सोशल मीडिया यूज़र्स एक वीडियो शेयर कर रहे हैं जिसमें कोविड वैक्सीन लगाये जाने के बाद इंटरव्यू देती महिला बेहोश होती दिख रही है. पीछे अमेरिका के हेल्थ सर्विस प्रोवाइडर CHI मेमोरियल का लोगो देखा जा सकता है.
ट्विटर यूज़र @drsimonegold ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “Covid-19 की एक्सपेरिमेंट वाली वैक्सीन लगने के तुरंत बाद ही नर्स बेहोश हो गयी. जल्दबाज़ी में किये गए एक्सपेरिमेंट्स के नतीजों से मिलने वाले ऐसे बायोलॉजिकल एजेंट्स लोगों के लिए यूं अनिवार्य नहीं करने चाहिए. मतलब, एयरलाइन्स, नौकरी पर रखने वाले, स्कूल या सरकार, कोई भी एक्सपेरिमेंटल वैक्सीन लगाने के लिए किसी व्यक्ति पर दबाव नहीं डाल सकता है. (अनुवादित)” इस वीडियो को 1.5 लाख से ज़्यादा बार देखा जा चुका है. (आर्काइव लिंक)
Nurse faints immediately after taking experimental Covid-19 vaccine.
Rushed experimental biological agents like this should not be mandated upon anyone. Meaning airlines, employers, schools, nor the government can ever tell anyone else they must take an experimental vaccine! pic.twitter.com/UIelzjE6Sh
— Dr. Simone Gold (@drsimonegold) December 18, 2020
कई फे़सबुक यूज़र्स ने ये वीडियो हिंदी कैप्शन के साथ शेयर किया. लोगों ने लिखा, ” इस नर्स ने करुना का वैक्सीन लगवाया और मीडिया के सामने आकर वैक्सीन की तारीफ करने लगी कि यह बहुत अच्छा है और तारीफ करते करते ही इसका जय सियाराम हो गया!!! आप खुद देखिए वीडियो! #फर्जी_महामारी_फर्जी_वैक्सीन.” (आर्काइव लिंक)
ट्विटर यूज़र @BahiaGringa ने ट्वीट (आर्काइव लिंक) किया, “नर्स टिफ़नी डोवर की मौत हो गयी. इस डेथ रिकॉर्ड में जिन परिवारवालों के नाम हैं वो उनके फ़ेसबुक के दोस्त हैं.” साथ ही ट्वीट में 2 सर्च रिज़ल्ट्स के स्क्रीनशॉट भी लगाये गए हैं – एक फे़सबुक से और दूसरा अमेरिका की पब्लिक रिकॉर्ड वेबसाइट सर्च क्वैरी (Search Quarry) से. दूसरे स्क्रीनशॉट के मुताबिक लिस्ट में टिफ़नी डोवर नाम की दोनों महिलायों की मौत हो चुकी है. कई अन्य ट्विटर यूज़र्स ने भी यही दावा किया.
FAINTING NURSE TIFFANY DOVER IS DEAD
family members listed in this death record show up as her friends on FB! pic.twitter.com/InxXbLaUmr— Gringa Bahia (@BahiaGringa) December 19, 2020
दावा 1: नर्स Covid-19 वैक्सीन लगाये जाने के बाद बेहोश हो गयी
फै़क्ट चेक: भ्रामक दावा
ये वायरल वीडियो यूके के न्यूज़ आउटलेट ‘मेट्रो’ ने पब्लिश किया था. इस रिपोर्ट के मुताबिक, चैट्टानूगा के टेनेसी में स्थित CHI मेमोरियल हॉस्पिटल में काम करने वाली अमेरिकी नर्स मैनेजर टिफ़नी डोवर कोविड वैक्सीन लगाये जाने के बाद प्रेस काॅन्फ़्रेंस के दौरान बेहोश हो गयी थीं. न्यू यॉर्क पोस्ट के मुताबिक, 18 दिसम्बर को फ़ाइज़र बायो-एन-टेक का टीका लगाये जाने के 17 मिनट बाद टिफ़नी बेहोश हुई थीं.
मेट्रो के मुताबिक, टिफ़नी तुरंत ही उठ खड़ी हुई थीं और मीडिया को बताया कि उन्हें एक मेडिकल कंडीशन (स्वास्थ्य समस्या) है जिसके कारण वो कभी-कभी बेहोश हो जाती हैं. उनकी ये बातचीत यूट्यूब पर देखी जा सकती है. अमेरिका के एक स्थानीय न्यूज़ चैनल WRCB चैट्टानूगा ने ये पूरा वीडियो अपलोड किया था.
