तक/इंडिया टूडे के पत्रकार, आशुतोष मिश्रा ने भी बताया कि यह भ्रम शायद अस्पष्ट ऑडियो की वजह से पैदा हुआ है।
Correction : He is taking about Mr Ameet sir (Amit Naik) lawyer of Loya family as claims by RW. Unclear audio is reason of confusion. While the body language of Loya's son says a lot about pressure. https://t.co/vwsyYF3NzQ
— ASHUTOSH MISHRA (@ashu3page) January 14, 2018
इसी बात को जनता का रिपोर्टर के रिफत जावेद ने भी स्पष्ट किया।
Lot of social media messages claiming that Judge Loya’s friend thanked Amit Shah for Sunday’s press conference. Wrong. He thanked Amit sir. Amit Naik is family’s lawyer, who was present at the press conference. This is how lies become facts! Be careful. https://t.co/Kk9XB8vNMS
— Rifat Jawaid (@RifatJawaid) January 15, 2018
बैंगनी रंग की टाई पहने हुए, अमीत नाइक को एबीवी न्यूज द्वारा प्रसारित इस वीडियो में बोलते हुए देखा जा सकता है।
हालांकि कई पत्रकारों द्वारा स्पष्टीकरण दिये जाने के बावजूद, अपने ट्वीट में आरोप लगाने वाले उपरोक्त लोगों में से किसी ने भी अभी तक इन्हें डिलीट नहीं किया है। ना ही इस गलती को स्वीकार करने की कोई बात नजर आई है। बल्कि साजिश की कुछ नई कहानियाँ जन्म लेने लगी हैं।
There are high possibilities, as also pointed by some here, that 'Amit Sir' being referred to here is the lawyer Ameet Naik leading the pc. Even more interesting to have a judge referring to a very young corporate lawyer as 'Sir'. Yes, Ameet Naik is a corporate lawyer. 1/3 https://t.co/T68mri0b3c
— Gaurav Pandhi (@GauravPandhi) January 15, 2018
जब कोई अप्रिय मुद्दा हो तो अक्सर दोनों पक्षों की ओर से साजिश की कहानियाँ सामने लाई जाती हैं। यह गलत अर्थ लगाने का एक विशिष्ट उदाहरण है चाहे इसे जानबूझकर किया गया हो या ऐसा अनजाने में हुआ हो। इस विवाद ने सोशल मीडिया पर काफी सुर्खियां बटोरी और गड़बड़ी का पता लगने और रिपोर्टरों द्वारा स्पष्टीकरण दिए जाने के बावजूद अभी भी यह लगातार फैलाई जा रही है। हालांकि इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के समय को लेकर हैरानी जताई जा सकती है क्योंकि यह सुप्रीम कोर्ट के चार जजों द्वारा जज लोया की अप्रत्याशित तरीके से हुई मृत्यु के बारे में संदेह जताने के ठीक दो दिन बाद आयोजित की गई लेकिन फिर भी अफवाह फैलाने वाले लोगों ने किसी सवाल का जवाब नहीं दिया। जस्टिस लोया की मृत्यु एक संवेदनशील और गंभीर मामला है और इसे महत्वहीन बनाने की कोशिश नहीं की जानी चाहिए।
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