फेसबुक पर प्रसारित एक वीडियो में स्कूल के बच्चों को एक मशीन के सामने अपने आई-कार्ड के ज़रिये हाज़री लगाते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो को सोशल मीडिया में दिल्ली के स्कूल का बताकर शेयर किया जा रहा है। वीडियो के साथ साझा किये गए संदेश के अनुसार –“देखो केजरीवाल ने दिल्ली के स्कूलों को क्या बना दिया, जिसे सारा संसार देखने आ रहा है, बच्चों के स्कूल में हाजिरी लगते ही मैसेज घर पहुँच जाता है।” फेसबुक पर श्याम प्रकाश नामक एक उपयोगकर्ता की पोस्ट को 12 लाख बार देखा और 29,785 बार शेयर किया गया है।

 

देखो केजरीवाल ने दिल्ली के स्कूलों को क्या बना दिया, जिसे सारा संसार देखने आ रहा है, बच्चों के स्कूल में हाजिरी लगते ही मैसेज घर पहुँच जाता है।

Posted by Shyam Prakash on Sunday, 6 October 2019

समान दावे से यह वीडियो फेसबुक पर वायरल है।

इस वीडियो को यूट्यूब पर भी उपलोड करते हुए इसी तरह का दावा किया गया है।

भारत नहीं बल्कि पाकिस्तान के स्कूल का वीडियो

ऑल्ट न्यूज़ ने वीडियो की पड़ताल करने के लिए इसे कई की-फ्रेम्स में तोड़ा। की-फ्रेम को रिवर्स सर्च करने पर हमें 31 जुलाई 2019 को फेसबुक ग्रुप All Sindh Government Teachers (आर्काइव) में पोस्ट किया गया यह वीडियो मिला। पोस्ट में उन्होंने इस वीडियो को रावलपिंडी के एक निज़ी स्कूल का बताया है।

इसके अलावा, हमने पाया कि इस वीडियो को पाकिस्तान के स्कूल का बताकर कई उपयोगकर्ता ने समान दिन 31 जुलाई, 2019 को साझा किया है, जो इस वीडियो को साझा करने वालों में सबसे शुरूआती उदाहरण है। आगे अधिक जांच करने पर हमने पाया कि बिलाल कयानी नामक एक उपयोगकर्ता ने इस वीडियो को 31 जुलाई को पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने ‘लेडियन्स स्कूल सिस्टम’ को टैग किया था। फेसबुक पर दिए गए बिलाल के परिचय के अनुसार, वे लेडियन्स स्कूल के निर्देशक हैं। उसी दिन इस वीडियो को लेडियन्स स्चूल के फेसबुक पेज पर भी पोस्ट किया गया है।

स्कूल के फेसबुक पेज को आगे खंगालने पर हमें 22 मई, 2019 को पोस्ट किया गया ऑनलाइन अटेंडेंस सिस्टम का एक अन्य वीडियो मिला, जिसे एक अलग एंगल से रिकॉर्ड किया गया था। इस वीडियो में भी समान मशीन को देखा जा सकता है, जिसमें बच्चे आई-कार्ड के ज़रिए अपनी अटेंडेंस लगा रहे है

Students #Online #Attendance

Posted by Leadian’s School System & Montessori on Tuesday, 21 May 2019

इसके अलावा, वायरल वीडियो और स्कूल के फेसबुक पेज से पोस्ट की गई वीडियो में दिख रही मशीनों में काफी हद तक समानता है, जिसे आप नीचे की तस्वीर में देख सकते है।

इससे अतिरिक्त, वायरल वीडियो और ‘लेडियन्स स्कूल’ के फेसबुक पेज पर मिली तस्वीरों में दिख रहे बच्चों के यूनिफार्म समान है। नीचे शामिल की गई तस्वीर में बच्चों के स्कूल यूनिफार्म पर समान बैच देखा जा सकता है।

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अंत में, हमने अपनी जांच में पाया कि सोशल मीडिया में प्रसारित ऑनलाइन अटेंडेंस सिस्टम का वीडियो पाकिस्तान के रावलपिंडी में स्थित एक निज़ी लेडियन्स स्कूल का है, जिसे दिल्ली की स्कूल का बताकर शेयर किया जा रहा था।

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