वीडियो में 13 सेकंड पर रिपोर्टर सवाल करती हैं, “क्या अब हम इस बारे में बात कर सकते हैं कि आप बेहोश हो गयी थीं फ़िर क्या हुआ?” टिफ़नी ने इसका जवाब देते हुए कहा, “मैं बेहोश हो गयी थी. मुझे पहले से ही ओवर-ऐक्टिव वेगल रिस्पॉन्स (ब्लड प्रेशर अचानक से नीचे आने की कंडीशन) की समस्या है जिसमें किसी भी दर्द की वजह से, चाहे हैंगनेल (नाख़ून के बगल में चमड़ी निकल जाना) ही हो, मुझे बेहोशी हो जाती है. मुझे पहले से ही कमज़ोरी, चक्कर और अस्थिरता महसूस होने लगती है और अचानक से बेहोश हो जाती हूं… मुझे पसीना आ रहा था, पता था ये होने वाला है. मुझे घबराहट महसूस हो रही थी. लेकिन अब ठीक हूं. और मेरे हाथ का दर्द भी न के बराबर है अब… अब मैं ठीक हूं. मैं इस एक हफ्ते में करीब 6 बार बेहोश हो चुकी हूं. ये मेरे साथ सामान्य बात है.” रिपोर्टर ने पूछा कि क्या आपको वैक्सीन लेने का अफ़सोस है? तो टिफ़नी ने हंसते हुए कहा, “नहीं, नहीं मैंने बताया मुझे हैंगनेल से भी…”
इसके अलावा, सेंटर फ़ॉर डिज़ीज़ कंट्रोल ऐंड प्रिवेंशन (CDC) के मुताबिक, “कई तरह की वैक्सीन ऐसी हैं जिनके लगाने पर बेहोशी आ सकती है. कई तरह के मेडिकल ट्रीटमेंट्स ऐसे हैं जिसके बाद व्यक्ति बेहोश हो सकता है. CDC को ऐसे लोगों की रिपोर्ट्स मिली हैं जो लगभग किसी भी तरह की वैक्सीन लगाये जाने पर बेहोश हुए हैं… क्योंकि बेहोशी का कोई खासा असर नहीं होता, इसलिए मेडिकल रिकॉर्ड बेस्ड सिस्टम के ज़रिये इसके बारे में अध्ययन करना मुश्किल है. हालांकि, वैक्सीन एडवर्स इवेंट रिपोर्टिंग सिस्टम (VAERS) को हर साल सिंकोप (Syncope) की कई रिपोर्ट्स मिलती हैं और कई मामले दर्ज ही नहीं हो पाते हैं.” इन्टरनेट आर्काइव पर वेबसाइट का स्नैपशॉट मौजूद है जो कि सितम्बर 2015 का है. इसके आधार पर हम कह सकते हैं कि ये कंडीशन Covid-19 के आने से पांच साल पहले भी अस्तित्व में थी.
दावा 2: टिफ़नी डोवर की Covid-19 वैक्सीन लगवाने के मौत हो गयी
फै़क्ट चेक: ग़लत
क्योंकि टिफ़नी तुरंत ही उठ गयी थीं और लोगों को अपनी स्वास्थ्य समस्या के बारे में भी बताया, साथ ही उन्होंने साफ़ किया कि Covid-19 वैक्सीन लेने का उन्हें कोई अफ़सोस नहीं है, तो सर्च क्वैरी के स्क्रीनशॉट को क्या समझा जाये?
ऑल्ट न्यूज़ ने सर्च क्वैरी की वेबसाइट चेक की और पाया कि नीचे एक डिस्क्लेमर लिखा है, “आपको ये ज्ञात हो कि SearchQuarry.com पर दी गयी जानकारी हमेशा सही नहीं होती क्योंकि हम अपनी सूचना सेवा के ज़रिये दी गयी जानकारी को न तो खुद बनाते हैं, न वेरिफ़ाई करते हैं और न ही इसके सटीक होने की गारंटी देते हैं. यहां दी गयी सूचनाएं अधिकतर पब्लिक स्रोतों पर निर्भर है. SearchQuarry.com फे़यर क्रेडिट रिपोर्टिंग ऐक्ट की परिभाषा के तहत कंज़्यूमर रिपोर्टिंग एजेंसी में नहीं आता है. इसका उपयोग क्रेडिट, रोजगार या किसी बिज़नेस ट्रांज़ैक्शन (जैसे, किरायेदार की जांच) के लिए योग्यता का आंकलन करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए.”
जब हमने अमेरिका में टिफ़नी डोवर का डेथ रिकॉर्ड देखा तो नोटिस किया कि इस नाम के 47 रिजल्ट्स हैं. और इनमें से एक चैट्टानूगा से ही है. ये रिजल्ट्स पूरी तरह साफ़ नहीं करते कि व्यक्ति की मौत हो चुकी है कि नहीं. ये डेथ रिपोर्ट एक पे-वॉल के पीछे था. मतलब ये जानकारी पेमेंट करने के बाद मिलेगी. यानी, वायरल स्क्रीनशॉट मौत का सबूत नहीं है.
अमेरिका की एक नर्स, टिफ़नी डोवर COVID-19 वैक्सीन लगवाने के 17 मिनट बाद ही बेहोश हो गयी थीं. वो कुछ ही देर में उठीं और मीडिया को बताया कि उन्हें एक स्वास्थ्य समस्या है जिसमें हल्का सा दर्द होने पर वो बेहोश हो जाती हैं. उन्होंने ये भी साफ़ किया कि उन्हें वैक्सीन लगवाने का कोई अफ़सोस नहीं है. कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने उनका वीडियो शेयर करते हुए ग़लत दावे किये.
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