झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस सेवादल के सोशल मीडिया कोऑर्डिनेटर रमीज़ रज़ा ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया. उन्होंने दावा किया कि बिहार में भाजपा के एक नेता जब पीएम मोदी का मास्क लगाकर लोगों के बीच आये तो लोगों ने उन्हें खदेड़ कर भगा दिया और नारा लगाया, “बलात्कारी भारत छोड़ो.”
Its an “Epic Beizzati” Of BJP
Leader in Bihar 🤣बिहार में भाजपा के एक नेता जब
मोदी जी का “मुखौटा” लगाकर पहुंचें तो
जनता ने उन्हें भगाते हुए कहा“बलात्कारी भारत छोड़ो”
Epic Slogan Must watch
😆😆🤣#BJPRajJungleRaj pic.twitter.com/fb32Ysjrj5— Rameez Raza (@RameezINC) October 11, 2020
ये वीडियो जल्द में होने वाले बिहार विधानसभा चुनावऔर हाथरस घटना के सन्दर्भ में शेयर किया जा रहा है.
फे़सबुक पेज ‘Vinay Dubey FC‘ ने भी ये वीडियो शेयर किया जिसे 1,000 से ज़्यादा बार देखा गया.
बिहार में भाजपा का नेता मोदी जी का मुखोटा लगाकर पहुंचा तो लोगो ने भगा दिया
बिहार में भाजपा का नेता मोदी जी का मुखोटा लगाकर पहुंचा तो लोगो ने भगा दिया
Posted by Vinay dubey_FC on Sunday, October 11, 2020
ये वीडियो फे़सबुक और ट्विटर पर इसी दावे के साथ वायरल वायरल है.
फै़क्ट-चेक
ऑल्ट न्यूज़ ने साधारण सा कीवर्ड ‘मोदी मुखौटा भाजपा नेता’ सर्च किया और हमें कुछ न्यूज़ रिपोर्ट्स मिलीं.
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक ये घटना मध्य प्रदेश के इंदौर में 2 अक्टूबर 2020 को घटी. एक भाजपा कार्यकर्ता ने पीएम मोदी का मुखौटा पहन कर रीगल चौराहे पर महात्मा गांधी की 151वीं जयंती पर उनकी मूर्ति को माला पहनाने की कोशिश की. कांग्रेस सदस्यों ने उसकी कथित तौर पर पिटाई की.
इसके बारे में फ़्री प्रेस जर्नल समेत कई अन्य न्यूज़ संगठनों ने रिपोर्ट किया था. बताया गया, “रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब भाजपा कार्यकर्ता लक्ष्मीनारायण शर्मा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भेश में और उनका मुखौटा पहन कर कार्यक्रम में शरीक होने आया तो कांग्रेस के लोगों को गुस्सा आ गया… कांग्रेस के लोग गांधी की मूर्ति के पास हाथरस गैंगरेप के खिलाफ़ विरोध कर रहे थे और भाजपा कार्यकर्ता शर्मा को वहां देख कर भड़क गये और फिर ये घटना हुई. हालांकि पुलिस ने मामले में दखल दिया और शर्मा को वहां से निकाल कर भीड़ को हटाया.”
मध्य प्रदेश का एक वीडियो, जिसमें भाजपा कार्यकर्ता को गांधी जयंती के मौके पर कार्यक्रम से खदेड़ कर भगाया, उसे बिहार का बताकर शेयर किया जा रहा है. इसके साथ ही, ये भी ग़लत दावा किया गया कि उसे भगाने वाले आम लोग थे.
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