सुदर्शन न्यूज़ ने 30 मार्च को एक वीडियो ट्वीट करते हुए बताया, “उत्तराखंड में जसपुर दरगाह पर चादर चढ़ाने गए धर्मनिरपेक्षों को मज़ार के खादिमों ने दौड़ा – दौड़ा कर मारा.”
31 मार्च को सुदर्शन न्यूज़ के एडिटर इन चीफ़ सुरेश चव्हाणके ने एक ट्वीट में ऐसा ही दावा किया और लिखा कि वो इसके लिए शांतिदूतों का धन्यवाद कर रहे हैं.
ऐसा दावा करने वालों में प्रशांत पटेल उमराव, BJP प्रवक्ता संजय राय, अभिषेक कुमार कुशवाहा, दीप्ती सिंह, पिंकू शुक्ला, जनार्दन मिश्रा, @ThePushpendra_ आदि शामिल हैं. प्रशांत पटेल उमराव ने लिखा, “उत्तराखंड के जसपुर दरगाह पर शबे बारात को चादर चढ़ाने गए सेकुलर हिंदुओं को दौड़ा दौड़ा कर पीटा गया.” साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि अजमेर दरगाह में भी जाने वाले ऐसे हिंदुओं का इसी प्रकार स्वागत होना चाहिए.
फ़ैक्ट-चेक
उत्तराखंड पुलिस के ट्विटर हैंडल से सुदर्शन न्यूज़ को रिप्लाई करते हुए एक ट्वीट किया गया जिसमें बताया गया है कि दोनों पक्ष मुस्लिम समुदाय के लोग थे. इस पोस्ट में बताया गया है कि 29 मार्च को कालू सिद्ध मजार पतरामपुर जसपुर उधम सिंह नगर में दो पक्षों के बीच दरगाह पर चंदा और निर्माण की बात पर विवाद व मारपीट हो गयी. पहला पक्ष अमजद अली पुत्र मो0 हासम और दूसरा पक्ष अब्दुल हमीद पुत्र गुरशेर है. साथ ही इसमें लिखा है, “कुछ व्यक्तियों द्वारा सोशल मीडिया पर चादर चढ़ाने को लेकर हिन्दुओं को दौड़ा-दौड़ा कर पीटे जाने की भ्रामक एवं झूठी अफवाह फैलाई जा रही है. जबकि सत्यता यह है कि दोनो पक्ष मुस्लिम समुदाय के लोग थे दोनो पक्षों की उक्त घटना को लेकर कुछ व्यक्तियों द्वारा सोशल मीडिया पर भ्रामक एवं झूठी अफवाहें फैलाई जा रही है जिनको सोशल मीडिया मानिटरिंग सेल द्वारा चिन्हित कर आवश्यक कार्यवाही की जा रही है.”
कृपया अफवाह एवं भ्रामक संदेश सोशल मीडिया पर प्रसारित न करें। pic.twitter.com/NATy9IOBPe
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) March 31, 2021
उधम सिंह नगर पुलिस उत्तराखंड के फ़ेसबुक पेज से इस बारे में अधिक जानकारी दी गयी है और भ्रामक वीडियो या सन्देश सोशल मीडिया पर वायरल नहीं करने की अपील की गयी है.
#जनपद_उधम_सिंह_नगर_पुलिस
अवगत कराना है कि दिनांक 29/03/2021 को कालू सिद्ध मजार पतरामपुर जसपुर उधम सिंह नगर में दो…Posted by Udham Singh Nagar Police Uttarakhand on Wednesday, 31 March 2021
इस घटना के दिन यानी 29 मार्च को इसकी रिपोर्ट ETV भारत ने छापी थी और बताया था कि मामूली बात को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया.
इस मामले पर और अधिक जानकारी ETV भारत में 31 मार्च को छपी ख़बर में दी गयी है. लिखा है कि शब-ए-बारात के मौके पर दरगाह में इबादत करने आए जायरीनों और मजार के मुजाबिरों में चंदे को लेकर नोकझोंक हो गई. देखते ही देखते लोग हाथापाई करने उतर गये. वीडियो में एक पीड़ित युवक ने बताया कि मुजाबिर 50 रुपये मांग रहे थे और इबादत करने आये लोगों ने 10 रुपये दिए. इस वजह से कहा-सुनी हुई और मामला मारपीट तक पहुंच गया.
यानी, दरगाह में शब-ए-बारात के मौके पर हुई मारपीट की घटना को ये ऐंगल दिया जा रहा है कि वहां चादर चढ़ाने गए हिन्दुओं को लोगों ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. जबकि दोनों ही पक्ष मुस्लिम थे.
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