किसान प्रदर्शन पर निशाना साधने के लिए सोशल मीडिया पर कई पुरानी और असंबंधित तस्वीरें, वीडियोज़ शेयर किये गए हैं. अमेरिका में 2 साल पहले हुई एक रैली का वीडियो, जिसमें खालिस्तान ज़िन्दाबाद के नारे लगाए गए थे, हाल के किसान प्रदर्शन का बताकर शेयर किया गया. साल 2018 के किसान आंदोलन के एक बैनर की तस्वीर किसान प्रदर्शन पर निशाना साधने के इरादे से शेयर की गई. इस दौरान, सोशल मीडिया पर एक और तस्वीर वायरल है. तस्वीर में पगड़ी पहना हुआ एक व्यक्ति भारतीय ध्वज की ओर जूता रखे हुए दिख रहा है. फ़ेसबुक यूज़र मनोहर भारद्वाज ने ये तस्वीर पोस्ट की. (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
इन जाहिल गद्दारों को तुरंत गिरफ्तार करो । किसान आंदोलन के नाम पर देश से बगावत कर राष्ट्रीय ध्वज का अपमान कर रहे है।
Posted by Manohar Bhardwaj on Saturday, 5 December 2020
एक और फ़ेसबुक यूज़र आशीष सिंह ने ये तस्वीर पोस्ट की है.
हमने पाया कि ये तस्वीर फ़ेसबुक और ट्विटर पर वायरल है.
फ़ैक्ट-चेक
रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें ये तस्वीर अगस्त 2019 के एक ट्वीट में मिली. साल 2019 में शेयर हुई तस्वीर की क्वालिटी बेहतर है. वायरल तस्वीर के नीचे ’15/08/2013′ की तारीख लिखी हुई है. इसके अलावा, तस्वीर में ऊपर की ओर दाएं कोने में ‘दल खालसा यूके’ (DAL KHALSA U.K.) लिखा हुआ है. दल खालसा यूके, पंजाब के बाहर बनाए गए दल खालसा की यूनिट है. ये दल सिख मुद्दों को लेकर हमेशा ऐक्टिव रहा है. दल खालसा यूके ने कई बार सेंट्रल लंदन में सिख समुदाय पर साल 1984 में हुए अत्याचार के विरोध में रैलियां निकाली हैं.
17 अगस्त 2013 के दल खालसा के ब्लॉग पोस्ट में इस तस्वीर को पब्लिश किया गया है. ब्लॉग के मुताबिक, सेंट्रल लंदन में 15 अगस्त 2013 को सिख, कश्मीरी और अन्य कुछ अल्पसंख्यक समुदाय के लोग भारतीय उत्पीड़न के खिलाफ़ प्रदर्शन करने के लिए इकट्ठा हुए थे.
ऑल्ट न्यूज़ को 20 अगस्त 2013 की सिंह संगत के ट्वीट मिली. इस ट्वीट में सेंट्रल लंडन में 15 अगस्त 2013 को हुए प्रोटेस्ट के बारे में पब्लिश हुई एक रिपोर्ट का लिंक है.
तो, जैसा कि हमने देखा 15 अगस्त 2013 के सिख प्रदर्शन की तस्वीर हाल के किसान प्रदर्शन से जोड़कर शेयर की गई. तस्वीर शेयर करते हुए किसानों के प्रदर्शन पर निशाना साधा जा रहा है कि ये लोग खालिस्तान मूवमेंट का समर्थन कर रहे हैं.
फ़ेसबुक के फ़ैक्ट-चेकिंग में क्या हैं खामियां? देखें हमारे इस वीडियो में:
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