[चेतावनी: वीडियो में काफी हिंसा है जो कुछ लोगों के लिए परेशान करने वाला हो सकता है. पाठक इसे देखने के लिए अपने विवेक का इस्तेमाल करें.]

सोशल मीडिया पर एक वीडियो सांप्रदायिक दावे के साथ काफी शेयर किया जा रहा है. इस वीडियो में तीन लोग एक व्यक्ति को चाकू मारते हुए देखे जा सकते हैं. इसके साथ शेयर किये जा रहे कैप्शन के मुताबिक, गाज़ियाबाद के डासना में एक हिंदू व्यक्ति को “शांतिदूतों” ने बेरहमी से मार दिया. अक्सर सोशल मीडिया पर मुस्लिम समुदाय के लोगों पर निशाना साधने के लिए ‘शांतिदूत’ शब्द का इस्तेमाल किया जाता है.

ये वीडियो ट्विटर पर वायरल है.

ट्विटर पर और भी कई यूज़र्स ने ये वीडियो इसी दावे के साथ ट्वीट किया है. (लिंक 1, लिंक 2, लिंक 3)

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ये वीडियो कई यूज़र्स ने फ़ेसबुक पर भी पोस्ट किया है.

फ़ैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ ने देखा कि एक ट्वीट पर जवाब देते हुए गाज़ियाबाद पुलिस ने इस दावे को ग़लत बताया है.

वीडियो को गौर से देखने पर ऑल्ट न्यूज़ ने गौर किया कि पीड़ित को न सिर्फ चाकू से बल्कि स्टील की कुर्सी से भी मारा जा रहा है. इसे ध्यान में रखते हुए, गूगल पर की-वर्ड्स सर्च किया. सर्च रिज़ल्ट में हमें 31 दिसंबर, 2021 की हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट मिली जिसके विज़ुअल्स वायरल वीडियो से मेल खाते हैं.

रिपोर्ट के मुताबिक, 24 साल के शाहरुख़ की ज़ुबैर (30), ज़फर (20) और आदित्य (18) ने चाकू मारकर हत्या कर दी थी. ये सभी दिल्ली के सीमापुरी के रहने वाले हैं. जांच अधिकारी के मुताबिक, ये निजी दुश्मनी का मामला था. क्योंकि शाहरुख़ का कथित तौर पर ज़ुबैर की बहन के साथ अफ़ेयर चल रहा था.

इस मामले में ‘डासना, गाज़ियाबाद’ का एकमात्र कनेक्शन ये है कि पीड़ित शाहरुख़ का कथित तौर पर आपराधिक गतिविधि का इतिहास रहा है और उसकी हत्या से कुछ दिन पहले ही उसे डासना जेल से जमानत पर रिहा किया गया था. डीसीपी शाहदरा का पूरा बयान फ़ेसबुक पर देखा जा सकता है.

 

#DelhiPolice has arrested 2 persons in a murder case under Seema Puri Police Station area.

#DelhiPoliceUpdates
#Crime
#CPDelhi
Dcp Shahdara

Posted by Delhi Police on Thursday, 30 December 2021

इस तरह, 2021 में व्यक्तिगत दुश्मनी की वजह से हुई युवक की हत्या का एक वीडियो ग़लत सांप्रदायिक ऐंगल के साथ शेयर किया गया.

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Kalim is a journalist with a keen interest in tech, misinformation, culture, etc