केरल के वायनाड ज़िले में बड़े पैमाने पर भूस्खलन में कम से कम 316 लोग मारे गए हैं. घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य पूरे ज़ोरों शोरों से जारी है. मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है. क्योंकि मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने ये कहा है कि 240 लोग अभी भी लापता हैं.

इन बचाव कार्यों के बीच कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने इन प्रयासों में भाग लेने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं की तस्वीरें शेयर की हैं.

शीतल चोपड़ा (जिनके मुताबिक वो एक RSS स्वयंसेवक और मोदी-भक्त हैं) ने कथित तौर पर वायनाड में RSS कार्यकर्ताओं की चार तस्वीरें ट्वीट कीं. उन्होंने टिप्पणी की कि राहुल गांधी कहीं नजर नहीं आते हैं लेकिन RSS धर्म, जाति और विचारधारा से परे सेवा में विश्वास करता है. (आर्काइव)

पत्रकार अशोक श्रीवास्तव ने भी इस दावे के साथ ये तस्वीरें शेयर कीं. (आर्काइव)

कई यूज़र्स ने यही दावा करते हुए इन तस्वीरों को शेयर किया. (आर्काइव्स – लिंक 1, लिंक 2, लिंक 3, लिंक 4)

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फ़ैक्ट-चेक

वायरल ट्वीट में 4 अलग-अलग तस्वीरें हैं. रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें पता चला कि ये सभी पुरानी हैं. पहली और दूसरी तस्वीर 18 अगस्त, 2018 को RSS रेंगाली, संबलपुर के फ़ेसबुक पेज पर अपलोड की गई थीं. कैप्शन के मुताबिक, ये तस्वीरें 16 अगस्त, 2018 को राज्य में बाढ़ आने के बाद RSS कार्यकर्ताओं के बचाव अभियान की हैं.

ट्विटर हैन्डल ‘@jyotibatu’ ने अगस्त 2018 में दूसरी तस्वीर भी ट्वीट की और साथ में बताया कि तस्वीर में RSS कार्यकर्ता बाढ़ पीड़ित की मदद कर रहे हैं.

दूसरी और चौथी तस्वीरें ABVP भास्कराचार्य कॉलेज के फ़ेसबुक पेज पर भी हैं. एक पोस्ट में उन्होंने RSS के सेवा भारती केरल और ABVP के स्वयंसेवकों की सराहना की और दान की अपील की. ये पोस्ट 19 अगस्त 2018 का है.

तीसरी तस्वीर VSK तमिलनाडु की ऑफ़िशियल वेबसाइट पर साल 2018 के ही टाइमफ़्रेम में दिखी. वहां दी गई जानकारी के मुताबिक, तस्वीर में RSS से जुड़े एक NGO सेवा भारती को बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत प्रयासों में शामिल दिखाया गया है. वेबसाइट की रिपोर्ट है कि 350 सेवा भारती इकाइयां और 5 हज़ार स्वयंसेवक राज्य के बाढ़ प्रभावित ज़िलों में राहत कार्यों में सक्रिय रूप से लगे हुए थे.

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यानी, 2018 में केरल में आयी बाढ़ के दौरान RSS की सेवा गतिविधियों की 4 तस्वीरों का एक कोलाज हाल में वायनाड में हुए भूस्खलन के बाद संगठन के बचाव प्रयासों के रूप में शेयर की गई. हालांकि, RSS संचालित पांचजन्य के मुताबिक, संगठन के कार्यकर्ता दक्षिणी राज्य में बचाव कार्यों में शामिल हुए थे.

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Student of Economics at Presidency University. Interested in misinformation.