सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है जिसमें एक टीचर छात्राओं का शारीरिक शोषण कर रहा है. ट्विटर यूज़र गोपाल गोस्वामी (जिनका ट्विटर बायो कहता है, ‘लाइफ़टाइम लर्नर ऑफ़ सनातन’) ने ये वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “बेटियों को मदरसा में भेजने से पहले विचार करें, उन्हें सरकारी विद्यालयों में भेज कर विज्ञान की शिक्षा दें, ये सब तो दुनियाँ सिखा ही देगी.” भाजपा समर्थक शेफ़ाली वैद्य ने इसे कोट-ट्वीट किया.
इस आर्टिकल में नाबालिगों की पहचान को सुरक्षित रखते हुए वीडियो का एक भी लिंक नहीं दिया गया है.
कई लोगों को लगा कि ये घटना भारत की है. कुछ लोग असम की तरह पूरे देश में नेशनल रजिस्टर ऑफ़ सिटीज़न्स (NRC) लाने की मांग करने लगे. वहीं कई लोगों ने पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को टैग करते हुए मदरसों पर बैन लगाने के लिए कहा. एक यूज़र ने 2017 की एक घटना की न्यूज़ क्लिपिंग भी लगायी जब लखनऊ के एक मदरसे से 52 लड़कियों को निकाला गया था.
ये वीडियो फे़सबुक पर भी इसी दावे के साथ शेयर किया जा रहा है.
वीडियो बांग्लादेश का, घटना मदरसे में नहीं हुई
ऑल्ट न्यूज़ ने वीडियो के फ़्रेम्स निकाल कर इसका रिवर्स इमेज सर्च किया और ये हमें एक यूट्यूब चैनल तक ले गया जिसने ये वीडियो 8 जुलाई, 2020 को अपलोड किया था. इसके डिस्क्रिप्शन में लिखा है कि बांग्लादेश के बारीसाल ज़िले के वाज़ीरपुर में शोनार बंगला सेकेंडरी स्कूल के मुख्याध्यापक नुरुल हक़ पर यौन शोषण का आरोप लगा था.
हमने बंगाली में कीवर्ड सर्च किया, ‘বরিশাল জেলার উজিরপুর সোনার বাংলা নুরুল হক.’ ये हमें उसी वीडियो के पास ले और इसे कई बंगलादेशी फ़ेसबुक पेज ने जुलाई में शेयर किया था. ढाका के पेज कुतुब्दियार न्यूज़ ने ये क्लिप शेयर की थी जिसे करीब 50 लाख बार देखा गया है.
जुलाई में वीडियो वायरल होने के बाद इस घटना की रिपोर्ट बंगलादेशी न्यूज़ संगठनों ने भी की थी.
Kaler Kantho की एक रिपोर्ट के मुताबिक ये वायरल वीडियो 2016 का है और घटना के खिलाफ़ जब लोगों ने विरोध किया था तो शोनार बंगला सेकेंडरी स्कूल के मुख्याध्यापक नुरुल हक़ सरदार को स्कूल से निकाल दिया गया था.
इस रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि नुरूल एक ज्ञात यौन अपराधी है. वो वाज़ीरपुर आने से पहले शिकारपुर के सेकेंडरी स्कूल में काम करता था. उस पर शिकारपुर में एक स्टूडेंट के साथ अवैध सम्बन्ध बनाने का आरोप था और जब लोगों को पता चला तो उस पर लड़की से शादी करने का दबाव बनाया गया.
एक पुराना वीडियो जिसमें एक टीचर छात्राओं का यौन शोषण करता नज़र आ रहा है, भारत के मदरसे का बताकर शेयर किया जा रहा है. वीडियो असल में बांग्लादेश का है. और ये मदरसा नहीं बल्कि सेकेंडरी स्कूल है. हाल ही में शेयर करने वालों ने कहीं भी बांग्लादेश का नाम नहीं लिया जिससे वीडियो को लेकर भ्रामकता फ़ैल गयी.
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.