सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है जिसमें एक लड़की की गर्दन और गाल पर चोट के निशान हैं. वहीं लाल शर्ट पहने एक शख्स को भीड़ पीट रही है. इस वीडियो में टेक्स्ट भी लिखा हुआ है, “जिहादी के प्रेम जाल में फंसी हिन्दू लड़की का गला काट रहा था. अब आखिर कब हिन्दू बचायेंगे.” बताया जा रहा है कि इस मुस्लिम लड़के ने उस लड़की पर चाकू से वार किया. ट्विटर यूज़र ‘अयोध्या’ ने 8 जून 2023 को ये वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा ये शख्स पार्क में एक हिन्दू लड़की की हत्या करने के लिए लाया था. आर्टिकल लिखे जाने तक इस ट्वीट को 1,885 बार रीट्वीट किया गया है. (ट्वीट का आर्काइव लिंक)

और भी कई यूज़र्स ने ये वीडियो ऐसे ही दावे के साथ ट्विटर ट्वीट किया है.

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पिछले कई सालों से वायरल है ये वीडियो

गौर करें कि ये वीडियो ऐसे ही दावे के साथ साल 2020 में भी काफी शेयर किया गया था. 3 नवंबर 2020 को ऑपइंडिया हिंदी के उस वक़्त के एडिटर अजीत भारती ने ये वीडियो ट्वीट किया था.

कई मौकों पर सांप्रदायिक जानकारी फ़ैलाने वाले दीपक शर्मा ने भी 3 नवम्बर को वीडियो ट्वीट करते हुए इसे कम्युनल ऐंगल देने की पूरी कोशिश की. हालाकिं बाद में उन्होंने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया लेकिन इसका आर्काइव यहां देखा जा सकता है.

अक्टूबर 2020 में ज्वेलरी ब्रांड तनिष्क ने एक ऐड निकाला था जिसे सोशल मीडिया पर ‘लव-जिहाद’ को प्रमोट करने वाला ऐड बताया गया. इसके बाद से कई ऐसे वीडियो शेयर किये जा रहे हैं जिसमें ‘लव’जिहाद’ और उसके कथित प्रभाव देखे जा सकने का दावा किया जा रहा है. साथ ही इस्तेमाल किया जा रहा है #BoycottTanishq.

ये वीडियो ट्विटर पर कई जगहों पर देखा जा सकता है.

साल 2019 में भी ये वीडियो फ़ेसबुक और ट्विटर पर “हिन्दू भाइयो की सतर्कता ने एक हिन्दू लड़की की जान बचाई।”, दावे से शेयर किया जा रहा था. साथ ही इसे झारखण्ड के रामगढ़ की घटना का बताकर भी शेयर किया गया था.

वायरल संदेश के मुताबिक, “ये घटना है झारखंड के रामगढ़ ज़िले के पतरातू घाटी की जहां हिन्दू भाइयो की सतर्कता ने एक हिन्दू लड़की की जान बचाई. शांतिदूत लड़की को मारने के उद्देश्य से घुमाने ले आया था.”

इसी दावे के साथ वीडियो शेयर करने वाले एक यूज़र ने आरोपी का नाम नफ़ीस बताया था.

इस घटना का 1 मिनट 12 सेकंड का वीडियो भी शेयर किया जा रहा था जिसमें ‘लव जिहाद’ का ऐंगल दिया गया था – “पिथौरिया घाटी में अपनी गर्लफ्रेंड को घुमाने के बहाने लाया था और मर्डर कर रहा था ये लड़का ये #@&* चंदवा का रहने वाला है जरा इसकी जात का पता करें मुझे तो दाल में काला काला नजर आ रहा है कोई बड़ी साजिश रची गई थी लड़की के लिए शायद लव …… का मामला हो सकता है।”

इसी घटना की 28 सेकंड की वीडियो क्लिप के साथ जो मेसेज शेयर किया जा रहा है उसमें हिन्दू लड़कियों को सुरक्षित रहने के सुझाव के साथ चेतावनी दी गई है -“पिथौरिया घाटी में अपनी गर्लफ्रेंड घुमाने लाया था और मर्डर कर रहा था ये लड़का हिन्दु लड़किया ध्यान से देखो इस वीडियो को कितना घिनौना है यह आदमी .”

फ़ैक्ट-चेक: सांप्रदायिक घटना नहीं है

ये घटना 15 सितंबर, 2019 की है. अरविन्द कुमार नाम के एक शख्श ने कथित तौर पर अपनी प्रेमिका पर किसी अन्य व्यक्ति से प्रेम प्रसंग होने के शक में हमला किया था. चंदवा निवासी अरविंद कुमार, लड़की से मिलने रांची आया था. वो दोनों पतरातू घाटी व डैम घूमने गये थे़. लौटते समय किसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया. इसके बाद अरविंद ने तेज़ धूप होने की बात कह कर अपनी बाइक एक पेड़ के पास रोक दी और दोनों पेड़ की छांव में बैठ गए. इसी बीच छात्रा जब तक कुछ समझ पाती अरविंद ने चाकू से उसकी गर्दन पर वार कर दिया़. लड़की ने चिल्लाया और वहां से भागने की कोशिश की. वहां से गुज़र रहे लोगों ने कुमार को पकड़ लिया. उसे बाद में पिठोरिया पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया.

इस घटना को प्रभात खबर और Etv भारत ने पब्लिश किया था.

ऑल्ट न्यूज़ ने पिठोरिया पुलिस से संपर्क किया. हमें बताया गया कि वो लड़की अरविंद कुमार की फ़ोन कॉल्स को नज़रअंदाज़ कर रही थी. इस वजह से कुमार उससे मिलने गया था. गुस्से में उसने महिला पर चाकू से हमला कर दिया. पुलिस ने हमें आगे ये भी बताया कि कि महिला अपराधी के समुदाय की ही थी.

प्रेमी-प्रेमिका के बीच झगड़े के बाद लड़के ने लड़की पर चाकू से हमला कर दिया जिसके बाद लोगों द्वारा उसकी पिटाई करने का वीडियो सोशल मीडिया में सांप्रदायिक ऐंगल के साथ शेयर किया जा रहा है.

महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों की घटनाओं को अक्सर सोशल मीडिया पर शेयर किया जाता है जिसमें झूठे दावों के साथ मुस्लिम समुदाय को दोषी ठहराया जाता है. इससे पहले भी, पाकिस्तान का वीडियो (वीडियो 1, वीडियो 2) को भारतीय सोशल मीडिया यूज़र्स ने ऐसे ही दावों के साथ शेयर किया था.

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About the Author

Pooja Chaudhuri is a researcher and trainer at Bellingcat with a focus on human rights and conflict. She has a Master's in Data Journalism from Columbia University and previously worked at Alt News.