“इस कश्मीरी मकान की तस्वीर देखकर कश्मीर के हालात का अंदाजा लगाईये।”
उपरोक्त संदेश के साथ एक तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल है, जिसके साथ दावा किया गया है कि यह कश्मीर में एक जर्जरित मकान को दर्शाता है। फेसबुक पर रख्शन्दा खान द्वारा की गई पोस्ट को करीब 5,600 बार साझा किया गया है।
इस कश्मीरी मकान की तस्वीर देखकर कश्मीर के हालात का अंदाजा लगाईये ।
Posted by रख्शन्दा खान on Thursday, 31 October 2019
इस तस्वीर को समान दावे से ट्विटर और फेसबुक पर कई और उपयोगकर्ता साझा कर रहे है।
10 साल पुरानी गाज़ा की तस्वीर
ऑल्ट न्यूज़ द्वारा इस तस्वीर को यांडेक्स पर रिवर्स सर्च करने पर रेडिकल नामक वेबसाइट का एक लेख मिला, जिसे 3 जनवरी, 2010 को प्रकाशित किया गया था। लेख में प्रसारित तस्वीर के विवरण के मुताबिक, 27 दिसंबर, 2009 में गाज़ा में हुए इज़रायली हमले के एक साल बाद भी कुछ बदलाव नहीं हुआ है, इस हमले में सबसे ज़्यादा बच्चे प्रभावित हुए थे।
इस तस्वीर को 12 फरवरी, 2009 को brotherpeacemaker नामक एक वेबसाइट पर गाज़ा हमले की कुछ अन्य तस्वीरों के साथ साझा किया गया है। टाइम मैगज़ीन ने भी इस तस्वीर को साझा गया है, जिसमें इसे गाज़ा का बताया गया है। तस्वीर के साथ साझा विवरण के मुताबिक, घर की ऐसी हालत गोलियों के कारण हुई है।
इस प्रकार, कम से कम दस साल पुरानी गाज़ा की तस्वीर को, सोशल मीडिया में इस झूठे दावे से साझा किया गया है कि यह कश्मीर की हालिया परिस्थिति को दर्शाती है।
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