ऑल्ट न्यूज़ के एंड्रॉइड ऐप और व्हाट्सएप (+91 76000 11160) पर 6 अप्रैल से अभी तक कई लोगों ने इस वीडियो का फ़ैक्ट-चेक करने की रिक्वेस्ट की है. वीडियो में हम देख सकते हैं कि मास्क पहने कई पुलिसकर्मी हैं और कुछ फल बेचने वाले हैं.

वीडियो को इस टेक्स्ट के साथ शेयर किया गया है जिसमें लिखा है, “कोई भी सब्जी और फल वाला कॉलोनी में ठेले वाला आया तो उसकी पूरी तरह जांच पड़ताल कर ले महालक्ष्मी नगर कॉलोनी में 2 ठेले वाले 2-3 रोज से सुबह सुबह 6 से 7 बजे में संतरे का ठेला ला रहे है इतनी जल्दी आने के कारण आज उन पर शक हुआ उनको कॉलोनी के कुछ लोगो ने रोक कर नाम पूछा तो उनकी सिट्टी पिट्टी गुम हो गई 2 मिनिट में 3-4 नाम बता दिए शिवा, मुकेश, दिनेश न ही उनके पास I D थी फिर उन्हें रोककर रखा पुलिस को बुलाया तो वो मुसलमान लड़के निकले इसका मतलब कुछ गड़बड़ है कृपया सतर्क रहे”

एक ट्विटर यूज़र ने यही वीडियो दूसरे टेक्स्ट के साथ लेकिन उसी मुस्लिम विरोधी एंगल से शेयर किया है. इसने दावा किया है कि यह वीडियो इंदौर का है. (ट्वीट का आर्काइव लिंक)

इंदौर पुलिस ने बताया अफ़वाह

ऑल्ट न्यूज़ ने वीडियो को सावधानी से देखा और इसकी जांच की. जांच में ये बातें सामने आईं:

1. वीडियो में 11वें सेकेंड पर एक व्यक्ति को सुना जा सकता है कि वह अपनी लोकेशन की जानकारी दे रहा है. उसने लैंडमार्क के रूप में महालक्ष्मी नगर और परताभ मेडिकल का ज़िक्र किया है. हमने गूगल पर इस कीवर्ड को सर्च किया और पाया कि इसी नाम से एक मेडिकल स्टोर इंदौर के महालक्ष्मी नगर में स्थित है. जस्ट डायल ने इसका पूरा पता इस तरह लिखा है- G- 1577/78 साईं श्रद्धा अपार्टमेंट, बालाजी हाइट रोड, महालक्ष्मी नगर, इंदौर -452010, निकट पानी की टँकी.

2. वीडियो में 27वें सेकेंड पर हम एक पीले रंग की जीप देख सकते हैं जिस पर ‘नगर निगम इंदौर’ लिखा हुआ है.

ऑल्ट न्यूज़ ने इंदौर पुलिस के इंस्पेक्टर जनरल विवेक शर्मा से बात की. उन्होंने बताया कि वीडियो कम से कम एक हफ्ते पुराना है और उसके साथ जो दावे सोशल मीडिया पर किए गए हैं वे पूरी तरह से झूठे हैं. आईजी शर्मा ने ऑल्ट न्यूज़ को कंसर्नड ऑफिसर ईस्ट इंदौर के एसपी यूसुफ कुरेशी के साथ कनेक्ट किया.

एसपी कुरेशी और उनकी टीम ने वीडियो में दिख रहे दो फल बेचने वालों (ऊपर हाइलाइट किया गया है) का पता लगाया. पुलिस जांच के मुताबकि फल विक्रेता रोहित और रवि गिरराज गुप्ता के यहां काम करते हैं जिनकी फलों की दुकान है. एसपी कुरेशी ने बताया कि गिरराज गुप्ता की उम्र 40 साल है और वो तापेश्वरी बाग, एमआर टेन रोड पर रहते हैं.

गूगल मैप के मुताबिक तापेश्वरी बाग और परताभ मेडिकल, महालक्ष्मी नगर के बीच की दूरी 2 किलोमीटर से भी कम है.

एसपी कुरेशी ने आगे बताया, “लॉक डाउन की वजह से गुप्ता फलों का बचा हुआ स्टॉक बेच नहीं सके. रोहित और रवि बचे हुए फल बेचने के लिए बाहर निकले थे. तभी पुलिस और नगर निगम अधिकारियों ने उनकी रेहड़ी को सीज़ कर दिया.”

पुलिस अफसर ने हमें एक वीडियो भेजा जो 13 अप्रैल को इंदौर पुलिस ने रिकॉर्ड किया था. इसमें उनकी गुप्ता के साथ बातचीत रिकॉर्ड की गई है. वीडियो में 1:14 मिनट पर गुप्ता इस बात की पुष्टि करते हैं कि रोहित और रवि हिन्दू समुदाय से आते हैं.

ऑल्ट न्यूज़ ने गिरराज गुप्ता से भी बात की. उन्होंने बताया, “मेरा ठेला, फल और तराजू सीज़ कर दिए गए हैं. इससे लगभग 1.5 लाख रुपये का नुकसान हुआ है.” उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि ठेले के साथ खड़े दोनों लोग रोहित और रवि हैं.

यानी वायरल वीडियो के साथ जो दावा किया जा रहा है वह झूठ है. इंदौर पुलिस ने फल बेचने वालों को गिरफ्तार नहीं किया है. हालांकि उनका ठेला नगर निगम अधिकारियों द्वारा सीज़ कर दिया गया है. ऑल्ट न्यूज़ स्वतन्त्र रूप से वीडियो में दिख रहे विक्रेताओं के बारे में नहीं बता सकता कि वे किस धर्म से संबंध रखते हैं.

पिछले कुछ हफ्तों से सोशल मीडिया पर मुस्लिम विक्रेताओं को निशाना बनाते हुए भ्रामक पोस्ट शेयर की जा रही हैं और दावा किया जा रहा है कि वे जान बूझकर कोरोना वायरस फैला रहे हैं. इस तरह की भ्रामक जानकारी डर पैदा करती है और इसकी वजह से साम्प्रदायिक हिंसा का खतरा बढ़ता है. 13 अप्रैल को ऑल्ट न्यूज़ ने एक वीडियो को वेरिफ़ाई किया था जिसमें एक शख्स सब्जी बेचने वाले के साथ मारपीट करता है, जब वह अपना नाम मोहम्मद सलीम बताता है.

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🙏 Blessed to have worked as a fact-checking journalist from November 2019 to February 2023.