पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया में एक वीडियो शेयर हो रहा है जिसमें लोगों से खचाखच भरा एक मार्केट दिख रहा है. वीडियो को हैदराबाद का बताते हुए लोग लॉकडाउन पर सवाल उठा रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि ईद की खरीदारी करने के लिए काफ़ी भारी संख्या में लोग मार्केट में उमड़ आए हैं और सरेआम सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा रहे हैं. 20 मई को भारतीय जनता युवा मोर्चा, तेलंगाना के आईटी सेल में संयोजक के पद पर मौजूद विवेकानंद पी ने ये वीडियो ट्वीट करते हुए इसे हैदराबाद के मदीना का बताया है. उन्होंने अब अपने ट्वीट को डिलीट कर दिया है लेकिन ट्वीट के (आर्काइव वर्ज़न को आप यहां पर) देख सकते है.
दिनेश सिंह हज़ारी ने ये वीडियो फ़ेसबुक पर पोस्ट किया था जिसे डिलीट किये जाने से पहले तक 8,700 बार देखा गया था. ये वीडियो यूट्यूब पर इसी दावे से अपलोड किया गया है.
एक यूज़र ने ऑल्ट न्यूज़ को टैग करते हुए इस वीडियो की सच्चाई के बारे में पूछा है. उन्होंने पूछा है कि क्या ये वीडियो हैदराबाद की चारमीनार मार्केट का है? एक और यूज़र ने इस वीडियो के चारमीनार मार्केट से होने के दावे को फ़र्ज़ी बताया है, लेकिन उन्होंने ये नहीं बताया कि ये कहां का वीडियो है.
ट्विटर यूज़र इशिता यादव ने इस वीडियो को दिल्ली के चांदनी चौक का बताते हुए ट्वीट किया था. यादव ने अब इस ट्वीट को डिलीट कर दिया है लेकिन ट्वीट के स्क्रीनशॉट को आप नीचे देख सकते है. इसके अलावा, ट्विटर यूज़र जनमजीत शंकर सिन्हा ने ये वीडियो ट्वीट किया. सिन्हा के इस ट्वीट को डिलीट किये जाने से पहले तक 8 हज़ार से ज़्यादा बार देखा गया था. (ट्वीट का आर्काइव लिंक)
इसके अलावा, ये वीडियो अहमदाबाद के ढालगरवाड़ मार्केट का बताकर भी शेयर हो रहा है.
ऑल्ट न्यूज़ के ऑफ़िशियल एंड्रॉइड ऐप और व्हाट्सऐप नंबर (+91 76000 11160) पर इस वीडियो की हकीकत जानने के लिए हमें कुछ रीक्वेस्ट भी मिलीं.
फ़ैक्ट-चेक
वीडियो के फ़्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च करने पर ट्विटर हैन्डल ‘@MishaalShaheen’ द्वारा शेयर किया गया ये वीडियो मिला. यूज़र का दावा है कि ये वीडियो पाकिस्तान में फ़ैसलाबाद के अनारकली बाज़ार का है. यूज़र ने बताया है कि लोग कोरोना वायरस के डर को भूल कर ईद की शॉपिंग कर रहे हैं.
فیصل آباد انارکلی بازار میں خواتین کا کرونا خلاف جہاد۔۔ کرونا وائرس رش میں دم گھٹنے سے ہلاک @DCFaisalabad @AmnanRajput @Kashiflashari8 pic.twitter.com/ftTAZ4QxMa
— Shaheen Mishaal (@MishaalShaheen) May 18, 2020
आगे की-वर्ड्स सर्च से हमने पाया कि पाकिस्तान का बताते हुए ये वीडियो खूब शेयर किया जा रहा है. पाकिस्तान के पत्रकार वकास ने ये वीडियो 18 मई 2020 को ट्वीट किया था.
Awaam ka Coronavirus ko muu torr jawab. pic.twitter.com/mxCkhA686z
— Waqas (@worqas) May 18, 2020
वीडियो में 10वें सेकंड पर एक बोर्ड दिखाई देता है जिसपर उर्दू में ‘aini shoes’ लिखा हुआ है. गूगल मैप की मदद से हमें मालूम हुआ कि ये दुकान फ़ैसलाबाद, पाकिस्तान के नए अनारकली बाज़ार में मौजूद है. इसके अलावा, कई पाकिस्तानी यूज़र्स भी ये वीडियो अनारकली बाज़ार का बताते हुए शेयर कर रहे हैं.
पाकिस्तान के एक यूज़र अमन राजपूत ने भी ये वीडियो 18 मई को फ़ैसलाबाद के अनारकली बाजार का बताकर ट्वीट किया है. उन्होंने 19 मई को भी इसी बाजार का एक और वीडियो शेयर किया है. अमन राजपूत ने ट्विटर बायो में खुद को पत्रकार बताया है. साथ ही उन्होंने लिखा है कि सुप्रीम कोर्ट के आर्डर के अनुसार बाज़ार खुला है. जिसके बाद सोशल डिस्टेंसिंग भूल कर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी.
سپریم کورٹ نے پورا ہفتہ بازار کھولنے کے احکامات جاری کر دئیے
فیصل آباد انارکلی بازار میں عوام ایک دوسرے پر چڑھ گئی حکومت کے پاس اتنے اہلکار و ملازمین ہیں کہ اس ہجوم سے احتیاطی تدابیر پر عملدرآمد کروا سکے
لگتا ہے سب مریں گے @UsmanAKBuzdar @salmandurrani0 @HUMMADHUMMAD pic.twitter.com/UbHgS3nzGb— Amnan Rajput (@AmnanRajput) May 18, 2020
इस तरह पाकिस्तान के बाज़ार में सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो नहीं किए जाने का वीडियो हैदराबाद का बताते हुए शेयर हो रहा है. यूज़र्स इस वीडियो को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि हैदराबाद में लॉकडाउन की धज्जियां उड़ रही हैं. सोशल मीडिया पर कई पुराने या दूसरे देशों के वीडियो और तस्वीरों को शेयर कर मुस्लिमों द्वारा लॉकडाउन का उल्लंघन करने का झूठा प्रचार किया गया है. पहले भी 5 साल पुराने पाकिस्तान के वीडियो को शेयर कर मुस्लिम महिलाओं द्वारा लॉकडाउन में खरीदारी करने का झूठा दावा किया गया था. इसके अलावा, सोशल डिस्टेंसिंग पर किये गए एक नुक्कड़ नाटक का वीडियो शेयर कर झूठा दावा किया गया कि पुलिस कोरोना वायरस फ़ैलाने के लिए मुस्लिमों को ज़िम्मेदार ठहरा रही है.
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